वसंत लाख की चूड़ियाँ - Worksheets

CBSE Worksheet 01
लाख की चूड़ियाँ

  1. लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के किन-किन राज्यों में होता है? लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त क्या-क्या चीज़ें बनती है? ज्ञात कीजिए।
  2. लाख की चूड़ियाँ पाठ से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
  3. बदलू लाख को किस प्रकार पिघलाया करता था ?(लाख की चूड़ियाँ)
  4. लाख की चूड़ियाँ पाठ में बचपन में लेखक को 'बदलू काका' सबसे अच्छा क्यों लगता था?
  5. लाख की चूड़ियाँ पाठ में काफी वर्ष बाद गाँव में आने पर लेखक को बदलू की याद कैसे आई?
  6. यह कैसे कहा जा सकता है कि बदलू चूड़ियाँ बनानेवाला कुशल कारीगर था?
  7. मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिए हैं। - इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है?
  8. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
    रज्जो ने चार-पाँच आम अंजुली में लेकर मेरी ओर बढ़ा दिए। आम लेने के लिए मैंने हाथ बढ़ाया तो मेरी निगाह एक क्षण के लिए उसके हाथों पर ठिठक गई। गोरी-गोरी कलाइयों पर लाख की चूड़ियाँ बहुत ही फब रही थीं।
    बदलू ने मेरी दृष्टि देख ली और बोल पड़ा, यही आखिरी जोड़ा बनाया था जमींदार साहब की बेटी के विवाह पर। दस आने पैसे मुझको दे रहे थे। मैंने जोड़ा नहीं दिया। कहा, शहर से ले आओ। मैंने आम ले लिए और खाकर थोड़ी देर पश्चात चला आया। मुझे प्रसन्नता हुई कि बदलू ने हारकर भी हार नहीं मानी थी। उसका व्यक्तित्व काँच की चूड़ियों जैसा न था कि आसानी से टूट जाए।
    1. लेखक की निगाह रज्जो की कलाई पर क्यों ठिठक गई?
    2. रज्जो की चूड़ियों के बारे में बदलू ने क्या कहा?
    3. बदलू ने हार कर भी हार क्यों नहीं मानी?
    4. रज्जो लेखक के लिए क्या लाई?
    5. बदलू ने जमींदार को चूड़ियों का जोड़ा क्यों न दिया?
CBSE Worksheet 01
लाख की चूड़ियाँ

Answers


  1. लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के राजस्थान,कर्नाटक और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में होता है। लाख से चूड़ियाँ, मूर्तियाँ, गोलियाँ तथा सजावट की वस्तुओं का निर्माण होता है।
     
  2. इस कहानी से यह प्रेरणा मिलती है कि मशीनी युग में भी हमें हाथ से बनी चीजों को अपनाना चाहिए, 'हथकरघा उद्योगों' को बढ़ावा देना चाहिए। उन्हें आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।
  3. नीम के पेड़ के नीचे एक भट्टी दहकती रहती थी, जिसमे वह लाख पिघलाया करता था।
  4. बचपन में लेखक को बदलू काका सबसे अच्छा लगता था क्योंकि वह उसे छोटी-छोटी रंग-बिरंगी लाख की गोलियाँ बनाकर देता था। यही चाव था जो लेखक को अपने मामा के घर गाँव की ओर खींचता था।
  5. पिताजी के तबादले के पश्चात् जब लेखक आठ-दस वर्ष के बाद गाँव आया तो उसे बदलू की याद नहीं आई लेकिन एक दिन उसके मामा की बेटी की कलाई में काँच की चूड़ी चुभ जाने से खून आ गया तो उसे बदलू और उसकी लाख की चूड़ियों की याद आ गई।
  6. बदलू की बनाई लाख की चूड़ियाँ बहुत सुंदर होती थीं। उस गाँव की सभी महिलाएँ उसकी बनाई चूड़ियाँ पहनती थीं तथा आस-पास के गाँवों की महिलाएँ भी उसकी बनाई चूड़ियाँ ले जाती थीं।इससे कहा जा सकता है कि बदलू एक कुशल कारीगर था |
  7. इस पंक्ति में लेखक ने कारीगरों की व्यथा की ओर संकेत किया है कि मशीनों के आगमन के साथ कारीगरों के हाथ से काम-धंधा छिन गया है, मानो उनके हाथ ही कट गए हों। उन कारीगरों का रोजगार इन पैतृक काम -धन्धों से ही चलता था। उसके अलावा उन्होंने कभी कुछ नहीं सीखा था। वे पीढ़ी -दर- पीढ़ी अपनी इस कला को बढ़ाते चले आ रहे हैं और साथ में रोज़ी -रोटी भी चला रहे हैं परन्तु मशीनी युग ने उनकी रोज़ी- रोटी पर वार किया है। मशीनों ने लोगों को बेरोजगार बना दिया है और वे भूखों मरने की कगार पर आ गए हैं। मशीनों के प्रयोग से बदलू जैसे कुशल कारीगरों के हाथ से काम छिन गया है। वे या तो बेरोज़गार हो गए हैं या फिरअन्य को व्यवसाय अपनाने को विवश हैं।
    1. रज्जो की कलाइयों पर सुंदर लाख की चूड़ियाँ देखकर लेखक की निगाह ठिठक गई अर्थात् नज़र टिक गई।
    2. रज्जो की चूड़ियों के बारे में बदलू ने बताया कि यह उसके द्वारा बनाया गया अंतिम जोड़ा है जो ज़मींदार की बेटी के लिए उसने बनाया था लेकिन उनके द्वारा कम पैसे देने के कारण मैंने इसे न बेचा।
    3. बदलू के गाँव में काँच की चूड़ियों का प्रचलन बढ़ने से लाख की चूड़ियों का काम बंद हो गया। बदलू ने लाख की चूड़ियाँ बनानी बंद कर दीं, लेकिन कॉंच की चूड़ियाँ बनाने का काम उसने शुरू न किया। तभी ही कहा गया है कि बदलू ने हार कर भी हार न मानी।
    4. रज्जो लेखक के लिए अंजुली में भरकर आम लाई।
    5. बदलू ने जमींदार को चूड़ियों का जोड़ा इसलिए नहीं दिया क्योंकि ज़मींदार चूड़ियों के जोड़े के पूरे दाम नहीं दे रहा था।