मानव विकास-महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

 CBSE Class 12 Geography

Important Questions 
(भाग – 1)
पाठ - 4
मानव विकास


अतिलघु प्रश्नोत्तर

प्र॰1 उस देश का नाम बताइए जिसका मानव विकास सूचकांक उच्चतम है ?

उ॰ नार्वे

प्र॰2 संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा प्रथम मानव रिपोर्ट कब प्रकाशित की गई ?

उ॰ 1990 ई॰ में

प्र॰3 मानव विकास की अवधारण किस विद्वान की देन है।

उ॰ डॉ॰ महबूब-उल-हक।

प्र॰4 कौन से एकमात्र देश ने सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता को देश की प्रगति की अधिकारिता माप घोषित किया है ?

उ॰ भूटान


अति लघु

प्र॰1 (ILO का विस्तुत रूप लिखो ?

उ॰ अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन।

प्र॰2 (UNDP) का विस्तृत रूप लिखो

उ॰ संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम।

प्र॰3 मानव विकास सूचकांक क्या है ?

उ॰ मानव विकास सूचकांक एक पैमाना है जिसकी सहायता से किसी भी देश के लोगों के विकास को मापा जाता है।

प्र॰4 विश्व में उच्च मानव विकास सूचकांक व निम्न विकास सूचकांक वाले देशो के नाम लिखो।

उ॰ उच्च मानव विकास सूचकांक वाले देश - नॉर्वे, आइसलैंड, ऑस्ट्रेलिया व लक्जेम्बर्ग

निम्न मानव विकास सूचकांक वाले देश - नाइजीरिया, सिथोरालियोन, बुर्किना फासो व माली।


लघु प्रश्नोत्तर

प्र॰1 डॉ॰ महबूब-उल-हक के अनुसार विकास की परिभाषा लिखें।

उ॰ डॉ॰ महबूब-उल-हक ने मानव विकास की परिभाषा में अवसरों की पहुँच समाज के निम्नतर स्तर पर जीवनयापन करने वाले लोगों तक पहुँचाने की बात कही है तभी विकास लोगों की इच्छाओं और उनके जीवन में सुधार लाता है। इस विचारधारा का केन्द्र बिन्दु मानव है इच्छाएं सदैव बढ़ती रहती है। विकास का उद्देश्य है कि मनुष्य एक सार्थक जीवन जी सके।

प्र॰2 मानव विकास क्यों महत्वपूर्ण है ?

उ॰ देश के आर्थिक विकास के लिए मानव विकास अति आवश्यक है जो निम्न बिन्दुओं से होता है।

  • मानवीय विकास से राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि की जा सकती है।
  • यदि देश में योग्य कुशल प्रतिभावान व्यक्ति वैज्ञानिक आदि होगें तो देश के प्राकृतिक संसाधनों का पूर्ण, सकुशल शोषण होगा।
  • मानव विकास से उत्पादन की नई तकनीकों का विकास होगा।
  • श्रम न केवल उत्पादक है बल्कि उपभोक्ता भी है। वह केवल वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन ही नही करेगा अपितु उनका उपयोग भी करता है। इस तरह श्रम वस्तुओं की और सेवाओं की मांग करता है।

प्र॰3 मानव विकास के विभिन्न उपागमों का वर्णन करें ?

उ॰ मानव विकास से सम्बन्धित समस्याओं के लिए अनेको उपागम है उनमें से कुछ महत्वपूर्ण निम्न है।

आय उपागम: यह मानव के सबसे पुराने उपागमों में से एक है। इसमें मानव विकास को आय के साथ जोड़कर देखा जाता है। आय का उच्च स्तर विकास के ऊंचे स्तर को दर्शाता है।

कल्याण उपागम: यह उपागम मानव को लाभार्थी अथवा सभी विकासात्मक गतिविधियों के लक्ष्य के रूप में देखता है। सरकार कल्याण पर अधिकतम व्यय करके मानव विकास के स्तरों में वृद्धि करने के लिए जिम्मेदार है।

आधारभूत आवश्यकता उपागम: इस उपागम को मूलरूप से अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने प्रस्ताविक किया था। इसमें छः आवश्यकताओं जैसे - शिक्षा, भोजन, जलापूर्ति, स्वच्छता, स्वास्थ्य और आवास की पहचान की गई थी इनमें मानव विकल्पों के प्रश्न की अपेक्षा की गई है।

क्षमता उपागम: इस उपगम का संबंध प्रो. अर्मत्य सेन से है। संसाधनों तक पहुँच के क्षेत्रों में मानव क्षमताओं का निर्माण बढ़ते मानव विकास की कुंजी है।

प्र॰4 विश्व में मानव विकास के ‘कल्याण उपागम’ की किन्ही तीन विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए ?

