संरचना तथा भूआकृति विज्ञान-महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

                                                       CBSE कक्षा 11 भूगोल (भाग-ख)

पाठ-2 संरचना तथा भू आकृति विज्ञान
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


दीर्घ प्रश्नोत्तर (5 अंक वाले)

  1. भारत की उत्तर तथा उत्तर पूर्वी पर्वतमाला का पांच बिन्दुओं का विवरण दीजिए?
    उत्तर- 
    1. उत्तर तथा उत्तरपूर्वी पर्वतमाला में हिमालय पर्वत और उत्तर-पूर्वी पहाड़ियाँ शामिल है। इन पर्वतमालाओं की उत्पत्ति विवर्तनिक हलचलों से हुई है। तेज बहाव वाली नदियों से अपरदित ये पर्वत मालाएं अभी भी युवा अवस्था मे हैं।
    2. हिमालय पर्वत भारत के उत्तर में चाप की आकृति मे पश्चिम से पूर्व की दिशा में सिन्धु और ब्रह्मपुत्र नदियों के बीच लगभग 2500 किमी. तथा उत्तर दक्षिण में इसकी चौड़ाई 160-400 किमी है।
    3. मिजोरम, नागालैण्ड और मणिपुर में ये पहाड़ियां उत्तर दक्षिण दिशा में फैली है। ये पहाड़ियाँ उत्तर में पटकाई बुम, नागा पहाड़ियां, मणिपुर पहाड़ियां और दक्षिण से मिजोया लुसाई पहाड़ियों के नाम से जानी जाती हैं।
    4. हिमालय पर्वत की समानान्तर रूप में फैली हुई तीन पर्वत श्रेणियां है।
      1. वृहत हिमालय- यह हिमालय की सबसे ऊंची श्रेणी है। अधिक ऊंचाई के कारण सदा बर्फ से ढ़का रहता है।
      2. मध्य हिमालय अथवा लघु हिमालय- यह वृहत हिमालय के दक्षिण मे लगभग उसके समानान्तर पूर्व पश्चिम दिशा में फैली है। भारत के अधिकांश स्वास्थ्य वर्धक स्थान लघु हिमालय की दक्षिण ढलानों पर ही स्थित हैं।
      3. शिवालिक श्रेणी- यह मध्य हिमालय के दक्षिण में उसके समानान्तर फैली है। यह हिमालय पर्वत श्रृंखला की अन्तिम श्रेणी है और मैदानों से जुड़ी है।
    5. भारतीय उपमहाद्वीप तथा मध्य एवं पूर्वी एशिया के देशो के बीच एक मजबूत दीवार के रूप में हिमालय पर्वत श्रेणी खड़ी है। हिमालय एक प्राकृतिक रोधक ही नहीं अपितु जलवायु, अपवाह और सांस्कृतिक विभाजक भी है|
  2. प्रायद्वीपीय पठार की पांच विशेषताओं का वर्णन कीजिए?
    उत्तर-
    1. प्रायद्वीपीय पठार की उत्तरी सीमा कटी-फटी है, जो कच्छ से आरंभ होकर अरावली पहाड़ियों के पश्चिम से गुजरती हुई दिल्ली तक और फिर यमुना व गंगा डेल्टा तक जाती है।
    2. प्रायद्वीपीय पठार मुख्यतः प्राचीन नाइस व ग्रेनाईट से बना है।
    3. यह पठार भूपर्पटी का सबसे प्राचीनतम भू-खण्ड है जिसकी औसत ऊचाई 600 से 900 मीटर है। यह कैम्ब्रियन कल्प से यह भूखंड एक कठोर खंड के रूप में खड़ा है।
    4. इस पठार के उत्तर पश्चिमी भाग में अरावली की पहाड़ियां, उत्तर में विन्धयाचल और सतपुड़ा की पहाड़िया, पश्चिम में पश्चिमी घाट और पूर्व में पूर्वी घाट स्थित है। सामान्य तौर पर प्रायद्वीप की ऊँचाई पश्चिम से पूर्व को कम होती चली जाती है तथा पठार के उत्तरी भाग का ढाल उत्तर दिशा की ओर है।
    5. इंडो-आस्ट्रेलियन प्लेट का हिस्सा होने के कारण यह ऊर्ध्वाधर हलचलों व खंड भ्रंश से प्रभावित है। नर्मदा तापी और महानदी की भ्रंश घाटियां और सतपुड़ा ब्लॉक पर्वत इसके उदाहरण हैं।
  3. पश्चिमीघाट पर्वत और पूर्वी घाट पर्वत में पांच अन्तर स्पष्ट कीजिए?
