भारत - स्थिति-पुनरावृति नोट्स

  सीबीएसई कक्षा - 11

विषय - भूगोल
पुनरावृत्ति नोट्स
पाठ - 1 भारत स्थिति


महत्त्वपूर्ण तथ्य-

  • भारत 8 अंश 4’ उत्तरी अंक्षाश से 37 अंश 6’ उत्तरी अंक्षाश तथा 68 अंश 7’ पूर्वी देशान्तर से 97 अंश 25’ पूर्वी देशान्तर तक विस्तृत है।
  • भारत का अंक्षाशीय तथा देशान्तरीय विस्तार लगभग 30 अंश है।
  • इन्दिरा पाइंट 6 अंश 45’ उत्तरी अक्षांश पर स्थित भारत का दक्षिणतम बिन्दु है।
  • भारत का मानक याम्योत्तर 82 अंश 30’ पूर्व याम्योत्तर का चुना गया है।
  • भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है जो विश्व के सम्पूर्ण भौगोलिक क्षेत्रफल का लगभग 2.4 प्रतिशत है।
  • बांग्लादेश के साथ भारत की सबसे लम्बी स्थलीय सीमा लगती है।
  • भारत में 29 राज्य तथा 7 केन्द्र शासित प्रदेश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान सबसे बड़ा तथा गोआ सबसे छोटा राज्य है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य तथा सिक्किम सबसे छोटा राज्य है।
  • भारतीय प्रायदीप हिंद महासागर में लगभग 1600 कि.मी. तक फैला हुआ है तथा पश्चिम में अरब सागर तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी का निर्माण करता है।
  • भारत की स्थलीय सीमा सात देशों की सीमाओं से लगी हुई है। चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान तथा म्यामांर।
  • श्रीलंका तथा मालदीव, हिन्द महासागर में स्थित दो द्वीपीय देश है जो भारत के पड़ोसी है।
  • श्रीलंका भारत से मन्नार की खाड़ी और पाक् जलसंधि के माध्यम से पृथक होता है।
  1. पौराणिक राजा दुष्यन्त के पुत्र भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत रखा गया। विभिन्न विद्वानों के अंतर्गत प्राचीन काल में यहाँ रहने वाली भारत नाम की एक जनजाति के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा है।
    भारत का नामकरण
    • भारत (राजा दुष्यन्त के पुत्र भरत के नाम पर)
    • आर्यावर्त (आर्यों के नाम पर)
    • हिन्दुस्तान (फारसवासियों द्वारा उच्चारित नाम)
    • इण्डिया (यूनान और रोमवासियों द्वारा रखा गया नाम)
  2. भौगोलिक दृष्टि से भारत की सीमाएँ सुस्पष्ट हैं। इसके उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व में  बहुत बड़ी पर्वतमाला है तथा दक्षिण, पश्चिम और पूर्व में सागर हैं। विदेशी उत्तर-पश्चिम में स्थित खैबर और बोलन दरों से होकर ही भारत में प्रवेश कर सकते थे।
  3. संसार की जितनी भी प्राचीन जीवंत सभ्यताएँ हैं, भारतीय सभ्यता उनमें से एक या शायद सबसे प्राचीन है।
  4. लगभग 3000 से 2000 ईसा पूर्व में भोजन संग्राहक लोगों के एक समूह ने सिंधु घाटी के आस-पास एक अति उन्नत सभ्यता का विकास किया।
  5. हड़प्पा की सभ्यता के नष्ट होने के साथ-ही-साथ भारत में एक नई संस्कृति की उत्तपत्ति हुई। भारत में आर्यों का आगमन 1500 ईसा पूर्व हुआ, जिससे वैदिक सभ्यता का शुभारंभ हुआ।
  6. कुछ इतिहासकारों के अंतर्गत आर्य कहीं बाहर से नहीं आए थे। उन लोगों का एक समुदाय था। वे विभिन्न जातियों में विभाजित थे। वे लोग पश्चिम में फारस (आधुनिक ईरान), पूर्व में गंगा की घाटी तथा कैस्पियन सागर तक विस्तृत प्रदेश में घूमते रहते थे।
  7. संपूर्ण भौगोलिक भारत 1000 ईसा पूर्व तक आर्य को एक ही सांस्कृतिक सूत्र में बाँधने हेतु प्रायद्वीपीय भाग के दक्षिणी सिरे तक जा पहुँचे। आर्यों के चार वर्ण थे-ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र।
  8. अध्ययन-अध्यापन तथा पूजा पाठ ब्राह्मणों का कर्तव्य था। क्षत्रियों का काम, शत्रुओं से लोगों की रक्षा करना और शांति स्थापित करना था। वैश्य अर्थव्यवस्था का दायित्व रखते थे एवं शुद्र श्रम शक्ति प्रदान करते थे। कर्म पर निर्धारित समाज का यह पूर्णतः व्यावसायिक विभाजन था।
