भूगोल एक विषय के रूप में-महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

                                                            CBSE कक्षा 11 भूगोल

(भाग क) पाठ-1 भूगोल एक विषय के रूप में
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


अति लघुउत्तरीय प्रश्न (1 अंक वाले)

  1. हमें भूगोल विषय का अध्ययन क्यों करना चाहिये ?
    उत्तर-
     ‘भूगोल' का अध्ययन हमारे लिए अति आवश्यक है क्योंकि :-
    1. भूगोल के अध्ययन से हमें मानव समाजों में पायी जाने वाली विभिन्नता को समझने में आसानी होती है। जिससे वैश्विक शान्ति और भाई - चारे की भावना प्रबल होती है।
    2. भूगोल हमको भू पृष्ठ की विविधताओं को समझने तथा स्थान व समय अर्थात space and Time के संदर्भ में ऐसी विभिन्नताओं को पैदा करने वाले कारकों की तलाश करने की योग्यता देता है।
    3. भूगोल मानचित्र के जरिये वास्तविक पृथ्वी को जानने और धरातल पर विभिन्न तत्वों के दृश्य ज्ञान की कुशलता विकसित करता है।
    4. भूगोल में आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों जैसे :- भौगोलिक सूचना तंत्र (GIS) संगणक मानचित्र-कला (Computer Cartography) दूर संवेदन (Remote Sensing) के अध्ययन ने ज्ञान और कुशलता को प्राप्त करने तथा राष्ट्रीय विकास में सहयोग करने की दक्षता प्रदान की है।
    5. इसने विश्व में व्यापार-वाणिज्य में वृद्धि के साथ - साथ प्रशासन चलाने, भ्रमण व पर्यटन को बढ़ावा दिया है।
  2. 'भूगोल' अर्थात् Geography का शब्दिक अर्थ क्या है ?
    उत्तर-
     'भूगोल' ग्रीक भाषा में दो शब्दों GEO अर्थात पृथ्वी तथा Graphos अर्थात वर्णन करना से बना है। इस तरह इसका शाब्दिक अर्थ 'पृथ्वी का वर्णन करना' है।
  3. Geography शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था ?
    उत्तर-
     'इरेटॉस्थनीज, नामक ग्रीक विद्वान ने 232 ई. पू. में Geography शब्द का प्रयोग किया था|
  4. किस प्रश्न ने भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करने में मदद की ?
    उत्तर-
     'क्या, कहाँ और क्यों, प्रश्न ने भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करने में मदद की |
  5. भूगोल अध्ययन के दो प्रमुख उपागम कौन से हैं ?
    उत्तर-
    1. क्रमबद्धab उपागम (Systematic Approach)
    2. प्रादेशिक उपागम (Regional Approach)
  6. भूगोल की दो मुख्य शाखाएँ कौन सी हैं ?
    उत्तर-
     
    1. भौतिक भूगोल (Physical Geography)
    2. मानव भूगोल (Human Geography)
  7. 'रिचर्ड हार्टशोर्न’ ने भूगोल को किस प्रकार परिभाषित किया है?
    उत्तर-
     "भूलक उद्देश्य रालक प्रदेशक/क्षेत्रय मनता कवर्णनाएं व्याख्या करना है" |
  8. प्रकृति व मानव के बीच अन्तप्रक्रियात्मक संबंधों से किस प्रकार के मानव के दर्शन होते हैं?
    उत्तर-
     
    1. प्रकृति प्रभावित मनुष्य के।
    2. मानवीकृत प्रकृति के।
  9. प्रकृति एवं मानव के बीच अन्तर्संबंध कैसे स्थापित हुए?
    उत्तर-
     
