अवतार सिंह पाश (Not for Exams) - पुनरावृति नोट्स

 कक्षा 11 हिंदी कोर

पुनरावृति नोट्स
पाठ - 09 सबसे खतरनाक


कविता का सारांश - यह कविता पंजाबी भाषा से अनूदित है | यह दिनोदिन अधिकाधिक नृशंस और क्रूर होती जा रही दुनिया की विद्रूपताओं के चित्रण के साथ खौफनाक स्थिति की और इशारा करती है, जहाँ प्रतिकूलताओं से जूझने के संकल्प क्षीण पड़ते जा रहे है | पथरायी आँखों-सी तटस्थता से कवि कि असहमति है | कवि इस प्रतिकूलता की तरफ विशेष संकेत करता है जहाँ आत्म के सवाल बेमानी हो जाते है | जड़ स्थितयों को बदलने की प्यास के मर जाने और बेहतर भविष्य के सपनों के गम हो जाने को कवि सबसे खतरनाक स्थिति मानता है |

कवि का मानना है कि मेहनत की लूट, पुलिस की मार, गद्दारी-लोभ की मुट्ठी खतरनाक स्थितियाँ तो है, परंतु अन्य बातों से कम खतरनाक है | बिना कारण पकड़े जाना, कपट के वातावरण में सच्ची बात गुम होना या विवशतावश समय गुजार लेना या गरीबी में दिन काटना आदि बुरी दशाएँ है, परंतु खतरनाक नही |

कवि कहता है कि सबसे खतरनाक वह है जब व्यक्ति में मुर्दों जैसी शांति भर जाती है | ऐसी स्थिति में व्यक्त की विरोध-शक्ति समाप्त हो जाती है | व्यक्ति बँधे-बँधाए ढरें पर चलता है तो उसके सपने समाप्त हो जाते है | समय की गति रुकना भी खतरनाक दशा है, क्योंकि व्यक्ति समय के अनुसार बदल नही पाता | मनुष्य की सवेंदनशून्यता भी खतरनाक है | अन्याय के प्रति विद्रोह की भावना समाप्त होना भी गलत है | गीत भी जब मरसिए पढ़कर सुनाने लगे और आतंकित व्यक्तियों के दरवाजों पर अकड़ दिखाए तो वह भी खतरनाक होता है | उल्लू व गीदड़ों की आवाज युक्त रात भी खतरनाक है |

कवि कहता है कि जब मनुष्य आत्मा की आवाज को अनसुना कर देता है तो वह संवेदनशून्य हो जाता है | मेहनत का लुटना, पुलिस की मार, गद्दारी व लोभ की दशा अधिक खतरनाक नही है |