उ॰ मानव विकास के कल्याण उपागम की प्रमुख विशेषताएं

  • यह उपागम मानव को सभी विकासात्मक गतिविधियों के लाभार्थी के रूप में देखता है।
  • यह उपागम शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और सुख साधनों पर उच्चतर सरकारी व्यय का तर्क देता है।
  • लोग विकास में प्रतिभागी नही है किन्तु वे केवल निष्क्रिय प्राप्तकर्त्ता है।
  • सरकार कल्याण पर अधिकतम व्यय करके मानव विकास के स्तरों में वृद्धि करने के लिए उत्तरदायी।

प्र॰5 संसार में मानव विकास के ‘आधारभूत आवश्यकता उपागम’ को स्पष्ट कीजिए ?

उ॰ इस उपागम को मूल रूप से अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ने प्रस्तावित किया था।

  • छः न्यूनतम आवश्यकताओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, भोजन, जलापूर्ति, स्वच्छता और आवास की पहचान की गई थी।
  • इसमें मानव विकल्पों के प्रश्न की उपेक्षा की गई है।
  • मूलभूत आवश्यकताओं की व्याख्या पर जोर दिया गया है।

प्र॰6 संसार के किसी प्रदेश विशेष में मानव विकास के निमन अथवा उच्च स्तर क्यों दिखाई पड़ते है ? उपयुक्त कारण देकर स्पष्ट करें।

उ॰ उच्च स्तर वाले देशः-

  • इन देशों में सेवाओं जैसे शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर सरकार द्वारा अत्याधिक निवेश किया जाता है तथा इन सेवाओं को उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता होती है।
  • राजनीतिक उपद्रव व सामाजिक अस्थिरता यहाँ पर नही पाई जाती है।
  • यहाँ बहुत अधिक सामाजिक विविधता नही है।
  • इस देशों में नार्वे, आईसलैंड, आस्ट्रेलिया, लेक्जेमबर्ग, कनाडा आदि है।

निम्न स्तर वाले देशः-

  • सामाजिक सेवाओं में सरकार द्वारा आवश्यक निवेश नही किया जाता है।
  • अधिकांश देशों में आर्थिक विकास की गति बहुत धीमी है।
  • अधिकांश देश राजनीतिक उपद्रवों गृहयुद्ध, सामाजिक स्थिरता-अकाल अथवा बीमारियों के दौर से गुजर रहे हैं।

प्र॰7 विश्व में मानव विकास के ‘आय उपागम’ की किन्ही तीन विशेषताओं को स्पष्ट करें।

उ॰ विश्व में मानव विकास के आय के उपागम की प्रमुख विशेषताएं।

  • आय उपागम मानव विकास के सबसे पुराने उपागमों में से एक है।
  • इस उपागम में मानव विकास को आय के साथ जोड़कर देखा जाता है।
  • आय का स्तर ऊंचा होने पर मानव विकास का स्तर भी ऊँचा होगा।

प्र॰8 मानव विकास क्या है ? मानव विकास सूचकांक की गणना में प्रयुक्त तीन सूचकों का वर्णन कीजिए?

उ॰ मानव विकास मनुष्य की आकाक्षाओं एवं उन्हें उपलब्ध जीवन यापन की सुविधाओं के स्तर को विस्तार करने की प्रक्रिया है मानव विकास सूचकांक की गणना में प्रयुक्त तीन सूचक

  • जीवन प्रत्याशा: दीर्घ जीवन को जीवन प्रत्याशा के रूप में मापा जाता है।
  • सामान्य साक्षरता दर: इसे शैक्षिक उपलब्धि के रूप में मापा जाता है। जैसे-जैसे साक्षरता दर बढ़ती है वैसे-वैसे ही मानव जीवन का विकास होता जाता है।
  • जीवन स्तरः इसका आकलन प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद रूप में किया जाता है।