भारत की खोज अंतिम दौर दो - Worksheets

CBSE Worksheet 01
अंतिम दौर दो

  1. मार्शल लॉ क्या था? अंतिम दौर-दो पाठ के आधार पर बताइये।
  2. कांग्रेस किन दो विचारों पर अडिग थी?
  3. गाँधी जी का उद्देश्य क्या था? अंतिम दौर-दो पाठ के आधार पर बताइये।
  4. अंग्रेज़ों की नीति ने सांप्रदायिकता को किस तरह बढ़ावा दिया, उसका क्या परिणाम निकला ?
  5. 'भारत छोड़ो' प्रस्ताव कब हुआ व इसका परिणाम क्या निकला?
  6. मार्शल लॉ क्या था?
  7. स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए जिन्ना के क्या विचार थे? क्या उनके विचार सही थे? अंतिम दौर दो पाठ के आधार पर बताइये।
  8. विश्वयुद्ध की समाप्ति पर क्या हुआ? अंतिम दौर-दो पाठ के आधार पर बताइये।
CBSE Worksheet 01
अंतिम दौर दो

Solution
  1. 'मार्शल लॉ' ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाया गया एक ऐसा कानून था, जिसमें किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना पुलिस और न्यायालय की इजाजत के गोली का निशाना बनाया जा सकता था।
  2. कांग्रेस राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की भावना पर अडिग थी।
  3. गाँधी जी का उद्देश्य था-लोगों को प्रेरित करके उनमे सक्रियता का भाव जाग्रत करना।
  4. अंग्रेजों ने कांग्रेस की नीति ‘एकता और लोकतंत्र’ का समर्थन नहीं किया। वे एकता या लोकतंत्र की बलि चाहते थे जो कांग्रेस को स्वीकार नहीं था। स्वतंत्रता-प्राप्ति के अंतिम दौर में उन्होंने ऐसी चाल चली कि मुस्लिम लीग के नेता जिन्ना मुसलमानों के लिए अलग राष्ट्र माँगने लगे। इससे सांप्रदायिकता की भावना को बल मिला। जिसके परिणामस्वरूप भारत दो राष्ट्रों में विभाजित हो गया।
  5. 'भारत छोड़ो' प्रस्ताव 8 अगस्त सन् 1942 को पारित हुआ। जैसे ही जनता ने प्रदर्शन किया वैसे ही सरकार ने गिरफ्तारियाँ भी प्रारंभ कर दी। इन्हीं गिरफ्तारियों में जवाहर लाल नेहरू व उनके साथियों को अहमदनगर किले में बंद किया गया।
  6. मार्शल लॉ ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाया गया एक ऐसा कानून था जिसमें किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना पुलिस व न्यायालय की इजाज़त के गोली का निशाना बनाया जा सकता था।
  7. जिन्ना ने अपने विचारों से स्वतंत्रता की माँग को नया स्वरूप दे दिया। उनके अनुसार हिन्दू-मुस्लिम धर्म के आधार पर भारत में दो राष्ट्र हैं। उनकी इसी अवधारणा ने भारत और पाकिस्तान के विभाजन को जन्म दिया। इस कारण स्वतंत्रता मिलते ही भारत के दो टुकड़े हो गए। मिस्टर जिन्ना के विचार सही नहीं थे। उनके विचारों ने  केवल पाकिस्तान व भारत की अवधारणा को तो जन्म  दिया  पर  उससे दो राष्ट्रों की समस्या का समाधान नहीं हुआ क्योंकि हिंदू और मुसलमान तो पूरे देश में थे।
  8. विश्वयुद्ध के समय अंग्रेजों ने भारतीयों का प्रयोग करने के लिए उनसे बहुत से वायदे किए थे और लोगों को इस बात की आशा थी कि अब देश में राहत और प्रगति होगी, लेकिन युद्ध समाप्त होते ही सरकार ने तो दमन करने वाले कानूनों का निर्माण कर पंजाब में 'मार्शल लॉ' घोषित कर दिया, जिससे लोगों की आशा निराशा में परिवर्तित हो गई।