विकास - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

CBSE कक्षा 11 राजनीति विज्ञान
पाठ-19 विकास
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

एक अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. विकास से क्या तात्पर्य हे?
    उत्तर- 
    उन्नति, प्रगति, कल्याण और बेहतर जीवन की अभिलाषा।
  2. विकास की प्रचालित अवधारणा किस नियम पर आधरित है?
    उत्तर- 
    यह अवधारणा 'ऊपर ने नीचे' के नियम पर आधारित है और इसमें यह आशा थी कि समाज में लाभ ऊपर से नीचे की और रिस-रिस कर समाज के सबसे निर्धन और वंचित वर्गों पर पहुंचेगा परंतु व्यवहार में ऐसा नहीं हुआ।
  3. विकास का उद्देश्य क्या हे?
    उत्तर- 
    अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भरता लाना तथा रोजगार में वृद्धि करना।
  4. विकास के प्रमुख प्रतिरूप कौन-से है?
    उत्तर- 
    1. बाजार अर्थव्यवस्था को प्रतिरूप।
    2. कल्याणकारी राज्य प्रतिरूप।
    3. विकास समाजवादी प्रतिरूप।
    4. विकास का गांधीवादी प्रतिरूप।
  5. अखण्ड विकास की संकल्पना क्या है?
    उत्तर- 
    वर्तमानी पीढ़ी के दावे का भविष्य की पीढ़ी के दावें के साथ संतुलन बना रहे। इसे अखण्ड विकास भी कहा गया है।
  6. लोक कल्याण राज्य से आप क्या समझते है?
    उत्तर-
     कल्याणकारी राज्य मात्र कर एकत्रित करने वाली संस्था न होकर सामाजिक सेवा प्रदान करने वाली संस्था होती है। जी.डी.एच.कोल के अनुसार, कल्याणकारी राज्य प्रत्येक व्यक्ति को न्यूनतम जीवन-स्तर और समान अवसर प्रदान करता है।
  7. आज विश्व विकास के किस मॉडल का अनुसरण कर रहा है?
    उत्तर- 
    बाजार अर्थव्यवस्था का मॉडल।
  8. बड़ी परियोजनाओं के परिणामस्वरूप मुख्य रूप से किस वर्ग के लोग विस्थापित होते है?
    उत्तर- 
    जनजाति व दलित समुदायों के लोग विस्थापित होते है।
  9. वृहत परियोजनाओं के विरूद्ध चलाए गए किसी एक आंदोलन का नाम बताइए।
    उत्तर- 
    नर्मदा बचाओ आंदोलन, जो सरदार सरोवर परियोजना के विरूद्ध चलाया गया।
  10. UNDP का पूर्ण रूप लिखिए।
    उत्तर- 
    संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम
  11. विकास के परिणामस्वरूप पर्यावरण को हुए एक नुकसान का उल्लेख कीजिए।
    उत्तर- 
    वायुमंडल में ग्रीन हाऊस गैसों के उत्सर्जन के कारण आर्कटिक और अंटार्कटिक ध्रुवों पर बर्फ का पिघलना।
  12. बाजार अर्थव्यवस्था का प्रतिरूप क्या है?
    उत्तर- 
    बाजार अर्थव्यवस्था का प्रतिरूप पूंजीवाद, स्वतंत्रता, खुली प्रतियोगिता और मुक्त बाजार पर आधारित है।

दो अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. विकास की वह कीमत जो समाज को चुकानी पड़ी है - स्पष्ट करें।
    उत्तर- 
    बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए जिससे उनको आजीविका के साधन खोने पड़े है और उनके सांस्कृति को विनाश हुआ है क्योंकि नई जगहों पर जाने के कारण लोग अपनी पूरी सामुदायिक जीवन पद्धति खो बैठते है।
  2. अविकसित देशों के निवासियों को जीवन स्तर किस प्रकार का होता है?
    उत्तर- 
    इनका जीवनस्तर निम्नस्तर का होता है क्योंकि इनको शिक्षा, चिकित्सा और अन्य सुविधाएं कम प्राप्त होती है।
  3. 1950 के दशक में भारत में पंचवर्षीय योजनाओं के अंतर्गत किस प्रकार की परियोजनाएं बनाई?
    उत्तर- 
    भारत ने भाखड़ा नांगल बांध देश के विभिन्न भागों में इस्पात संयंत्रों की स्थापना, खनन, उर्वरक उत्पादन और कृषि तकनीकों में सुधार जैसी वृहत परियोजनाएं बनाई।
  4. 'मानव विकास प्रतिवदेन' क्या है?
    उत्तर- 
    'मानव विकास प्रतिवेदन संयुक्त राष्ट्रसंघ विकास कार्यक्रम द्वारा विकास को मापने का एक नया तरीका है। इसमें साक्षरता और शैक्षिक स्तर, आयु संभाविता और मातृ-मृत्यु दर जैसे विभिन्न सामाजिक संकेतकों के आधार पर देशों का दर्जा निर्धारित किया जाता है।
  5. विकास की 'ऊपर से नीचे' की रणनीति के महत्वपूर्ण क्या रहे है?
    उत्तर-
    1. यह रणनीति अत्याधिक महंगी साबित हुई इदसकी वित्तीय लागत बहुत अधिक होने के कारण विकासशील देशों को विकसित देशों से आर्थिक सहायता और कर्ज लेना पड़ा।
    2. काफी अधिक संख्या में लोगों के उनके घरों और क्षेत्रों से विस्थापित होना पड़ा। सांस्कृति और अजीविका की हानि हुई।
  6. विकास का मॉडल विकासशील देशों ने अपनाया उसकी आलोचना किस आधार पर की जाती है?
    उत्तर- 
    विकास की संकीर्ण अर्थों में परिभाषा आर्थिक विकास की दर में वृद्धि और समाज का आधुनिकीकरण के संदर्भ में की जाती है। इसे पहले से निर्धारित लक्ष्यों या बांध, उद्योग व अस्पताल जैसी परियोजनाओं को पूरा करने से किरदेख जाता हैं जिससे समाजकेकुछ हसे हलाभाविताह पाते है।
  7. विकास को मापने के वैकल्कि तरीके की धारणा का संक्षेप में स्पष्ट करें?
    उत्तर- 
    1. विकास का टिकाऊ होना।
    2. लोकतांत्रिक मॉडल पर विकास।
    3. पर्यावरण कम से कम हानि हो।
  8. विकास की विकेन्दीकृत पद्धति क्या है?
    उत्तर-
     विकास की विकेंद्रीकृत पद्धति में स्थानीय विकास योजनाओं के बारे में निर्णय स्थानीय निर्णयकारी संस्थाओं को लेना देना है। इस पद्धति से परंपरागत और आधुनिक स्त्रोतों से मिलने वाली तमाम तरह की तकनीकों के रचनात्मक ढंग से इस्तेमाल को संभव बनाती है।