    1. अनुकूलन (Adaptation) के द्वारा
    2. आपरिवर्तन (Modification) को द्वारा
  10. भूगोल में अर्थशास्त्र व जनांकिकी विषयों के अंतरापृष्ठ (Interface) कौन से हैं ?
    उत्तर- 'अर्थशास्त्र का अंतरापृष्ठ आर्थिक भूगोल तथा 'जनांकिकी का अंतरापृष्ठ जनसंख्या भूगोल हैं।
  11. भूगोल में ‘दर्शन के दो अंग कौन से हैं ?
    उत्तर-
    1. भौगोलिक चिंतन
    2. मानव पारिस्थितिकी
  12. भूगोल का अध्ययन मनुष्य में किस प्रकार के जीवन मूल्यों का विकास करता है ?
    उत्तर-
     भूगोल का अध्ययन मनुष्य में निम्नलिखित जीवन मूल्यों का विकास करता है-
    1. विश्वबन्धुत्व
    2. यथार्थता
    3. परस्पर सहयोग
    4. कर्मठता
    5. निष्ठा
    6. प्रयत्नशीलता
  13. प्रादेशिक भूगोल की विभिन्न शाखाएँ कौन सी हैं ?
    उत्तर-
     प्रादेशिक उपागम पर आधारित प्रादेशिक भूगोल की निम्नलिखित शाखाएँ हैं -
    1. प्रादेशिक/क्षेत्रीय अध्ययन
    2. प्रादेशिक नियोजन
    3. प्रादेशिक विकास
    4. प्रादेशिक विवेचना/विश्लेषण
  14. भूगोल किस प्रकार ऐतिहासिक घटनाओं को प्रभावित करता है ?
    उत्तर-
    1. दूरी - दूरी ने विश्व इतिहास को बदलने में एक प्रभावशाली कारक का काम किया है।
    2. क्षेत्रीय विस्तार - क्षेत्रीय विस्तार ने युद्ध के दौरान, विशेषकर पिछली शताब्दी में, अनेक देशों को सुरक्षा प्रदान की है।
    3. विस्तृत समुद्र - विशाल समुद्र ने नया विश्व प्रदान कर उसकी भूमि को युद्ध से बचाया है।

CBSE कक्षा 11 भूगोल
(भाग क) पाठ-1 भूगोल एक विषय के रूप में
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


(दीर्घ उत्तरय प्रश्न) (5 अंक वाले)

  1. भूगोल सामाजिक व प्राकृतिक विज्ञानों से संबंध क्यों बनाता है ? समझाइये।
    उत्तर-
     
    1. भूगोल प्राकृतिक एवं सामाजिक विज्ञानों के साथ घनिष्ठता से जुडा हुआ है। इसका अपना एक विधितंत्र एवं उपागम है, जो इसे अन्य विज्ञानों से अलग करता है।
    2. भूगोल का दूसरे विषयों के साथ परासरणी (Osmotic) संबंध होता है, जबकि दूसरे विषयों का अपना निजी विषय क्षेत्र होता है।
    3. भूगोल व्यष्टिपरक सूचनाओं के बहाव को अवरूद्ध नहीं करता, जैसे कि शरीर की कोशिका झिल्ली रक्त बहाव को अवरूद्ध नहीं करती।
    4. भूगोलवेत्ता सहयोगी विषयों से प्राप्त सूचनाओं एवं आंकडो का इस्तेमाल करते हुए क्षेत्रीय संदर्भ में उनका संश्लेषण विश्लेषण करता है।
    5. मानचित्र जो भूगोलवेताओं का एक महत्वपूर्ण उपकरण है, क्षेत्रीय प्रतिरूप को दृश्यरूप में दर्शाता है।
  2. भूगोल के दो प्रमुख उपागमों का वर्णन कीजिए?
    उत्तर-
     भूगोल के दो प्रमुख उपागम निम्नलिखित हैं-
    (i) क्रमबद्ध भूगोल (Systematic Geography):-
    • क्रमबद्ध भूगोल में एक विशिष्ट भौगोलिक तत्व का अध्ययन किया जाता है।
    • क्रमबद्ध विधि किसी क्षेत्र का समाकलित (Integrated) रूप प्रस्तुत करती है।
    • यह विधि राजनैतिक इकाइयों पर आधारित होती है। (4) यह अध्ययन, खोज व तथ्यों को प्रस्तुत करती है।
    • इस अध्ययन में एक घटक जैसे जलवायु के आधार पर विभिन्न प्रकार व उप-प्रकार निश्चित किए जाते हैं।
      (ii) प्रादेशिक भूगोल (Regional Geography):-
    • प्रादेशिक भूगोल में किसी एक प्रदेश का सभी भौगोलिक तत्वों के संदर्भ में एक इकाई के रूप में अध्ययन किया जाता है।
    • प्रादेशिक विधि एकाकी रूप प्रस्तुत करती है।
    • यह विधि भौगोलिक इकाइयों पर आधारित है।
    • यह विधि किसी प्रदेश के वातावरण तथा मानव के बीच अंतर्सबंध प्रस्तुत करती है।
    • इस अध्ययन में प्रदेशों का सीमांकन किया जाता है। इसे प्रादेशीकरण कहते हैं।
  3. स्पष्ट कीजिए कि किस प्रकार भूगोल अन्य सामाजिक शास्त्रो से सम्बन्धित है। उचित उदाहरण देते हुए स्पष्ट कीजिए?
    उत्तर-
     भूगोल की प्रमुख शाखा मानव भूगोल का अन्य सामाजिक विज्ञानों के विषयों जैसे इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र दर्शनशास्त्र, जनांकिकी आदि के साथ निकट का सम्बन्ध है। जो इस प्रकार है:-
    1. इतिहास तथा भूगोल का आपस में गहरा सम्बन्ध है क्योंकि ये दोनों विषय क्रमश: काल तथा स्थान के अध्ययन से सम्बंधित हैं।
    2. राजनीतिशास्त्र में राज्य, क्षेत्र जनसंख्या, प्रभुसत्ता आदि का विश्लेषण सम्मिलित है जबकि राजनितिक भूगोल में एक क्षेत्रीय इकाई के रूप में राज्य तथा उसकी जनसंख्या के राजनीतिक व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।
    3. भूगोल की एक उपशाखा आर्थिक भूगोल तथा अर्थशास्त्र का घनिष्ट संबंध है। अर्थशास्त्र तथा आर्थिक भूगोल की विषय वस्तु में बहुत सी समानताएँ पाई जाती हैं।
      इस प्रकार जनसंख्या भूगोल जननांकिकी से, सामाजिक भूगोल समाजशास्त्र से, तथा सांस्कृतिक भूगोल मानवशास्त्र से सम्बंधित हैं|

