अपठित काव्यांशअपठित काव्यांश - अपठित काव्यांश

 CBSE कक्षा 12 हिंदी (ऐच्छिक)

अपठित पद्यांश


अपठित पद्यांश का अर्थ है ‘वह कविता का अंश या कविता जो पहले पढ़ी न गई हो’। अपठित पद्यांश में किसी कविता का एक अंश दिया जाता है तथा उस पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। यह कविता किसी (अर्थात उसी कक्षा के) पाठ्यक्रम की पुस्तक में से नहीं दी जाती है। इसे पढ़कर इससे सम्बन्धित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। इससे छात्रों की कविता पढ़ने और समझने की क्षमता का विकास होता है।

विधि

इनको हल करते समय निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना अनिवार्य है।

1. कविता को दो-तीन बार पढ़ना चाहिए, जिससे उसका भाव और अर्थ अच्छी तरह समझ में आ जाए।

2. कविता को समझकर उत्तर देने चाहिए।

3. प्रश्नों के उत्तर कविता की लाइनों में नहीं देने चाहिए, बल्कि अपने शब्दों में गद्य में देने चाहिए।

4. उत्तर सरल, स्पष्ट और कम शब्दों का प्रयोग करके भावों के साथ व्यक्त करना चाहिए।

विचारणीय तथ्य

  • अपठित का अर्थ है जो पहले से न पढ़ा गया हो। अपठित अवतरण गद्य अथवा पद्य दोनों में हो सकता है। परीक्षा में केवल अपठित गद्यांश देकर उस पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। इनका उत्तर देते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • दिया गया गद्यांश अपठित होता है अतः कम से कम दो बार अवश्य पढ़ना चाहिए ताकि मूल-भाव समझ में आ जाये।
  • पूछे गए प्रश्नों के उत्तर रेखांकित कीजिए। ध्यान रहे प्रश्नों के उत्तर अनुच्छेद में दी गई सामग्री पर ही आधारित हो।
  • प्रश्नों के उत्तर अत्यंत सरल भाषा और अपने शब्दों में दीजिए।
  • प्रश्नों के उत्तर सीधे, संक्षिप्त एवं सटीक होने चाहिए।
  • कभी कठिन शब्दों के अर्थ, विलोम शब्द भी पूछे जाते हैं।
  • उचित स्थानों पर विराम-चिन्हों का प्रयोग करना न भूलें।
  • पूछे प्रश्नों में अनावश्यक विस्तार न करें।
    अपठित-बोध में सार और शीर्षक भी लिखने को कहा जाता है। अतः अनुच्छेद को ध्यानपूर्वक पढ़े।