चार अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. 'टिकाऊ विकास' की अवधारणा क्या है?
    उत्तर- 
    विकास की ऐसी रणनिती जिसमें पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो और संरक्षित रखा जाए।
  2. विकास की प्रक्रिया ने किन नए अधिकारों के दावों को जन्म दिया है?
    उत्तर-
    1. व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करने वाले निर्णयों में उनसे परामर्श का अधिकार।
    2. आजीविका का अधिकार।
    3. नैसर्गिक संसाधनों का अधिकार
  3. सरदार सरोवर परियोजना के तहत बनने वाले बांधों के समर्थकों का क्या दावा है?
    उत्तर-
     समर्थकों का दावा है कि इससे बिजली पैदा होगी, काफी बड़े इलाकों मे जमीन की सिंचाई में मदद मिलेगी और सौराष्ट्र व कच्छ के रेगिस्तानी इलाकों को पेयजल भी उपलब्ध हो सकेगा।

पाँच अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. दिए गए चित्र का ध्यानपूर्वक अध्ययन कीजिए तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
    1. विकास का मापन किस आधार पर किया जाना चाहिए?
    2. विकासशील देशों की समस्याएं क्या है?
    3. इलेक्ट्रानिक कचरे के अतिरिक्त किन कारणों से पर्यावरण को हानि होती है?
    उत्तर-
    1. (i) प्रति व्यक्ति अाय (ii) राष्ट्र का विकास
    2. (i) जनसंख्या (ii) बेरोजगारी (iii) गरीबी (iv) अशिक्षा आदि
    3. (i) ध्वनि, प्रदूषण (ii) पेड़ों का काटा जाना (iii) प्रदूषित जल (iv) उद्योगों के अवशिष्ट अन्य

छ: अंकीय प्रश्नों के उत्तर:-
  1. सतत् विकास किसे कहते हैं? स्पष्ट करें।
    उत्तर- 
    स्थायी विकास के लिए पर्यावरण तंत्र और औद्योगिक तंत्र के मध्य सही तालमेल तथा संयोजन की आवश्यकता है। विकास के नाम पर औद्योगिकरण द्वारा पर्यावरण को दूषित किया गया है। विकास के लिए आर्थिक रूप और नीतियों का निर्धारण होना चाहिए। मनुष्य के लिए पर्यावरण प्रदूषण को रोकते हुए विकास के कार्यक्रम किए जाने चाहिए। अधिक प्रभावी तथा शक्तिशाली देशों में जीवनशैली के साथ-साथ जीव-जन्तु और मानव को पर्यावरण प्रदूषण से बचाए रखने का प्रमाण होना चाहिए। पर्यावरण को विकास नीतियों के साथ प्रबंध के स्तर पर जोड़ दिया जाना चाहिए। वास्तव में पर्यावरण और विकास नीति एक दूसरे के पूरक हैं। स्थायी विकास तभी संभव है।
  2. विकास के समाज पर पड़ने वाले कुप्रभावों का वर्णन करें।
    उत्तर- 
    सामाजिक दुष्परिणाम
    1. विकासशील देशों की प्रभुसत्ता पर प्रभाव
    2. विस्थापीकरण
    3. बेरोजगारी, गरीबी में वृद्धि
    4. जनसंख्या के संतुलित वितरण का अभाव
    5. आर्थिक असमानता
    6. संघर्षों व आन्दोलनों का जन्म