  4. क्या ? कहाँ ? और क्यों? वर्गों के प्रश्नों का वर्णन कीजिए जिनका भूगोल देता है?
    उत्तर-
     भूगोल एक वैज्ञानिक विषय है। एक परिपक्व वैज्ञानिक विषय के रूप में भूगोल निम्नलिखित तीन वगों के प्रश्नों से संबंधित है :-
    1. क्या ? कुछ प्रश्न ऐसे होते है जो भूतल पर पाई जाने वाली प्राकृतिक तथा  सांस्कृतिक विशेषताओं के प्रतिरूप की पहचान से जुड़े हुए होते हैं, जो 'क्या' प्रश्न का उत्तर देते है।
    2. कहाँ ? कुछ ऐसे भी प्रश्न होते हैं जो पृथ्वी पर भौतिक एंव सांस्कृतिक तत्वों के वितरण से जुड़े हुए होते हैं, ये कहाँ’ प्रश्न से संबद्ध होते हैं।
    3. क्यों ? प्रश्नों का तीसरा वर्ग व्याख्या अथवा तत्वों के बीच कार्य-कारण संबंध से जुडा होता है, जो 'क्यों' का उत्तर देता है।
  5. भौतिक भूगोल की प्रमुख शाखाओं का वर्णन कीजिए ?
    उत्तर-
     भौतिक भगोल की निम्नलिखित चार प्रमुख शाखाएँ है:-
    1. भू आकृतिक विज्ञान :- भूपृष्ठ पर पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के भू-लक्षणों, जैसे-महाद्वीपों पर्वतों पठारों, मैदानों, नदी घाटियों आदि का जननिक अध्ययन है।
    2. जलवायु विज्ञान :- इसमें जलवायु तथा इसके संघटक तत्वों का क्रमबद्ध अध्ययन किया जाता है। वर्षा, तापमान, वायुदाब, पवन, आंधी आदि जलवायु के मुख्य घटक है।
    3. जल विज्ञान :- इसमें महासागरों, नदियों, झीलों, हिमानियों तथा जलवाष्प द्वारा प्रकृति तथा मानव जीवन में जल की भूमिका का अध्ययन किया जाता है।
    4. मृदा भूगोल :- इसमें मृदा के निर्माण की प्रक्रिया उनके प्रकार तथा उनके वितरण का अध्ययन किया जाता है।
  6. मानव भूगोल के अन्तर्गत कौन – कौन सी प्रमुख उपशाखाएँ शामिल हैं ?
    उत्तर-
     मानव भूगोल भूपृष्ठ पर मानवीय अथवा सांस्कृतिक तत्वों का अध्ययन करता है। मानवीय तत्व कहलाते हैं। इसलिए मानव भूगोल बहुत ही विस्तृत विषय है और इसकी अनेक शाखाएं निम्नलिखित हैं :-
    1. सास्कृतिक भूगोल |
    2. सामाजिक भूगोल |
    3. जनसंख्या उगोल |
    4. नगरीय भूगोल।
    5. ग्रामीण भूगोल |
    6. आर्थिक भूगोल |
    7. कृषि भूगोल
    8. औद्योगिक भूगोल।
    9. राजनितिक भूगोल।
    10. व्यापार एंव परिवहन भूगोल।
  7. भौतिक भूगोल के अध्ययन का मानव जीवन के लिए क्या महत्व है?
    उत्तर-
     भौतिक भूगोल, भूगोल की एक महत्वपूर्ण शाखा है, क्योंकि यह समस्त भूगोल के अध्ययन को ठोस आधार प्रदान करता है। भूगोल की यह सबसे महत्वपूर्ण तथा आधारभूत शाखा भूमंडल, वायुमंडल, जल मंडल तथा जैव मंडल के अध्ययन से संबंधित है। भौतिक भूगोल के इन सभी तत्वों (भू-आकृतियों, जल-प्रवाह व च्चावच) का विशेष महत्व है क्ये।ांकि ये मानव के क्रियाकलापों को प्रभावित करते हैं। उदाहरणतया मैदानों का प्रयोग कृषि के लिए किया जाता है। उपजाऊ मिट्टी, कृषि को ठोस आधार प्रदान करती है। सभी मानवीय क्रियाकलाप को ठोस आधार प्रदान करती है। सभी मानवीय क्रियाकलाप भौतिक भूगोल की विभिन्न शाखाओं से प्रभावित होते हैं।
  8. क्या भूगोल को क्षेत्रीय भिन्नता का अध्ययन मानना तार्किक है? तीन बिन्दुओं में इस की पृष्टि कीजिए?
    उत्तर-
     
