भूसंसाधन तथा कृषि-पुनरावृति नोट्स

                                                  CBSE Class 12 भाग – 2

पाठ – 5 भू संसाधन तथा कृषि
पुनरावृति नोटस


अवधारणा मानचित्र

पाठ एक नजर में

महत्वपूर्ण बिंदु

  • किसी क्षेत्र में भू-उपयोग, अधिकतर वहां की आर्थिक क्रियाओं की प्रवृत्ति पर निर्भर है।
  • यद्यपि समय के साथ आर्थिक क्रियाओं में बदलाव आता रहता है लेकिन भूमि अन्य बहुत से संसाधनों की भांति क्षेत्रफल की दृष्टि से स्थायी है।
  • कृषि भारतीय अर्थव्यस्था का एक महत्वपूर्ण अंग है।
  • देश की लगभग 53 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है।
  • हमारे देश के 57 प्रतिशत भू-भाग पर कृषि की जाती है जबकि विश्व में कुल भूमि में केवल 12 प्रतिशत भू-भाग पर कृषि की जाती है।
  • भारत का एक बड़ा भू-भाग कृषि के अंतर्गत होने के बावजूद यहां भूमि पर दबाव अधिक है। यहाँ प्रति व्यक्ति कृषि भूमि का अनुपात केवल 0.31 हैक्टेयर है जो विश्व औसत (0.59 हैक्टेयर प्रति व्यक्ति) से लगभग आधा है।
  • पिछले कुछ दशकों में बदलती हुई भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रभाव भू उपयोग पर पड़ा है |
  • भू-संसाधन को इसके स्वामित्व के आधार पर 2 प्रकारों में रख सकते है निजी एवं साझा संपत्ति | साझा संपत्ति संसाधन का उपयोग चरागाह एवं ईंधन की जरूरतों को पूरा करने के लिये होता है |
  • भूमि की उपलब्धता का सीधा संबंध ग्रामीण भारत की सम्पन्नता या विपन्नता से होता है क्योंकि भूमि कृषि का आधार है | भूमिहीन लोग अधिकतर गरीबी का शिकार है |
  • भारत धरातल एवं जलवायु विविधता से भरपूर है अतः यहाँ कृषीय फसलों की विशाल विविधता पाई जाति है |
  • स्वतंत्रता के पश्चात् कृषि की तमाम समस्याओं का समाधान कर लिया गया है | हरित क्रांति एक बहुत बड़ा सोपान थी |
  • भारत के भूमि उपयोग सम्बन्धी प्रपत्र विवरण भूराजस्व द्वारा तैयार किये जाते है |
  • निवल बोये गये क्षेत्र में बढ़ोतरी के लिये "भूमि बचत प्रौद्योगिकी" को अपनाना चाहिये |
  • इसके अंतर्गत प्रति इकाई भूमि में फसल विशेष की उत्पादकता को बढ़ाना तथा एक कृषि वर्ष में गहन भू उपयोग से सभी फसलों का उत्पादन बढ़ाना सम्मिलित है |

कुछ तथ्य

  1. खाद्दान्नों के उत्पादन में भारत का विश्व में स्थान - तृतीय (चीन एवं U.S.A के बाद)
  2. विश्व के चावल उत्पादक में भारत का उत्पादन :- 22%
  3. सिंचाई पर निर्भर रहने वाले चावल उत्पादक क्षेत्र है :- पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश,
  4. रबी एवं खरीफ़ की मुख्य फसल :- रबी-गेहूँ, खरीफ़-चावल
  5. गेहूँ उत्पादन में अग्रणी राज्य :- उत्तर प्रदेश, पंजाब हरियाणा, राजस्थान
  6. किन फसलों के उत्पादन में विश्व में भारत अग्रणी (प्रथम स्थान) है :- दालें, चाय
  7. हरित क्रान्ति का आधार :- अच्छे बीज, उर्वरक एवं सिंचाई
  8. चावल का प्रमुख उत्पादक राज्य :- पश्चिम बंगाल
  9. मूंगफली का प्रमुख उत्पादक राज्य :- गुजरात
  10. जुट उत्पादन का प्रमुख राज्य :- पश्चिम बंगाल