धर्मनिरपेक्षता - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
CBSE कक्षा 11 राजनीति विज्ञान
पाठ-17 धर्म निरपेक्षता
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
पाठ-17 धर्म निरपेक्षता
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
एक अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
- धर्म निरपेक्षता का क्या अर्थ है।
उत्तर- विभिन्न धर्मों के बीच बिना भेदभाव के समान अवसर प्रदान करना। - कश्मीरी पण्डितों को कौन-से राज्य से निकाला गया?
उत्तर- जम्मू कश्मीर। - सिख धर्म के दंगे कब हुए?
उत्तर- 1984। - धर्म के दो मुख्य दोष कौन से है?
उत्तर- धर्म के अन्दर वर्चस्ववाद धर्म के बीच वर्चस्ववाद। - कुछ लोग मानते हैं धर्म महज जन समुदाय के लिए ....... है।
उत्तर- अफीम। - कमाल अता तुर्क का पुराना नाम क्या था?
उत्तर- कमाल पाशा। - अतातुर्क का क्या अर्थ है?
उत्तर- तुर्को का पिता। - भारतीय संविधान में पंथ निरपेक्ष शब्द कब जोड़ा गया?
उत्तर- 42वें संशोधन 1976 में। - अनुच्छेद 25 से 28 किस के लिए बनाया गया है।
उत्तर- धार्मिक अधिकार। - पंथ निरपेक्ष शब्द को वोट की राजनीति क्यों कहते है?
उत्तर- उम्मीदवार धर्म के नाम चुने जाते है।
दो अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
- धर्म शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर- कर्त्तव्य का पालन करना
धर्म के अनेक पंथ सम्महित होते है। - धर्म निरपेक्षता बनाए रखने के दो उपाय बताओ?
उत्तर-- राज्यसत्ता चलाने वाला किसी धर्म से सम्बन्धित न हो।
- किसी धर्म की तरफदारी न करना।
- भारतीय धर्म निरपेक्षता की क्या विशेषता है?
उत्तर- बिना किसी धार्मिक भेदभाव के संविधान में समानता का अधिकार, सभी को अपना धर्म मानने की छूट, कानून के समक्ष समानता बगैर धर्म की परवाह के। - धर्म में राज्य की सैद्धान्तिक दूरी से आप क्या समझते है?
उत्तर- राज्य का अपना कोई धर्म नहीं। - धर्म निरपेक्षता की दो कमियां लिखो?
उत्तर-- वोट बैंक की राजनीति।
- एक असंभव परियोजना।
- 20वीं शताब्दी में तुर्की में किस तरह धर्म निरपेक्षता को अपनाया गया?
उत्तर-- मुस्लमान की एक विशेष टोपी पहनने पर रोक।
- पश्चिमी पोशाक पहनने पर बल।
- अंतधार्मिक वर्चस्व का अर्थ स्पष्ट करे?
उत्तर-- विशेष धर्म के अन्दर किसी विशेष समुदाय का बोल बाला या मनमानी करवाना।
- महिलाओं तथा दलितों का शोषण व भेदभाव।
- पश्चिमी धर्म निरपेक्षता का मूल मन्त्र क्या है? ये वर्चस्ववाद का उदहारण कैसे हैं?
उत्तर-- धर्म तथा राजसत्ता का सम्बन्ध अलग-अलग।
- दोनों एक दूसरें में हस्ताक्षेप नहीं करते।
- इंटरनेट का प्रयोग, पश्चिमी पोशाक का पहनना मैकडोन्लड का खाना पीना जैसी लाखों चीजों का प्रचलन वर्चस्ववाद कहलाता है।
- किसी अल्पसंख्यक समुदाय को अपने पृथक शैक्षिक संस्था बनाने की अनुमति होना क्या धर्म निरपेक्षता है? कारण बताइए?