    उत्तर- पश्चिमी घाट पर्वत-
    1. ढक्कन के पठार के पश्चिम में पश्चिमी घाट पर्वत उत्तर में महाराष्ट्र से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक फैले है।
    2. इन्हे महाराष्ट्र तथा गोवा में सहयाद्री, कर्नाटक तथा तमिलनाडु में नीलगिरी तथा केरल में अनामलाई और इलायची की पहाड़ियों के नाम से जानते है।
    3. ये पर्वत लगातार एक श्रेणी के रूप में हैं। उत्तर से दक्षिण दिशा में तीन दर्रे थालघाट, भोरघाट तथा पालघाट है।
    4. इस पर्वत श्रेणी की औसत ऊंचाई लगभग 1500 मीटर है जो कि उत्तर से दक्षिण की और बढ़ती जाती है।
    5. प्रायद्वीपीय पठार की सबसे ऊंची चोटी (अनाईमुडी 2695 मीटर) पश्चिमी घाट पर्वत की अन्नामलाई पहाड़ियों में स्थित है। ज्यादातर प्रायद्वीपीय नदियों की उत्पत्ति पश्चिमी घाट से हुई है।
    पूर्वी घाट पर्वत-
    1. ढक्कन के पठार के पूर्व में पूर्वी घाट पर्वत महानदी की घाटी से दक्षिण मे नीलगिरी तक फैले हैं।
    2. पूर्वी घाट पर्वत की मुख्य श्रेणियां जावादी पहाड़िया, पालकोड़ा श्रेणी, नल्लामाला पहाड़ियां, और महेन्द्रगिरी पहाड़ियां हैं।
    3. पूर्वी घाट पर्वत की श्रेणी लगातार नहीं है। कई बड़ी नदियों ने इन्हें काटकर अपने मार्ग बना लिए है।
    4. इस पर्वत श्रेणी की औसत ऊंचाई लगभग 600 मीटर है श्रेणी नदियों द्वारा अपरदित होने के कारण अवशिष्ट श्रृंखला ही है।
    5. पूर्वी और पश्चिमी घाट पर्वत नीलगिरी पहाड़ियों में आपस में मिलते है। इस श्रेणी से कोई बड़ी नदी नहीं निकलती है।
  4. प्रायद्वीपीय पठार तथा हिमालय पर्वत में पांच अन्तर स्पष्ट कीजिए?
    उत्तर- प्रायद्वीपीय पठार-
    1. प्रायद्वीपीय पठार कठोर शैलों का प्राचीन भू खण्ड है।
    2. इस का निर्माण एक उत्खंड के रूप में हुआ है।
    3. यह कैंब्रियन कल्प से लेकर आज तक स्थल क्षेत्र ही रहा है। केवल इसके तटीय क्षेत्र अल्प अवधि के लिए समुद्र में डूब गए थे।
    4. प्रायद्वीपीय पठार में मुख्यतः अवशिष्ट पर्वत पाए जाते है। अरावली पर्वत इसका प्रमुख उदाहरण है।
    5. यहाँ नदी घाटियाँ उथली तथा मंद ढाल वाली है।
    हिमालय पर्वत-
    1. हिमालय कोमल शैलों से निर्मित नवीन पर्वत है।
    2. हिमालय एक मोड़दार पर्वत है जो विभिन्न हलचलों से बना है।
    3. हिमालय पर्वत समूह कैंब्रियन कल्प से लेकर पर्वतों के रूप में निर्माण तक की लम्बी अवधि में जलमग्न ही रहा।
    4. हिमालय तथा उससे संबंधित पर्वत श्रेणियां कमजोर तथा लचीली हैं। परिणामस्वरूप यहां वलन और विरूपण की क्रियाएं हुई हैं।
    5. हिमालय विवर्तनिक पर्वत है: इस कारण यहाँ नदियाँ युवावस्था में है और तीव्र गति से बहती हैं।
  5. हिमालय पर्वत की मुख्य श्रृंखलाओं के नाम लिखिए तथा पश्चिमी हिमालय एवं पूर्वी हिमालय में कम से कम तीन अन्तर स्पष्ट कीजिए?
