यायावर साम्राज्य-अभ्यास प्रश्नोत्तर

                                                              CBSE कक्षा 11 इतिहास

पाठ-5 यायावर साम्राज्य


  1. निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और अन्त में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः-
    मंगोलों द्वारा किए गए विनाश का आकलन
    चंगेज खान के अभियानों के विषय में प्राप्त समस्त विवरण इस पर सहमत हैं कि जिन नगरों ने उनका प्रभुत्व स्वीकार नहीं किया उन पर अधिकार जमाने के बाद वहां रहने वाले बहुत से लोगों को उसने मौत के घाट उतार दिया। इनकी संख्या बहुत चौंका देने वाली है। 1220 ई. में निशापुर पर आधिपत्य करने में 17,47,000, जबकि 1222 ई. हिरात पर आधिपत्य करने में 16,00,000 और 1258 में बगदाद पर आधिपत्य करते समय 8,00,000 लोगों का वध किया गया। छोटे नगरों में सापेक्षिक रूप से कम नरसंहार हुआ। नासा में 70,000, बैहाक जिले में 70,000 और कुहिस्तान प्रांत के तून नगर में 12,000 लोगों को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा।
    मध्यकालीन इतिवृत्तकारों ने मृतकों की संख्या का अनुमान कैसे लगाया? इतरखानों के फारसी इतिवृत्तकार जुवैनी ने बताया कि मार्च में 13,00,000 लोगों का वध किया गया। उसने इस संख्या का अनुमान इस प्रकार लगाया कि तेरह दिन तक 1,00,000 शव प्रतिदिन गिने जाते थे।
    प्रश्न-
    1. उपर्युक्त वृतांत से क्या निष्कर्ष निकलता है? (2)
    2. भारत के इतिहास में ऐसे आक्रमणकारी का नाम बताइए। (1)
    3. मध्यकालीन इतिवृत्तकारों ने मृतकों की संख्या का अनुमान कैसे लगाया? (2)
    4. वर्तमान मंगोलिया में चंगेज खान का क्या स्थान है? (3)
  2. निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और अन्त में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः-
    बुखारा पर कब्जा
    तेरहवीं शताब्दी के ईरान के मंगोल शासकों के एक फारसी इतिवृत्तकार जुवैनी ने 1220 ई. में बुखारा की विजय का वृत्तांत दिया है। जुवैनी के कथनानुसार नगर विजय के बाद चंगेज खान उत्सव मैदान में गया जहां पर नगर के धनी व्यापारी एकत्रित थे उन्हें संबोधित कर कहा, “अरे लोगों! तुम्हें यह ज्ञात होना चाहिए कि तुम लोगों ने अनेक पाप किए हैं और तुममें से जो अधिक सम्पन्न लोग हैं उन्होंने सबसे अधिक पाप किए है। अगर तुम मुझसे पूछो कि इसका मेरे पास क्या प्रमाण है तो इसके लिए मैं कहूंगा कि मैं ईश्वर का दंड हूं। यदि तुमने पाप न किए होते तो ईश्वर ने मुझे दंड हेतु तुम्हारे पास न भेजा होता। अब कोई व्यक्ति, बुखारा पर अधिकार होने के बाद खुरासान भाग गया था। उससे नगर के भाग्य के बारे में पूछने पर उत्तर दिया, ‘वे (नगर) आए, दीवारों को ध्वस्त कर दिया, जला दिया लोगों का वध किया, लूटा और चल दिए।
    प्रश्न-
    1. चंगेज खान ने बुखारा पर कब विजय प्राप्त की? (1)
    2. जुवैनी कौन था? (2)
    3. चंगेज खान के बुखारा पर आक्रमण करने के क्या कारण थे? (2)
    4. इस गद्यांश के आधार पर मंगोलों की युद्ध पद्धति क्या थी? (3)
  3. निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़िए और अन्त में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिएः-
    यास
    1921 में बुखारा पर विजय प्राप्त करने के बाद चंगेज़ खान ने वहां के अमीर मुसलमान निवासियों को ‘उत्सव मैदान’ में एकत्रित कर उनकी भर्त्सना की। उसने उनको पापी कहा और चेतावनी दी कि इन पापों के प्रायश्चितस्वरूप उनको अपना छिपा हुआ धन उसे देना पड़ेगा। यह वर्णन करने योग्य एक नाटकीय घटना थी जिसकों लोगों ने लंबे समय तक याद रखा और उस पर चित्र बनाए। सोलहवीं शताब्दी के अंत में चंगेज खान के सबसे बड़े पुत्र जोची का एक दूर का वंशज अब्दुल्लाह खान बुखारा के उसी उत्सव मैदान में गया। चंगेज खान के विपरीत अब्दुल्लाह खान वहां छुट्टी की नमाज अदा करने गया। उसके इतिहासकार हफ़ीज़-ए-तानीश ने अपने स्वामी की इस मुस्लिम धर्म-परायणता का विवरण अपने इतिवृत्त में दिया और साथ में यह चौंका देने वाली टिप्पणी भी कीः ‘कि यह चंगेज खान के यास के अनुसार था’।
    प्रश्न
    1. चंगेज खान ने कब तथा किन मुसलमानों को उत्सव मैदान में एकत्रित कर उनकी भर्त्सना की? (3)
    2. चंगेज खान ने मुसलमानों को पापी क्यों कहा? (1)
    3. हफीज-ए-तानीश ने अब्दुल्लाह खान के बारे में क्या टिप्पणी की? (2)
    4. यास से क्या अभिप्राय है? इसका प्रचलन अब और किसने किया? (3)

मानचित्र कार्य-1

  1. दिये गये मानचित्र में निम्नलिखित मंगोल साम्राज्य के पांच स्थान 1-5 तक दिखाऐ गए है। उन्हें पहचानकर उनके नाम लिखिए।

मानचित्र कार्य-

  1. दिये गये मानचित्र में निम्नलिखित मंगोल साम्राज्य के निम्नलिखित स्थानों को अंकित कीजिए। काराकोरम, तुर्फ़ान, हिरात, मर्व, ताशकन्द