वसंत चिट्ठियों की अनूठी दुनिया - Worksheets

CBSE Worksheet 01
चिट्ठियों की अनूठी दुनिया

  1. चिट्ठियों की अनूठी दुनिया पाठ के आधार पर किन पत्रों का संकलन किया जाता है और क्यों?
  2. पत्र लेखन की कला के विकास के लिए क्या-क्या प्रयास हुए? बसंत की अनूठी दुनिया पाठ के आधार पर बताए।
  3. चिट्ठियों की अनूठी दुनिया पाठ मे चिट्ठियों की तेज़ी पर क्या रोक लगी हैं?
  4. पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1953 में क्या कहा था? चिट्ठियों की अनूठी दुनिया पाठ के आधार पर बताइये।
  5. अंग्रेज़ अफ़सरों द्वारा अपने परिजनों को लिखे गए पत्र महत्त्व की पुस्तक किस तरह बन गए?
  6. प्रेमचंद पत्र-लेखन में अपनी किस विशेषता के लिए प्रसिद्ध थे?
  7. ऐसा क्यों होता था कि महात्मा गांधी को दुनिया भर से पत्र 'महात्मा गांधी-इंडिया' पता लिखकर आते थे?
  8. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
    पत्रों की दुनिया भी अजीबो-गरीब है और उसकी उपयोगिता हमेशा से बनी रही है। पत्र जो काम कर सकते हैं, वह संचार का आधुनिकतम साधन नहीं कर सकता है। पत्र जैसा संतोष फोन या एसएमएस का संदेश कहाँ दे सकता है। पत्र एक नया सिलसिला शुरू करते हैं और राजनीति, साहित्य तथा कला के क्षेत्रों में तमाम विवाद और नयी घटनाओं की जड़ भी पत्र ही होते हैं। दुनिया का तमाम साहित्य पत्रों पर केंद्रित है और मानव सभ्यता के विकास में इन पत्रों ने अनूठी भूमिका निभाई है।
    1. लेखक व पाठ का नाम लिखिए।
    2. पत्र से आप क्या समझते हैं?
    3. आधुनिक संचार के साधन पत्रों का मुकाबला क्यों नहीं करते?
    4. पत्रों की क्या विशेषता होती है?
    5. मानव सभ्यता के विकास में पत्रों ने अनूठी भूमिका कैसे निभाई है?
CBSE Worksheet 01
चिट्ठियों की अनूठी दुनिया

Answers
  1. जो पत्र भविष्य में हमारे लिए उपयोगी हो सकते है उनका संकलन किया जाता है।
  2. पत्र लेखन की कला को विकसित करने के लिए दुनिया के सभी देशों द्वारा पाठयक्रमों में पत्र लेखन का विषय शामिल किया गया। विश्व डाक संघ की ओर से सन 1972 से 16 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित करने का कार्यक्रम शुरू किया गया।
  3. विगत कुछ वर्षो में चिट्ठियों की तेज़ी को फैक्स, इ-मेल, टेलीफोन तथा मोबाइल ने रोका है।
  4. पंडित जवाहर लाल नेहरू ने सन 1953 में सही ही कहा था कि- हजारों सालों तक संचार का साधन केवल हरकारे (रनर्स) या फिर तेज घोड़े रहे है। उसके बाद पहिए आए। पर रेलवे और तार से भारी बदलाव आया। तार ने रेलों से भी तेज गति से संवाद पहुँचाने का सिलसिला शुरू किया। अब टेलीफोन, वायरलस और आगे रेडार-दुनिया बदल रहा है।
  5. अंग्रेज़ी सरकार द्वारा नियुक्त अफ़सरों ने जब भारत से अपने प्रियजनों को पत्र लिखा तो उसमें तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक विषयों का भी वर्णन किया जो सच्ची घटनाओं पर आधारित होता था। बाद में ये पत्र महत्त्वपूर्ण पुस्तक बन गए।
  6. प्रेमचंद पत्रों का ज़वाब मुस्तैदी से देते थे। नए लेखकों को वे प्रेरणादायी पत्र लिखते थे। उसे पढ़कर व्यक्ति के मन में कुछ करने की भावना जाग्रत होती थी।
  7. गांधीजी भारत में ही नहीं, पूरे विश्व में जाने वाले व्यक्ति हैं। उन्हें दुनिया भर से पत्र ' महात्मा गांधी-इंडिया' पता लिखकर आते थे क्योंकि महात्मा गांधी अपने समय के सर्वाधिक लोकप्रिय व प्रसिद्ध व्यक्ति थे। वे भारत -गौरव थे। गाँधी जी देश के किस भाग में रह रहे हैं, यह देशवासियो को पता रहता था अत: उन्हें पत्र अवश्य मिल जाता था। वे किसी एक परिवार या स्थान के न होकर पूरे भारत के प्रतिनिधि थे इसलिए कई लोग ' महात्मा गाँधी इंडिया ' लिखकर उन्हें पत्र भेज दिया करते थे।
    1. लेखक - अरविंद कुमार सिंह
      पाठ - चिट्ठियों की अनूठी दुनिया
    2. पत्र ऐसे लिखित प्रारूप होते हैं जिनमें संदेश भेजने के साथ-साथ मन की भावनाएँ भी उजागर होती हैं। केवल विभागीय व व्यापारिक पत्र सीमित शब्दों में लिखे जाते हैं।
    3. आधुनिक संचार के साधनों में फोन या एसएमएस द्वारा संदेश तो भेजा जा सकता है लेकिन उनका रूप स्थाई नहीं होता। व्यक्ति चाहते हुए भी उनमें अपने मन की भावनाओं को पूरी तरह उजागर नहीं कर सकता। ये साधन पत्र के मुकाबले अधिक महँगे भी होते हैं।
    4. पत्रों की विशेषता होती है की ये लिखित और स्थायी होते हैं।
    5. मानव सभ्यता के विकास में पत्रों ने ही एक पीढ़ी का ज्ञान दूसरी पीढ़ी को दिया है।