उत्तर- हाँ, धर्म निरपेक्षता है क्योंकि अनुच्छेद 29 के अनुसार, अल्पसंख्यकों को अपनी विशेष भाषा, लिपि या संस्कृति बनाए रखने का अधिकार है।
अनुच्छेद 31 अल्पसंख्यक तथा अन्य सभी अपनी रूचि की शिक्षा प्राप्त कर सकते है।
चार अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
- धर्म निरपेक्षता की भारतीय अवारण तथा पश्चिमी अवधारणा में क्या अन्तर है?
उत्तर-- भारत में धार्मिक सहनशीलता पश्चिती देशों में नहीं।
- विभिन्नता के साथ भेदभाव नहीं, अल्पसंख्यकों को सरंक्षण प्रदान। पश्चिम में नहीं।
- सम्प्रदायिकता का क्या अर्थ है? इसे रोकने के उपाय बताइए?
उत्तर- अपने धर्म को अधिक महत्व देना दूसरे धर्म को हीन समझना।
रोकने के उपाय:-- भेदभाव करने वाली राजनीतिक दलों की मान्यता समाप्त करना।
- अधिकारियों को दण्डित करना।
- शिक्षा सामग्री में बदलाव।
- भेदभाव पैदा करने वाले समाचारों पर रोक।
- भारत में धर्म निरपेक्षता अपनाने के क्या कारण है?
उत्तर- विभिन्न भाषा, जाति, धर्म के लोगों ने समानता एकता बनाए रखने के लिए। - धर्म निरपेक्ष राज्य की आलोचना क्यों की जाती है?
उत्तर-- धर्म निरपेक्षता एक असंभव परियोजना मानी जाती है।
- वोट बैंक की राजनीति को बढ़ावा मिलता है।
- अल्पसंख्यकों संख्यकों को आर्थिक सहायता जो समानता के अधिकार का विरोध।
पाँच अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
- धर्म निरपेक्षता के बारें में नेहरू के विचार-
जब किसी विद्यार्थी से यह बताने को कहा कि आजाद भारत में धर्मनिरपेक्षता का क्या मतलब होगा? तो उन्होंने जवाब दिया था- 'सभी धर्मों को राज्य द्वारा समान संरक्षण। वे ऐसा धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र चाहते थे जो 'सभी धर्मों की हिफाजत करे; और खुद किसी धर्म को राज्यधर्म को स्वीकार न करें'। नेहरू भारतीय धर्मनिरपेक्षता के दार्शनिक थे।
नेहरू स्वयं किसी धर्म का अनुसरण नहीं करते थे। ईश्वर में उनका विश्वास ही नहीं था। लेकिन उनके लिए धर्मनिरपेक्षता का मतलब धर्म के प्रति विद्वेष नहीं था। इस अर्थ में नेहरू तुर्की के अतातुर्क से काफी भिन्न थे। साथ ही, वे धर्म और राज्य के बीच पूर्ण संबंध विच्छेद के पक्ष में भी नही थे। उनके विचार के अनुसार, समाज में सुधार के लिए धर्मनिरपेक्ष राज्यसत्ता धर्म के मामले में हस्तक्षेप कर सकती है। जातीय भेदभाव, दहेज प्रथा और सती प्रथा की समाप्ति के लिए कानून बनवाने तथा देश की महिलाओं को कानूनी अधिकार और सामाजिक स्वतंत्रता मुहैया कराने में नेहरू ने खुद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।- नेहरू जी के अनुसार धर्म निरपेक्षता का क्या अर्थ है?
- नेहरू जी किस धर्म का अनुसरण करते थे?
- समाज के विकास के लिए नेहरू जी का क्या योगदान था?
- सभी धर्मो को राज्य द्वारा समान सरंक्षण जो सभी धर्मो की हिफाजत करें।
- नेहरू किसी धर्म का अनुसरण नहीं करते थे।
- समाज की बुराईयों को समाप्त किया जैसे जातीय भेदभाव दहेज प्रथा, सती प्रथा की समाप्ति के लिए कानून बनाना
- फ्रांसीसी सरकार ने शैक्षिक संस्थाओं पर क्या रोक लगा दी।
- क्या फ्रांस धर्म निरपेक्ष राज्य है?