    उत्तर- हिमालय पर्वत की मुख्य श्रृंखलाऐं इस प्रकार है-
    1. हिमाद्री या बृहत हिमालय
    2. मध्य हिमालय
    3. शिवालिक
    पश्चिमी हिमालय-
    1. इसका विस्तार 72-80 अंक्षाश पूर्वी देशांतरो में सिन्धु और काली नदियों के मध्य है।
    2. औसतन वर्षा 100 सेमी या उससे कम होती है।
    3. अल्पाईन और शंकुधारी वन पाए जाते है।
    4. औसत ऊचाई पूर्वी हिमालय से अधिक है।
    पूर्वी हिमालय-
    1. इसका विस्तार 88 से 97 अक्षांश पूर्वी देशान्तर से पूर्व तीस्ता और ब्रह्मपुत्र नदियों के मध्य है।
    2. औसत वर्षा 200 सेमी या उससे अधिक होती है।
    3. सदाहरित वन अधिक पाए जाते है।
    4. औसत ऊचांई पश्चिमी हिमालय से कम है।
  6. दिए गए रेखा चित्र का अध्ययन करें तथा निम्न प्रश्नों का उत्तर दीजिए :-
    1. उपरोक्त चित्र का सही नामकरण कीजिए।
    2. उपरोक्त चित्र में बृहत हिमालय श्रेणी किस अंक पर दर्शाई गई है।
    3. ब्रह्मपुत्र/सिंधु नदी किस अंक पर दशाई गई है?
    4. संख्या 1 तथा 2 पर स्थित स्थलाकृति के नाम बतलाइये।
    उत्तर- 
    1. हिमालय पर्वत समूह : दक्षिण से उत्तर तक का पाश्र्वचित्र
    2. 4
    3.  6
    4. 1) सिन्धु गंगा के मैदान, 2) शिवालिक श्रेणी।
    5. निर्देश: भारत के दिए गए रेखामानचित्र पर निम्नलिखित को दर्शाएं । संदर्भ के लिए आगे दिए गए मानचित्र की मदद लें।
    6. श्रीलंका, भारत और श्रीलंका के बीच जलसन्धि, कराकोरम दर्रा, शिपकिला दर्रा, नाथुला दर्रा, बोमडिला दर्रा, विन्ध्याचल पर्वत, सतपुड़ा पर्वत, कोंकण तट, तथा खासी पर्वत श्रेणी:



CBSE कक्षा 11 भूगोल (भाग-ख)
पाठ-2 संरचना तथा भू आकृति विज्ञान
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


लघुप्रश्नोत्तर (3 अंक वाले)

  1. भारत के विशाल मैदान को उच्चावच की भिन्नताओं के आधार पर बाँटकर वर्णन कीजिए।
    उत्तर- 
    1. भाबर- यह क्षेत्र शिवालिक पर्वत श्रेणी की तलहटी में उसके सामान्तर पतली पट्टी के रूप में 8 से 10 कि.मी. की चौड़ाई में फैला है। हिमालय पर्वत श्रेणियों से बाहर निकलती नदियां यहाँ पर अपने साथ लाये हुए कंकड़-पत्थर, रेत, बजरी जमा कर देती है और कभी-कभी ये नदियाँ यहाँ मलबे में लुप्त हो जाती हैं।
    2. तराई- भाबर के दक्षिण में तराई क्षेत्र है। भाबर के समान्तर इसकी चौड़ाई 10 से 20 किमी है। भाबर क्षेत्र में लुप्त नदियाँ इस प्रदेश में धरातल पर निकल आती हैं। इस क्षेत्र में दलदल होती है। यहाँ प्राकृतिक वनस्पति काफी अधिक होती है।
    3. बांगर- मैदान का वह भाग जहाँ नदियों की बाढ़ का जल नही पहुँच पाता। इस क्षेत्र का निर्माण पुरानी जलोढ़ मिट्टी से हुआ है। इस क्षेत्र में कही-कही चूनायुक्त कंकरीली मिट्टी पाई जाती है।
    4. खादर- खादर वह क्षेत्र है जहां नदियों की बाढ़ का जल प्रतिवर्ष आता रहता है। जिसके कारण हर वर्ष मिट्टी की नई परत बिछ जाती है हर वर्ष नई मिट्टी के जमाव के कारण खादर क्षेत्र बहुत उपजाऊ होते हैं।
  2. भारत में ठंडा मरूस्थल कहां स्थित है? इस क्षेत्र की मुख्य श्रेणियों के नाम बताइए?
