मानव बस्ती-पुनरावृति नोट्स
CBSE Class 12 भूगोल भाग – 1
पाठ - 10 मानव बस्तियाँ
पुनरावृति नोटस
अवधारणा मानचित्र
पाठ एक नजर में
महत्वपूर्ण बिंदु
- बस्ती से तात्पर्य उन मकानों अथवा झोपड़ियों के समूह से है जिसका एक अभिन्यास प्लान होता है। इसमें आवासीय भवन अथवा अन्य प्रयोजनों के लिए बने भवन होते हैं।
- एक स्थान जो साधारणतया स्थाई या अस्थाई रूप से बसा हुआ हो, मकानों का समूह हो, बस्ती कहलाता है |
- बस्तियों को प्रमुख रूप से नगरीय एवं ग्रामीण बस्तियां तथा ग्राम और नगरों में उनके आकार और प्रकार्यो के आधार पर बाँटा जाता है।
- ग्रामीण बस्तियाँ प्रमुख रूप से प्राथमिक क्रियाओं के साथ संबंधित होती है। जबकि नगरीय बस्तियाँ अपनी नोडियता एवं द्वितीयक और तृतीयक व्यवसायों की प्रधानता के आधार पर पहचानी जाती है।
- बस्तियों को उनकी बसावट की सघनता के आधार पर संहत और प्रकीर्ण बस्तियों के अंतर्गत रखा जा सकता है |
- नगरीय बस्तियों को ग्रामीण बस्तियों से पृथक करने का आधार विभिन्न देशों में विभिन्न है।
- ग्रामीण बस्तियाँ प्रत्यक्ष एवं गहन रूप से भूमि से जुड़ी हुई होती हैं। अपनी आकृति के अनुसार यह गुच्छित, अर्द्ध-गुच्छित तथा परिक्षिप्त हो सकती है।
- ग्रामीण बस्तियों को उनके प्रतिरूप के आधार पर गोलाकार, वर्गाकार, रैखिक तथा क्रास आकृति में बांटा जा सकता है।
- एक नगरीय बस्ती ग्रामीण बस्ती से प्रशासनिक, व्यावसायिक तथा जनसंख्या के आधार पर पृथक की जाती है। विश्व के भिन्न-भिन्न देशों में इसके भिन्न-भिन्न- मानक है |
- अपने प्रकार्यों के अनुसार नगरों को प्रशासनिक सुरक्षा, सांस्कृतिक, औद्योगिक तथा व्यापारिक और परिवहन नगरों में बांटा गया है।
- नगरीकरण के कारण सुविधाओं के साथ-साथ अनेक समस्याएँ भी उत्पन्न होती है।
- ग्रामीण एवं नगरीय दोनों ही बस्तियाँ अलग-अलग प्रकार की समस्याओं का सामना करती है |
- ग्रामीण बस्तियों की समस्यायें आधारभूत सुविधाओं का ना मिलना होता है जैसे शुद्ध पेयजल, पक्की सड़के, चिकित्सा, स्वच्छता, शिक्षा आदि |
- नगरीय बस्तियाँ जनसंख्या के अधिक दबाव, पर्यावरण के निम्नीकरण, सामजिक अकेलापन एवं बढ़ते अपराधों जैसी समस्याओं का सामना करती है |