  9. समाज पर वर्चस्व रखने वाले ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्यों ने इस व्यवस्था को कट्टर व कठोर बना दिया। उन्होंने कर्म का स्थान जन्म को दे दिया। श्रम वर्ण के लोगों अर्थात शुद्रों को उनके मौलिक मानवीय अधिकारों से भी अलग कर दिया। देश के कुछ भागों में उन्हें अछूत ही माना जाने लगा।
  10. यही वर्ण समय के साथ विभिन्न जातियों में विभाजित हो गए।इसके कारण आज भारत में सैकड़ों नहीं हज़ारों जातियाँ हैं। जाति व्यवस्था, भारत की प्रगति में बहुत बड़ी बाधा बन कर सामने आई है।
  11. भारत ने प्रेम, अहिंसा और मानवीय भाईचारे पर आधारित एक उत्कृष्ट सभ्यता का विकास किया है। इसी देश में जन्मे महावीर, शंकराचार्य, बुद्ध तथा महात्मा गांधी ने शान्ति तथा अहिंसा का संदेश दिया है।
  12. देश के सामाजिक चरित्र में निहित एकता को बढ़ाने वाले कारक :
    1. भारत देश में सांस्कृतिक एकता, एकीकरण एवं संघटन के मजबूत बंधन स्थित हैं।
    2. भारत में अंग्रेज़ी राज्य के समय क्षेत्रीय संपर्कों का विकास हुआ है।
    3. मानसून की ऋतुलय ने यहाँ के निवासियों को एकता के सूत्र में बाँधने का कार्य किया है।
  13. अंग्रेज़ों के आने के पूर्व  से ही अकबर के वंशजों की शासन व्यवस्था कुप्रबंध की वजह से लड़खडा गई थी तथा प्रांतों में अक्सर विद्रोह भड़क उठते थे।
  14. भारत देश को एकजुट रखने का श्रेय अंग्रेज़ों को ही दिया जाता है।
  15. भारत के पड़ोसी देश म्यांमार, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, एवं श्रीलंका हैं। इसकी स्थिति दक्षिण एशिया में ऐसी है कि संपूर्ण हिंद महासागर पर नियंत्रण रहता है।
  16. भारतीय गणतंत्र का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी. है, जो विश्व के सम्पूर्ण क्षेत्र का 2.42% है। भारत देश का क्षेत्रफल की दृष्टि से संसार का सातवाँ सबसे बड़ा देश है। इसकी जनसंख्या 2011 के अंतर्गत 121 करोड़ है, जो विश्व की कुल जनसंख्या का 17.44% है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत का चीन के पश्चात संसार में दूसरा स्थान है।
  17. संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद, कृषि योग्य भूमि की दृष्टि से संसार में भारत दूसरे स्थान पर है।
  18. भारत की मुख्य भूमि 8°4' उत्तर अक्षांश से लेकर 37°6' उत्तर अक्षांश और 68°7' पूर्व देशांतर से लेकर 97°25' पूर्व देशांतर के बीच फैला हुआ है। उत्तर से दक्षिण तक इसकी दूरी 3214 कि.मी. तथा पूर्व से पश्चिम तक इसकी दूरी 2933 कि.मी. है।
  19. भारत को कर्क रेखा लगभग दो भागों में बांटी है। भारत की स्थल सीमा पर नेपाल, भूटान, म्यांमार, पाकिस्तान, चीन, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश हैं।
  20. उत्तर में चीन के साथ 3917 कि.मी. लंबी, पूर्व में बांग्लादेश के साथ भारत की 4096 कि.मी. लंबी, अफगानिस्तान के साथ 80 कि.मी. लंबी तथा उत्तर-पश्चिम में पाकिस्तान के साथ 3310 कि.मी. लंबी, अंतर्राष्ट्रीय सीमा है। भारत की नेपाल के साथ 1752 कि.मी. लंबी, म्यांमार के साथ 1458 कि.मी. लंबी तथा भूटान के साथ 587 कि.मी. लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है।
  21. भारत की स्थल सीमा की कुल लंबाई 15200 कि.मी. तथा समुद्री किनारे की कुल लंबाई 6100 किमी. है। प्रायद्वीपीय पठार हिंद महासागर में लगभग 1600 कि.मी. की दूरी तक अंदर चला गया है। इसी के कारण हिंद महासागर दो सागरों अर्थात अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के रूप में बँट गया है।
  22. भारत में 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश हैं। भारत पश्चिमी तथा पूर्वी एशिया के मध्य में स्थित है।