    उत्तर-
    1. भारत में ठंडा मरूस्थल काश्मीर हिमालय के उत्तर पूर्वी क्षेत्र लेह-लद्दाख में स्थित है|
    2. यह ठंडा मरूस्थल वृहत हिमालय और काराकोरम श्रेणियों के बीच स्थित है।
    3. इस क्षेत्र की प्रमुख श्रेणियां है।
      1. लद्दाख श्रेणी
      2. जॉस्कर श्रेणी
      3. काराकोरम श्रेणी
  3. हिमालय पर्वतमाला की पूर्वी पहाड़ियो की तीन विशेषताएं बताइए?
    उत्तर- 
    1. हिमालय पर्वत के इस भाग में पहाड़ियों की दिशा उत्तर से दक्षिण है।
    2. ये पहाड़िया विभिन्न स्थानीय नामों से जानी जाती है। उत्तर में पटकाई बूम, नागा पहाड़ियां, मणिपुर पहाड़िया और दक्षिण में मिजो या लुसाई पहाड़ियो के नाम से जानी जाती है।
    3. यह एक नीची पहाड़ियों का क्षेत्र है जहां अनेक जनजातियां ‘झूम’ या स्थानांतरी खेती/कृषि मे सलंग्न है।
  4. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में स्थित द्वीप समूहों का तीन बिन्दुओं में तुलनात्मक अध्ययन कीजिए?
    उत्तर-
    1. ये द्वीप समूह अरब सागर में लक्षद्वीप तथा बंगाल की खाड़ी में अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के नाम से जाने जाते है।
    2. बंगाल की खाड़ी में लगभग 527 द्वीप है जिन्हें दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है और इन्हें 10 अंश चैनल द्वारा अलग किया जाता है। ये द्वीप समूह जलमग्न पर्वतों के ऊपरी भाग हैं। कुछ छोटे द्वीपो की उत्पत्ति ज्वालामुखी से हुई है। बैरन द्वीप भारत का एकमात्र जीवंत ज्वालामुखी निकोबार द्वीप समूह में स्थित है।
    3. अरब सागर के द्वीपो में लक्षद्वीप और मिनिकॉय शामिल है। यह पूरा द्वीप समूह प्रवाल निक्षेप से बना है। यहाँ 36 द्वीप हैं और इनमें से 11 पर मानव बसाव है। मिनिकॉय सबसे बड़ा द्वीप है। पूरा द्वीप समूह 11 चैनल द्वारा दो भागों मे बांटा गया है। उत्तर में अमीनी द्वीप और दक्षिण मे कनानोर द्वीप।
  5. भारत के पश्चिमी तटीय मैदान तथा पूर्वी तटीय मैदान की तीन बिन्दुओं में तुलना कीजिए?
    उत्तर- पश्चिमी तटीय मैदान-
    1. यह तटीय मैदान मध्य भाग में संकीर्ण है परंतु उत्तर और दक्षिण में चौड़े हो जाते हैं।
    2. यहां बहने वाली नदियां अपेक्षाकृत छोटी है और ये डेल्टा नहीं बनाती।
    3. यह मैदान अधिक कटा-फटा है जिस कारण यहां पत्तनों एवं बन्दरगाह के विकास के लिए प्राकृतिक परिस्थितियां अनूकूल है। इसे उत्तर में गोवा तक कोकंण तथा दक्षिण में केरल तक मालाबार तट कहते है।
    पूर्वी तटीय मैदान:
    1. पश्चिमी तटीय मैदान की तुलना में पूर्वी तटीय मैदान चौड़ा है।
    2. यहां बहने वाली नदियां लम्बे चौड़े डेल्टा बनाती हैं।
    3. इसमें महानदी, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी का डेल्टा शामिल है।
    4. उभरा हुआ तट होने के कारण यहां बन्दरगाह कम है। यहां पत्तनों और बन्दरगाहों का विकास मुश्किल है।
    5. इसे गोदावरी नदी के मुहाने से उत्तर में उत्तरी सिरकार तट तथा इसके दक्षिण में इसे कोरोमंडल तट कहते है।
  6. पश्चिमी तटीय मैदान पर कोई डेल्टा क्यों नहीं है?