    1. भूगोल में उन सभी तत्वों का अध्ययन करना होता है जो क्षेत्रीय सन्दर्भ में भिन्न होते हैं|
    2. भूगोलवेत्ता मात्र धरातल पर तथ्यों में विभिन्नता का अध्ययन नहीं करता बल्कि उन कारकों का भी अध्ययन करता है जो इन विभिन्नताओं को जन्म देते हैं। (कार्य-कारण सम्बन्ध)
    3. उदाहरण के तौर पर फसल के स्परूप में प्रादेशिक भिन्नताएं पाई जाती हैं, जो मिट्टी, जलवायु बाजार में मांग, किसानों की व्यय-क्षमता, तकनीकी निवेश की उपलब्धता आदि में भिन्नताओं से समबन्धित होती है। इस प्रकार भूगोल दो तत्वों के मध्य कार्य-कारण संबंध भी ज्ञात करता है।
  9. मानव और प्रकृति के अन्तर्सबंधों को तीन बिन्दुओं में स्पष्ट कीजिए।
    उत्तर-
     
    1. मानव के अनुकूलन (Adaptation) तथा आपरिवर्तन अर्थात (Modification) के माध्यम से प्रकृति के साथ समझौता किया है।
    2. मानव ने उच्च तकनीकी एंव प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग करके प्राकृतिक वातावरण में परिवर्तन किए हैं।
    3. तकनीकी के क्रमिक विकास के साथ मानव अपने ऊपर भौतिक पर्यावरण के द्वारा कसे हुए बंधन को ढीला करने में सक्षम हो गया है। तकनीकी ने श्रम की कठोरता को कम करके श्रम-क्षमता को बढ़ाया है तथा कार्य के दौरान अवकाश का प्रावधान किया है।
  10. भूगोल अध्ययन की आगमन तथा निगमन पद्धतियों में अन्तर स्पष्ट करें।
    उत्तर-
     आगमन पद्धति (Inductive Method) - आगमन पद्धति के अन्तर्गत भूगोलवेत्ता तथ्यों का एक समुच्चय (Set of Facts) एकत्रित कर लेता है। इनमें पाई जाने वाली समानताओं को छाँट लेता है और नियम निर्मित करता है। यह अध्ययन विशेष से सामान्य के सिद्धांत' (From specific to general) पर आधारित है।
    निगमन पद्धति (Deductive Method) - इसके अन्तर्गत कहे गये आधार पर वाक्य से निष्कर्ष निकाले जाते हैं। यह विधि सामान्य से विशेश (From general to specific) के सिद्धांत' पर आधारित है।