नागरिकता - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

CBSE कक्षा 11 राजनीति विज्ञान
पाठ-15 नागरिकता
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

एक अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. नागरिकता से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    एक राजनीतिक समुदाय पूर्ण और समान सदस्यता जिसमें कोई भेदभाव न हो।
  2. राजनीतिक अधिकारों में किन अधिकारों को सम्मिलित किया जाता है?
    उत्तर- 
    अभिव्यक्ति का अधिकार, मतदान का अधिकार, चुनाव लड़ने का अधिकार, सरकारी नौकरी प्राप्त करने का अधिकार।
  3. नागरिकता से संबंधित प्रावधानों का वर्णन हमारे संविधान के किस खंड में किया गया है?
    उत्तर- 
    तीसरे खंड।
  4. शरणार्थी किन्हें कहा जाता है?
    उत्तर- 
    युद्ध, अकाल या प्राकृतिक आपदाओं से विस्थापित लोग।
  5. बाहरी लोगों से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    जो लागे समाज और सरकार की स्वीकृति प्राप्त नहीं कर पातें।
  6. 'मुंबई मुंबईकर के लिए' नारे का क्या अर्थ है?
    उत्तर- 
    इसका अर्थ है मुबंई में केवल मुंबई के ही लोग रहेंगे बाहर के नहीं।
  7. संपूर्ण और समान सदस्यता से आपका क्या अभिप्राय है।
    उत्तर- 
    नागरिकों के देश में जहां भी वे चाहें रहने, पढ़ने या काम करने का समान अधिकार एवं अवसर मिलना चाहिए।
  8. शहरी निर्धनों से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    झोपड़ियों और अवैध कब्जे की भूमि पर बसे लोग, जो अक्सर कम मजदूरी पर काम करते हैं।
  9. किसी भी नागरिक के लिए मतदाता सूची में शामिल होने की दो शर्ते कौन-सी हैं?
    उत्तर-
    1. स्थाई निवास
    2. 18 वर्ष की आयु
  10. विश्व नागरिकता से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    जहां राष्ट्रीय सीमाएं न हो तब शरणार्थी समस्या नहीं होगी। समस्याओं के समाधान सबके समर्थन से होंगे।

दो अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. एक नागरिक का दूसरे नागरिकों के प्रति क्या कर्त्तव्य है?
    उत्तर- 
    नागरिकों का कर्त्तव्य है कि वे दूसरें नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करें। रोजमर्रा के जीवन में उन्हें सम्मिलित होने और योगदान करने का दायित्व शामिल हैं।
  2. रंगभेद की नीति से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    गोरे और काले लोगों के बीच भेदभाव दक्षिण अफ्रीका का उदाहरण।
  3. समान सदस्यता से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    राजसत्ता द्वारा सभी नागरिकों को चाहें वे धनी हो या निर्धन कुछ बुनियादी अधिकारों की गांरटी देना।
  4. नागरिक किस प्रकार प्रतिवाद या विरोध कर सकते हैं?
    उत्तर- 
    समूह बनाकर, प्रदर्शन, धरना, मीडिया का प्रयोग, राजनीतिक दलों से अपील कर या अदालत जाकर जनमत और सरकारी नीतियों को परखना और प्रभावित करना।
  5. आदिवासी तथा वनवासियों के क्या अधिकार हैं?
    उत्तर- 
    उन्हें उनके जीवन निर्वाह के लिए जंगल और दूसरे प्राकृतिक संसाधनों के साथ रहने का अधिकार, अपनी संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखने का अधिकार।
  6. नागरिकता प्राप्त करने के दो तरीके बताइए।
    उत्तर- 
    1. राज्यकृत नागरिकता।
    2. विवाह द्वारा
    3. नौकरी द्वारा
    4. आवेदन द्वारा
  7. नागरिकता खो जाने के दो कारण बताइए।
    उत्तर-
    1. देशद्रोही क्रियाकलाप द्वारा
    2. विदेशी विवाह द्वारा
  8. लोग विस्थापित क्यों होते है दो कारण बताइए।
    उत्तर- 
    अकाल, बाढ़, युद्ध, सुनामी, महामारी जैसी समस्याओं से।
  9. भारत में विकास योजनाओं से विस्थापित लोगों द्वारा किए गए संघर्ष का वर्णन करें।
    उत्तर- 
    सरदार सरोवर बांध का वर्णन।

