निबंध लेखन (दृश्य लेखन) - पुनरावृति नोट्स

 CBSE कक्षा 11 हिंदी (ऐच्छिक)

अभिव्यक्ति और माध्यम
निबन्ध-लेखन कला
पुनरावृत्ति नोट्स


विचारणीय बाते:-

छात्र निबन्ध-लेखन की गम्भीरता को समझें, क्योंकि अपने विचारों को व्यक्त करने का यह सशक्त माध्यम है। निबन्ध लिखने का व्यक्तित्व निबन्ध लेखन में झलकता है। एक सारगर्भित निबन्ध लिखने के लिये निम्न बिन्दुओं पर ध्यान देना आवश्यक है।

  • निबन्ध लेखन के लिये प्रश्न-पत्र में विकल्प होते हैं। दिये गये विषयों में से किसी एक पर ही निबन्ध लिखना होता है इसलिये ऐसे विषय को चुने जिस विषय में आप अपने विचार भली-भाँति व्यक्त कर सकें।
  • तत्पश्चात अपने विचारों को भूमिका, विषयवस्तु एवं उपसंहार के अन्तर्गत बाँटें।
  • भूमिका आकर्षक तथा रोचक होनी चाहिए। अगर विषय से सम्बन्धित कोई काव्य-पंक्ति सूक्ति या घटना याद हो तो निबन्ध उसी से शुरू करें। तत्पश्चात विषय का अर्थ स्पष्ट करें।
  • विषय वस्तु के अन्तर्गत विषय का विस्तार होता है।
  • वह अनुच्छेदों में हो तथा एक अनुच्छेद में एक ही विचार हो।
  • अनुच्छेदों में क्रम संख्या न लिखें और न ही उपशीर्षक अगर विषय के विस्तार में किसी समस्या के कारणों का उल्लेख हो तो समाधान भी दें।
  • विषय के अनुरूप प्रभावशाली भाषा का प्रयोग करें।
  • अनुच्छेद इस प्रकार लिखें कि विचारों की क्रम बुद्धता बनी रहे।
  • उपसंहार के अन्तर्गत अपना निष्कर्ष प्रस्तुत करें। अन्त में विषय को समस्या और समाधान के साथ समाप्त करते हुए प्रभावशाली तरीके से पढ़ने वाले पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहें यही एक अच्छे निबन्ध की कसौटी है।