सूचकांक- नोट्स
CBSE कक्षा 11 अर्थशास्त्र
पाठ - 8 सूचकांक
पुनरावृत्ति नोट्स
पाठ - 8 सूचकांक
पुनरावृत्ति नोट्स
स्मरणीय बिन्दु-
- सांख्यिकी और अर्थशास्त्र से सम्बन्धित चरों में परिवर्तन को दर्शाने वाला ‘संकेतिक अंक’ सूचकांक कहलाता है।
अर्थ:- ऐसे कारक जिनके परिवर्तन का प्रभाव प्रत्यक्षत नहीं माप सकते उनका अध्ययन सूचकांक द्वारा किया जाता है। यह एक आर्थिक और सांख्यिकी आँकड़ा है जो आधार वर्ष की कीमत या मात्रा से तुलनात्मक चित्र प्रस्तुत करता है।
सूचकांक कीमत मजदूरी या उत्पादन के परिमाण में आधार वर्ष की तुलना में परिवर्तन को दर्शाता है। आधार वर्ष का मूल्य सामान्यताः 100 स्वीकार किया जाता है। - सूचकांक के प्रकार निम्न हैं
- कीमत सूचकांक:- एक निश्चित समय अवधि में परिवर्तन की माप। सामान्यता यह निश्चित वस्तुओं की वर्तमान सूचकांक के उदाहरण हैं: थोक मूल्य कीमत सूचकांक उपभोक्ता कीमत सूचकांक या जीवन निर्वाह लागत सूचकांक
- मात्रात्मक सूचकांक:- जैसा कि नाम से स्पष्ट है यह उत्पादित या उपभोग वस्तुओं की मात्रा में परिवर्तन की माप है। जैसे- औद्योगिक उत्पाद सूचकांक।
- मूल्य सूचकांक:- इसके अन्तर्गत उत्पादित उपभोग या आयातित या निर्यातित वस्तुओं के मौद्रिक मूल्य में परिवर्तन की तुलनात्मक माप की जाती है।
- थोक कीमत सूचकांक (WPI):- यह सामान्य कीमत स्तर में होने वाले परिवर्तन को मापता है। ऐसी वस्तुएँ जो कि थोक में उपभोक्ता की बजाए संस्थाओं या वितरक को बेची जाए।
जहाँ Q0 = आधार वर्ष में मात्रा
P0 = आधार वर्ष में कीमत
P0 = चालू वर्ष की कीमत - सूचकांक निर्माण की विधियाँ
- सरल सूचकांक
- सरल समूही विधि
- सापेक्ष कीमत सरल औसत विधि
- भारित सूचकांक
- भारित समूही विधि
- सापेक्ष कीमत भारित औसत विधि
- सरल सूचकांक
- भारित समूही विधि
- लास्पीयर विधि (L)
- पाश्चे विधि (P)
- फिशर विधि (F)
जहाँ P1 = चालू वर्ष की कीमत
PO = आधार वर्ष की कीमत
QO = आधार वर्ष की मात्रा
Q1 = चालू वर्ष की मात्रा
- फिशर के सूचकांक को आदर्श सूचकांक माना जाता है क्योंकि –
- यह आधार वर्ष तथा चालू वर्ष दोनों की मात्रा को शामिल करता है।
- यह गुणोत्तर माध्य पर आधारित है, जो कि सर्वश्रेष्ठ माध्य माना जाता है।
- यह समय उत्क्राम्यता परीक्षण तथा कारक उत्क्राम्यता परीक्षण को संतुष्ट करता है।
- सापेक्ष कीमत भारित औसत विधि-
यहाँ
W = भार
(यदि भार न दिया हो तो W = POQO) - उपभोक्ता (CPI) कीमत सूचकांक या निर्वाह लागत सूचकांक (COLI):- यह खुदरा कीमतों में होने वाले औसत परिवर्तनों को मापता है।
पारिवारिक बजट विधि द्वारा
जहाँ W = भारांश
P1 = चालू वर्ष मे कीमत
P0 = आधार वर्ष में कीमत - औद्योगिक उत्पाद सूचकांक (IIP) :- यह औद्योगिक उत्पादन के स्तर में आधार वर्ष की तुलना में चालू वर्ष में हुए अल्पकालीन, सापेक्षिक परिवर्तन को मापने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
जहाँQ1 = चालू वर्ष में उत्पाद स्तरQ0 = आधार वर्ष में उत्पाद स्तर
W = विभिन्न औद्योगिक उत्पादन का सापेक्षिक महत्व या भार - मुद्रास्फीति और सूचकांक :- विशिष्ट समय अवधि में वस्तुओं और सेवाओं के समूह की कीमत स्तर में प्रतिशत वृद्धि मुद्रास्फीति कहलाती है।
मुद्रास्फीति दर
I2 = चालू अवधि में सूचकांक