अक्क महादेवी (Not for Exams) - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

 CBSE कक्षा 11 हिन्दी (केन्द्रिक)

खण्ड ग
काव्यांश पर आधारित अर्थ-ग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर
वचन-अक्क महादेवी


हे भूख! मत मचल
प्यास, तड़प मत
हे नींद ! मत सता
क्रोध, मचा मत उथल-पुथल
हे मोह ! पाश अपने ढील
लोभ, मत ललचा
हे मद! मत कर मदहोश
ईर्ष्या, जला मत
ओ चराचर! मत चूक अवसर
आई हूँ संदेश लेकर चन्न मल्लिकार्जुन का

  1. अक्क महादेवी ने कौन सा संदेश दिया है?
    उत्तर- अक्क महादेवी ने इंद्रियों पर नियंत्रण रखने का संदेश दिया है।
  2. लक्ष्य प्राप्ति में इंद्रियाँ किस प्रकार बाधक होती हैं?
    उत्तर- इंद्रियाँ सांसारिक विषय विकारों से किसी ने किसी रूप में जुड़ी हुई होती है, जिसके कारण ईश्वर भक्ति में बाधा उत्पन्न होती है।
  3. "ओ चराचर! मत चूक अवसर" पंक्ति में निहित कवि के भाव को स्पष्ट कीजिए।
    उत्तर- भारतीय दर्शन के अनुसार मानव-जन्म बड़ी कठिनाई से प्राप्त होता है। भक्ति द्वारा जन्म-मरण के चक्र से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए इस अवसर का लाभ उठाने के लिए कहतीं हैं।
  4. ईर्ष्या से ग्रस्त मानव क्या-क्या करता है?
    उत्तर- ईर्ष्या से ग्रस्त मानव दूसरों की प्रगति देखकर जलता है, बल्कि वह तो स्वयं अपने आप को भी जलाता है।