चार अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. एक नागरिक तथा विदेशी में क्या अंतर है?
    उत्तर- नागरिक -
     देश के राजनीतिक अधिकारों का प्रयोग करता है वह अधिकार रखता है।
    विदेशी- विदेशी को ये सभी अधिकार प्राप्त नहीं।
  2. सार्वभौमिक नागरिकता से क्या अभिप्राय है? कुछ शरणार्थी लोगों के उदाहरण दीजिए।
    उत्तर- 
    किसी देश की पूर्ण सदस्यता, सभी को उपलब्ध होनी चाहिए जो सामान्यतया उस देश में रहते है और काम करते हैं तथा जो नागरिकता के लिए आवेदन करते हैं। बांग्लादेशी आदि...।
  3. विश्व नागरिकता आज एक आकर्षण बनी है। कैसे?
    उत्तर- 
    क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि इससे राष्ट्रीय सीमाओं के दोनों तरफ उन दिक्कतों का समाना करना, सरल हो सकता है जिसमें बहुत से देशों की सरकारों और लोगों की संयुक्त कार्यवाही जरूरी होती है। विजय माल्या का उदहारण।
  4. भारत में एक जातिगत तथा एक पर्यावरणीय अांदोलन का वर्णन करो।
    उत्तर- 
    जातिगत अांदोलन - दलित पैथर्स
    पर्यावरणीय आांदोलन - चिपको अांदोलन, नर्मदा बचाओों अांदोलन
  5. शरणार्थियों को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है?
    उत्तर-
    1. कोई देश उन्हें स्वीकार नहीं करता।
    2. वे शिवरों में या अवैध प्रवासी के रूप में रहने को विवश किए जाते है।
    3. वे अपने बच्चों को पढ़ा लिखा नहीं सकते या
    4. संपत्ति अर्जित नहीं कर सकते।
  6. 'बाहरी तथा भीतरी' की समस्या का वर्णन करो।
    उत्तर- भीतरी-
     जो समाज से स्वीकृति प्राप्त कर लेते हैं और सरकार से नागरिकता के अधिकार।
    बाहरी- जो समाज व राज्य से स्वीकृति प्राप्त नहीं कर पाते।
  7. आज विश्व एक विश्व ग्राम की भांति बदल रहा है? कैसे?
    उत्तर- विश्व ग्राम-
     हम सब संचार के नए माध्यमों द्वारा जैसे टेलिविजन, इंटरनेट आदि से एक दूसरे से जुडाव अनुभव करते हैं आज विश्व के तमाम राष्ट्रों के लोगों में साझे सरोकर एवं भाईचारे की भावना का विकास हो रहा है।
  8. नागरिक और सामाजिक अधिकार क्या है?
    उत्तर- 
    नागरिक अधिकार- आस्था और स्वतंत्रता के अधिकार
    सामाजिक अधिकार- न्यूनतम मजदूरी, शिक्षा प्राप्त करने, किसी भी जगह घूमने फिरने की आजादी।
  9. शहरी गरीबों के अधिकारी की सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
    उत्तर-
    1. 2004 में एक राष्ट्रीय नीति बनाई ताकि फुटपाथी दुकानदारों को पुलिस और नगर प्रशासकों का उत्पीड़न न झेलना पड़ा।
    2. संविधान की धारा 21 में जीने के अधिकार की गांरटी दी गई है जिसमें आजीविका का अधिकार भी शामिल है।

