मानव विकास-महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

 CBSE Class 12 Geography

Important Questions 
(भाग 2)
पाठ - 3
मानव विकास


प्रश्नोत्तर

प्र-1 मानव विकास सूचकांक (2005) के संदर्भ में विश्व के देशों में भारत का कौन सा स्थान या कोटि थी?

उत्तर- 127 वीं।

प्र-2 मानव विकास सूचंकाक में भारत के किस राज्य की कोटि उच्चतम है?

उत्तर- केरल राज्य (0.638)

प्र-3 भारत के किस राज्य में स्त्री साक्षरता निम्नतम तथा उच्चतम है?

उत्तर- निम्नतम-बिहार, उच्चतम-केरल।

प्र-4 मानव विकास सूचकांक में भारत के किस राज्य की कोटि निम्नतम है?

उत्तर- बिहार राज्य (0.367)।

प्र-5 भारत के उन राज्यों के नाम बताइए जहां साक्षरता दर सर्वाधिक और सबसे कम है?

उत्तर- उच्चतम-केरल, निम्नतम-बिहार।

प्र-6 भारत के केंद्रशासित प्रदेशों की उच्चतम तथा निम्नतम साक्षरता दर बताइए?

उत्तर- उच्चतम-लक्ष्यद्वीप (87.52), निम्नतम-दादरा और नगर हवेली (60.03)।

प्र-7 भारत के किन राज्यों में 0-6 आयु वर्ग के बच्चों में लिंग अनुपात निम्नतम है?

उत्तर- पंजाब, हरियाणा।

प्र-8 मानव विकास क्या है?

उत्तर- मानव विकास लोगों की रूचियों को विस्तृत करने तथा उनके हितों व कल्याण के स्तर को उठाने की प्रक्रिया है। इसके लिए स्वस्थ जीवन सर्वाधिक महत्वपूर्ण तत्व है।

प्र-9 भारत के किस राज्य में स्त्री साक्षरता दर न्यूनतम है?

उत्तर- बिहार (सीबीएसई बोर्ड 2013)

प्र-10 संयुक्त राष्ट्र ने कब सर्वप्रथम मानव विकास प्रतिवेदन प्रस्तुत किया?

उत्तर- 1990 में

प्र-11 भारत में औसत जीवन प्रत्याशा कितनी है? (2001 की जनगणना के अनुसार)

उत्तर- 65 वर्ष।

प्र-12 भारत के वे कौन से दो राज्य है जहां गरीबी की रेखा के नीचे रहने वाले की आबादी अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है?

उत्तर- उड़ीसा (47.15 प्रतिशत), बिहार (42.60 प्रतिशत)।

प्र-13 भारत के किन दो राज्यों में पिछले दशकों में लिंगानुपात में कमी देखने को मिली?

उत्तर- हरियाणा, पंजाब।


लघु उत्तरीय प्रश्न:-

प्र-14 आर्थिक विकास किस तरह मानव विकास को प्रभावित करता है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- आर्थिक विकास मनुष्यों की संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित करता है। आर्थिक विकास को हम व्यक्ति की आय से मापते हैं आय से ही कोई भी व्यक्ति प्राकृतिक या मानवरचित संसाधनों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य को पा सकता है। भारत में इस क्षेत्र में काफी विभिन्नता देखने को मिलती है महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, दिल्ली जैसे राज्यों में प्रति व्यक्ति आय अधिक है जबकि उत्तरप्रदेश, बिहार, उड़ीसा में कम है। इस राज्यों में लोगों द्वारा संसाधनों के उपभोग की क्षमता में अंतर पाया जाता है जैसे पंजाब में एक व्यक्ति एक महीने में 690 रूपए अपने ऊपर व्यय करता है जबकि उत्तर प्रदेश एवं बिहार में यह सिर्फ 520 रूपए व्यक्ति है।

प्र-15 सामाजिक सशक्तिकरण मानव विकास का महत्वपूर्ण सूचक है। भारत के संदर्भ में स्पष्ट करें?

उत्तर- मानव विकास तभी सार्थक है जब मनष्य भूख गरीबी, दासता, बंधुआ मजदूरी, निरक्षरता आदि से मुक्त हो। और यह तभी संभव है जब प्रत्येक व्यक्ति को इतना समर्थ बनाया जाए कि वह इन बंधनों से मुक्त हो सके इसीलिए मानव विकास को पाने के लिए समाज के सभी वर्गों को साक्षर-स्वस्थ और आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।

प्र-16 उत्तरी भारत के अधिकांश राज्यों में मानव विकास के निम्न स्तरों के तीन कारण बताइए?

उत्तर- (1) गरीबी:- पंजाब एवं हरियाणा को छोड़कर, अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश और असम में गरीबी के कारण मानव विकास नहीं हो पाया है। इन राज्यों में प्रति व्यक्ति आय 2000 रूपए से भी कम है।

(2) निम्न साक्षरता दर:- भारत में कुल साक्षरता दर की अपेक्षा इन राज्यों में साक्षरता दर काफी कम है। साक्षरता मानव विकास को दर्शाती है। इसीलिए उत्तरी भारत में राज्यों में मानव विकास सूचकांक निम्न सतर का है।

(3) निम्न स्वास्थ्य सुविधाएं:- जिन राज्यों में स्वास्थ्य सुविधाएं अच्छी नहीं है या गरीबों की पहुंच से बाहर है उन राज्यों में मानव विकास पर विपरीत असर पड़ता है।


विस्तृत उत्तरीय प्रश्न:-

प्र-17 मानव विकास सामाजिक एवं प्राकृतिक पर्यावरण से क्या संबंध है? उचित उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए?

उत्तर- ऐसा माना जाता है कि मानव विकास की चरम स्थिति प्राप्त कर लेने पर हमें सभी समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है ऐसा कुछ हद तक होता भी है मनुष्यों के रहन-सहन के स्तर में सुधार आता है। लेकिन यह विकास कभी-कभी चरम सामाजिक विषमताओं को भी जन्म देता है।

मानव विकास के क्रम में पर्यावरण पर भी विपरीत असर पड़ता है एक तरफ जहां हम प्राकृतिक संसाधनों का अविवेकपूर्ण शोषण करते हैं वहीं दूसरी तरफ प्रदूषण भी फैलाते हैं।

ये परिस्थितियां जैसे सामाजिक विषमता समाज में बेचैनी वर्ग संघर्ष को जन्म दे सकते हैं तथा प्रदूषण पृथ्वी के पर्यावरण को हानि पहुंचा रहा है।

इन परिस्थितियों से बचकर ही हमें मानव विकास को सही अर्थों में उपलब्ध करने का प्रयास करना चाहिए।