लोकतंत्र की चुनौतियाँ (PT only) - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 2
CBSE Class 10 राजनीति विज्ञान
पाठ - 8
लोकतंत्र की चुनौतियाँ
- आपके विचार से लोकतंत्रात्मक सरकार में चुनौतियाँ क्यों पैदा होती हैं? स्पष्ट करिए।
उत्तर- लोकतंत्रात्मक सरकार में चुनौतियाँ पैदा होने के कारण निम्न हैं:-- अयोग्य व अशिक्षित उम्मीदवारों का चयनित होना,
- जनता की उदासीनता,
- व्यापक गरीबी,
- बढ़ता भ्रष्टाचार,
- कुशल नेतृत्व का अभाव,
- भेदभाव,
- असमानता।
- आधुनिक समय में लोकतंत्रीय समाज में राजनीतिक सुधारों की आवश्याकताओं पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर- राजनीतिक सुधारों की आवश्यकताओं के लिए निम्न कदम उठाने की आवश्यकता है:- योग्य उम्मीदवार का चयन करना, राष्ट्रहित सर्वोपरि मानना, शिक्षित उम्मीदवारोंकी भागीदारी होना, सरकार के कार्यों में पारदर्शिता होना, उच्च चरित्र निर्माण, जागरूक नागरिक। - लोकतांत्रिक व्यवस्था में शासन की शक्ति लोगों के हाथों में होती है फिर लोकतंत्र को चुनौतियों का सामना क्यों करना पड़ता है?
उत्तर- लोकतंत्र को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जिसके कई कारण हैं:-- लोकतांत्रिक संस्थाओं की कार्यदशा ठीक न होना।
- जनता में जागरुकता और भागीदारी का स्तर ठीक न होना।
- राजनीतिक दलों द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से राजनीति करना।
- समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार, असमानता आदि।
- आपके विचार में लोकतंत्र को मज़बूत बनाने में जनता की भागीदारी का कितना योगदान हो सकता है?
उत्तर- जनता लोकतंत्र को मज़बूत बनाने के लिए कई तरीकों से योगदान कर सकती हैः-- चुनावों में योग्य उम्मीदवारों का चयन करना।
- आंदोलनों, विरोधों के द्वारा सरकार को अलोकतांत्रिक फैसले लेने से रोकना।
- राजनीतिक दलों की गलत नीतियों और बहकावे में न आना।
- एक-दूसरे को जागरूक करना।
- स्थानीय सरकारें अभी भी प्रभावी तरीके से कार्य नहीं कर पा रही हैं। यह लोकतंत्र की कौन-सी चुनौती है? इसे कैसे दूर किया जाए?
उत्तर- संविधान में संशोधन करके लोकतंत्र को विस्तार देते हुए स्थानीय स्तर पर चुनी हुई सरकारों का प्रावधान 1993 में किया गया। इन्हें कई अधिकार भी दिए गए तथा दलितों, महिलाओं की उचित हिस्सेदारी के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया। किंतु यह अभी भी प्रभावी तरीके से कार्य नहीं कर पा रही है। यह लोकतंत्र को मज़बूत बनाने की चुनौती को दर्शाती है। इसे निम्नलिखित तरीके से दूर किया जा सकता है -- लोकतांत्रिक संस्थाओं को मज़बूत बनाकर और अधिक शक्ति प्रदान करके।
- लोगों को जागरूक बनाकर।
- कानूनी प्रावधानों का उचित क्रियान्वयन करके। जैसे महिला आरक्षित सीटों पर महिलाएँ चुनी तो जाती हैं पर कार्य पति के द्वारा किया जाता है, जो गलत है। आदि।