पाँच अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. अनुच्छेद का अध्ययन करें और प्रश्नों के उत्तर दें:-
    ‘नागरिकता के अधिकारों का प्रयोग कुछ लोगों के लिए स्वपन मात्र होता है। संयुक्त राज्य अमेरिका स्वयं को अप्रवासियों का देश होने पर गोरवान्वित महसूस करता है। हालांकि प्रतिबंध, दीवार और बाड़ लगाने के बावजूद आज भी संसार में व्यापक स्तर पर देशांतर होता है।”
    1. नागरिकता के अधिकार किन लोगों के लिए स्वपन मात्र है।
    2. देशांतरण के दो कारण लिखी।
    3. क्या भारत में भी देशांतरण होता है? किन लोगों का देशांतरण होता?
    उत्तर-
    1. नागरिकता के अधिकार उन लोगों के लिए स्वपन मात्र है जो किसी देश में युद्ध, उत्पीड़न, सूनामी, महामारी आदि से प्रभावित होने पर देश छोड़ने को मजबूर होना पड़ता है।
    2. (क) युद्ध के कारण
      (ख) अकाल, सूनामी, महामारी
    3. भारत में बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान आदि पड़ौसी देशों से देशांतरण होता है।
  2. शहरी गरीबों की हालत के प्रति सरकार, स्वयं सेवी संगठन और दूसरी एजेंसियों सहित स्वंय झोपड़ियों के निवासियों में भी जागरूकता बढ़ी है?
    1. शहरी गरीबों से क्या अभिप्राय है?
    2. शहरी गरीबों के लिए सरकार में क्या कदम उठाए है?
    3. स्वयं सेवी संगठन क्या होते है उदाहरण दीजिए।
    उत्तर-
    1. शहरी गरीब वे लोग हैं जो झोपड़पट्टियों में रहते है, फेरी वाले, सफाई कर्मचारी, घरेलू नौकर, नल ठीक करने वाले इत्यादि।
    2. सरकार ने कई कानून बनाए है जैसे सन् 2004 में पारित कानून जिसके द्वारा फुटपाथ पर काम करने वाले दुकानदारों को पुलिस और प्रशासन परेशान न करें।
    3. स्वंय सेवी संगठन गैर सरकारी संगठन होते हैं जो सरकार पर दबाव बनाने के लिए काम करते है और स्वयं को समाज में उजागर करते हैं।

छ: अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. "आज नागरिक को जो भी अधिकार मिले हुए हैं वे उसके कड़े संघर्ष का परिणाम है"। सिद्ध करो।
    उत्तर-
    1. बहुत से यूरोपीय देशों में ऐसे संघर्ष हुए जैसे- 1789 की फ्रांसीसी क्रांति।
    2. एशिया अफ्रीका में भी समान नागरिकता की मांग, संघर्ष से ही प्राप्त की।
    3. दक्षिण अफ्रीका मे भी अश्वेत जनसंख्या को सत्तारूढ़ श्वेत अल्पसंख्यकों के विरूद्ध लम्बा संघर्ष किया।
  2. "समान सदस्यता मिलने का अर्थ यह नहीं कि सभी उसका समान प्रयोग कर सकें" क्या आप इस कथन से सहमत हैं? उचित दीजिए।
    उत्तर- 
    अधिकांश समाजों में लोगों की योग्यताओं और सामर्थ्य के अधार पर संगठन पाया जाता है लोगों के आर्थिक, सामाजिक, पर्यावरण तथा मौलिक आवश्यकताओं एवं सुविधाओं की दृष्टि से अलग हो सकते है। यदि लोगों को समानता पर लाना है तो नीतियों का निर्धारण करते वक्त लोगों की भिन्न-भिन्न जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए।
  3. "लोकतंत्र का यह बुनियादी सिद्धांत है कि विवादों का निदान बल प्रयोग की अपेक्षा संधि-वार्ता तथा विचार विमर्श से हो" आपके अनुसार क्या यह तरीका विश्व नागरिकता को बढ़ावा देगा।
    उत्तर-
     हाँ, लोकतंत्र में जनता की भागीदारी आवश्यक है इसके लिए नागरिकों का जागरूक होना जरूरी है अगला चरण सरकार का प्रतिवाद हो सकता है परन्तु शर्त है कि अन्य नागरिकों व सरकार के जीवन व संपत्ति को क्षति नहीं पहुंचनी चाहिए। विरोध की प्रक्रिया धीमी हो सकती हे पर वार्ता द्वारा या संधि द्वारा समस्याओं के समाधान किए जा सकते है।
  4. "भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष राज्य है" कैसे।
    उत्तर- 
    स्वतंत्रता आंदोलन का आधार व्यापक था और विभिन्न धर्म, क्षेत्र और संस्कृति के लोगों को आपस में संबंद्ध होकर प्रयत्न करने पड़ें। भारत में विभाजन को रोका तो नहीं जा सका परंतु स्वतंत्र भारत में धर्मनिरपेक्ष और समावेशी चरित्र को कामय रखा गया। यह निश्चय संविधान में शामिल किया गया। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाएं अंडमान निकोबार द्वीप समूहों के कुछ सुदूरवर्ती समुदायों और कई अन्य समुदायों को पूर्ण तथा समान नागरिकता देने का प्रयास किया गया है।