    उत्तर-
     पश्चिमी तटीय मैदान, अरब सागर के तट पर फैला एक संकरा मैदान है। इसके पूर्व में पश्चिमी घाट की पहाड़ियां है जिनसे अनेक छोटी-छोटी और तीव्रगामी नदियां निकलती है। छोटा मार्ग और कठोर शैल होने के कारण ये नदियां अधिक तलछट नहीं लातीं। अवसाद का पर्याप्त निक्षेप न होने के कारण यहां कोई डेल्टा नहीं बन पाता।
  7. "भारतीय मरूस्थल कभी समुद्र का हिस्सा था।” इस कथन की पुष्टि कीजिए?
    उत्तर-
     भारतीय मरूस्थल अरावली पहाड़ियों के उत्तर पश्चिम में स्थित हैं। यह माना जाता है कि मैसोजोइक काल में यह क्षेत्र समुद्र का हिस्सा था। इसके निम्नलिखित प्रमाण हैं -
    1. आकल में स्थित काष्ठ जीवाश्म पार्क तथा
    2. जैसलमेर के निकट ब्रह्मसर के आस-पास के समुद्री निक्षेप हैं।
  8. अरूणाचल प्रदेश में कौन-सी जनजातियाँ निवास करती हैं?
    उत्तर-
     अरूणाचल हिमालय में पश्चिम से पूर्व की ओर क्रमश मोनपा, डफ्फला, अबर, मिशमी, निशी और नागा जनजातियाँ निवास करती हैं।

CBSE कक्षा 11 भूगोल (भाग-ख)
पाठ-2 संरचना तथा भू आकृति विज्ञान
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


अतिलघु प्रश्न (1 अंक वाले)

  1. करेवा किसे कहते है?
    उत्तर- करेवा 'पीरपंजाल श्रेणी पर 1000-1500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हिमोढ़ के जमाव है जिन्हें हिमनदियों ने निक्षेपित किया है। यहाँ पर केसर (जाफरान) की खेती होती है।
  2. वृहत् हिमालय श्रृंखला को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
    उत्तर-
     वृहत् हिमालय श्रृंखला को ‘केंद्रीय अक्षीय श्रेणी' अथवा महान हिमलाय भी कहा जाता है। इसकी पूर्व-पश्चिम लम्बाई लगभग 2500 किमी. तथा उत्तर-दक्षिण चौड़ाई 160 से 400 किमी. तक है।
  3. जम्मू व कश्मीर की दो अलवणीय झीलें तथा दो लवणीय झीलें कौन सी हैं?
    उत्तर-
     डल झील व वुलर झील अलवणीय झीलें हैं जबकि पाँगॉगसो (Pangongstso) तथा सोमुरीरी (Tsomuriri) लवणीय झीलें हैं। 
  4. जम्मू काश्मीर की राजधानी (श्रीनगर) कौन सी नदी के किनारे स्थित है?
    उत्तर- झेलम नदी के किनारे।
  5. प्रसिद्ध ‘फूलो की घाटी’ किस पर्वतीय क्षेत्र में स्थित है?
    उत्तर- बृहत हिमालय - उत्तराखंड राज्य में।
  6. दुआर स्थलाकृतियां कहां पाई जाती है?
    उत्तर- दार्जिलिग और सिक्किम हिमालय में।
  7. दुआर स्थलाकृतियों का उपयोग किस के लिए किया जाता है?
    उत्तर- चाय बागान लगाने के लिए।
  8. मणिपुर और मिजोरम की एक मुख्य नदी कौन सी है?
    उत्तर- बराक नदी।
  9. लोकताक झील कहा/किस राज्य में स्थित है?