- धर्मनिरपेक्षता के विचार में फ्रांस तथा भारत में क्या अन्तर है?
- पगड़ी पहनने पर बुर्का पहनने पर, धार्मिक प्रतीकों पर रोक
- फ्रांस धर्म निरपेक्ष का यूरोपीय मॉडल है।
- (क) फ्रांस धर्म के प्रतीकों पर रोक लगता है भारत नहीं
(ख) भारत में अपने धर्म का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं परन्तु फ्रांस में नहीं।
- भारत में राजपत्रित अवकाशों की सूची को ध्यान से पढ़ें। क्या यह भारत में धर्मनिरपेक्षता का उदाहरण प्रस्तुत करती है? तर्क प्रस्तुत करें।
अवकाश का नाम दिनांक (2006 ई.) ईद-उल-जुहा (बकरीद) 11 जनवरी गणन्त्र दिवस 26 जनवरी मुहर्रम 09 फरवरी होली 15 मार्च रामनवमी 06 अप्रैल महावीर जयंती 11 अप्रैल मिलाद-उल-नबी 11 अप्रैल गुड फ्राइडे 14 अप्रैल बुद्ध पूर्णिमा 13 मई स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त जन्माष्टमी 16 अगस्त महात्मा गांधी जन्म दिवस 2 अक्टूबर दशहरा (विजय दशमी) 2 अक्टूबर महार्षि वाल्मीकि जन्म दिवस 07 अक्टूबर दीपावली 21 अक्टूबर ईद-उल-फितर 25 अक्टूबर गुरुनानक जन्म दिवस 05 नवम्बर क्रिसमस 25 दिसम्बर - भारत में राजपत्रित अवकाशों की सूची को पढने से धर्म के विषय में क्या अनुमान लगा सकते हो ?
- अवकाशों की सूची में कौन-कौन से धर्मों का अवकाश रखा गया है।
- सभी धर्मों को ध्यान में रख कर अवकाश सूची बनाई गई। धर्म निरपेक्षता को ध्यान में रखा गया है।
- होली, दीपावली, रामनवमी, जन्माष्टमी - हिन्दू धर्म
- गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती - राष्ट्रीय त्यौहार
- गुड़ फ्राइडे, क्रिसमिस - ईसाई धर्म
- बुद्ध पूर्णिमा - बौद्ध धर्म
- महावीर जयन्ती - जैन धर्म
- ईद अल जुहा, मुहर्रम, मिलाद-उन-नबी, ईद उल फितर - मुस्लिम धर्म
छः अंकीय प्रश्नों के उत्तरः-
- भारतीय धर्म निरपेक्षता की आलोचना की चर्चा क्यों?
उत्तर- धर्म विरोधी, पश्चिमी से आयतित अल्पसंख्यकवाद को बढ़ावा, हस्तक्षेपकारी वोट बैंक की राजनीति एक असंभव परियोजना। - भारतीय धर्म निरपेक्षता का जोर धर्म और राज्यों के अलगाव पर नहीं अपितु उससे अधिक किन्हीं बातों पर है, इस कथन को समझाइए?
उत्तर- लोगों में प्रेम, बंधुता, एकता की भावना पैदा करना, अखण्डता को बचाना, अल्पसंख्यक लोगों की संस्कृति भाषा का विकास। - क्या धर्म निरपेक्षता नीचे लिखी बातों के लिए न्याय संगत है?
- अल्पसंख्यक समुदाय के तीर्थ स्थल के लिए आर्थिक अनुदान देना?
- सरकारी कार्यालयों में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करना?
- हां ये न्यायसंगत है, ताकि अल्पसंख्यक अपने धर्म का प्रचार प्रसार कर सकें आर्थिक रूप से पिछड़ों की भावनाओं का आदर।
- नहीं ये धर्म निरपेक्षता के विरूद्ध है क्योंकि सरकारी कार्यालय किसी विशेष धर्म का अनुष्ठान करना अन्य धर्मों का विरोधी है।