    उत्तर- मणिपुर में।
  10. अरावली पर्वत की सबसे ऊँची चोटी कौन सी है?
    उत्तर- गुरू शिखर।
  11. मालेसिस बेसिन’ किस राज्य को कहा जाता है?
    उत्तर- मिजोरम में।
  12. महाराष्ट्र में पश्चिमी घाट को किस नाम से जाना जाता है?
    उत्तर- सहयाद्री।
  13. प्रायद्वीपीय पठार की सबसे ऊँची चोटी कौन सी है?
    उत्तर- अनाईमुडी (2695 मीटर)
  14. नीलगिरी पहाड़ियों की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
    उत्तर- डोडाबेटा (2637 मी.)
  15. पूर्वी तथा पश्चिमी घाट कहां आपस में मिलते है?
    उत्तर- नीलगिरी पहाड़ियों में।
  16. मालाबर तट की विशेष स्थलाकृति ‘कयाल’ किस कार्य के लिए प्रयोग की जाती है?
    उत्तर- मछली पकड़ने तथा अंतःस्थलीय नौकायन के लिए।
  17. नेहरू ट्राफी वलामकाली (नौका दौड़) का आयोजन कहाँ किया जाता है?
    उत्तर- ‘पुन्नामदा कयाल’ में जो केरल मे स्थित है।
  18. कौन सा तटीय मैदान उभरे हुए तट का उदाहरण है?
    उत्तर- पूर्वी तटीय मैदान।
  19. दक्कन का पठार कौन सी चट्टानो से बना है?
    उत्तर- प्राचीन नाइस और ग्रेनाइट से।
  20. भारत में स्थित हिमालय पर्वत की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
    उत्तर- कंचन जंघा 8598 मीटर
  21. भारत की प्राचीनतम पर्वत श्रेणी कौन सी है?
    उत्तर- अरावली पर्वत श्रेणी।
  22. अंडमान और निकोबार को कौन सा जलक्षेत्र अलग करता है?
    उत्तर- 10 अंश चैनल।
  23. भारत में प्रवाल द्वीपों का एक समूह कौन सा द्वीप है?
    उत्तर- लक्षद्वीप समूह।
  24. भारत का एक मात्र जीवंत ज्वालामुखी कहाँ स्थिति है?
    उत्तर- बैरन द्वीप एकमात्र जीवंत ज्वालामुखी है जो निकोबार द्वीपसमूह में स्थित है।
  25. अंडमान -निकोबार द्वीप समूह की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है?
    उत्तर- सैडल चोटी (738 मीटर) जो उतरी अंडमान में स्थित है।
  26. लक्षद्वीप द्वीपसमूह का सबसे बड़ा द्वीप कौन सा है?
    उत्तर- मिनिकॉय सबसे बड़ा द्वीप है जो 453 वर्ग किलोमीटर बड़ा है।
  27. लक्षद्वीप द्वीपसमूह के कितने द्वीपों पर मानव आवास है?
    उत्तर- 11 द्वीपो पर।
  28. भारत के कुछ प्रमुख दूनों का नाम लिखो।
    उत्तर-
     चंडीगढ़-कालका दून, नालागढ़ दून, हरीके दून, देहरादून, कोटड़ी दून। इनमें
    देहरादून सबसे बड़ा दून है।
  29. झूम (Jhumming) खेती हिमालय के किस क्षेत्र की विशेषताएँ हैं?
    उत्तर-
     अरूणाचल हिमालय की |
  30. नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली कोई दो निक्षेपण स्थलाकृतियों के नाम बताइए |
    उत्तर-
     बालुरोधिका, विसर्प, गोखुर झील, गुंफित सरिताएँ आदि।
  31. कश्मीर हिमालय में स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कौन से हैं?
    उत्तर-
     वैष्णो देवी, अमरनाथ गुफा, चरार-ए-शरीफ ।
  32. हिमाचल उत्तराखंड हिमालय में स्थित पवित्र तीर्थ स्थान कौन से हैं?
    उत्तर-
     गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ तथा हेमकुंड साहिब।
  33. मेघालय पठार में कौन से खनिजों के भंडार हैं?
    उत्तर-
     कोयला, लोहा, सिलीमेनाइट, चूना पत्थर तथा यूरेनियम।