जनसंख्या-वितरण घनत्व वृद्धि एवं संघटन-पुनरावृति नोट्स

                                              CBSE Class 12 भूगोल भाग – 2

पाठ - 1 जनसंख्या : वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन
पुनरावृति नोटस


परिचय

किसी भी देश के नागरिक उस देश के लिए बहुत बड़ी पूंजी होते हैं इसीलिए किसी देश की जनसंख्या को उस देश का संसाधन कहा जाता है। भारत में एक विशाल जनसंख्या निवास करती है इस अध्याय में जनसंख्या के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करेंगे जैसे कि भारत के विभिन्न राज्यों में जनसंख्या का वितरण किस प्रकार है और उसे कौन से कारक प्रभावित करते हैं? जनसंख्या घनत्व की दृष्टि से भी भारत के अलग-अलग राज्यों में भिन्नता पाई जाती है जैसे भारत के जनसंख्या घनत्व 313 की तुलना में पश्चिम बंगाल में 903 है तो अरूणाचल प्रदेश में केवल 13 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। जनसंख्या वृद्धि को जन्मदर मृत्यु दर जैसे प्राकृतिक कारकों के साथ-साथ प्रवास जैसे कारक भी प्रभावित करते हैं।

भारत की विशाल जनसंख्या के संघटन की अपनी विशेषताएं हैं यहां लगभग 70 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है जो मुख्य रूप से प्राथमिक आर्थिक क्रियाओं में संलग्न हैं। इसके अतिरिक्त भारत में विविध धर्मों के लोग एवं विभिन्न भाषाएं बोलने वाले लोग निवास करते हैं। देश के विकास योजनाओं के लिए जनसंख्या एवं इसके विविध पहलुओं को जानना आवश्यक है।

पाठ एक नजर में

  • भारत विश्व का दूसरा बड़ा जनसंख्या वाला देश है | भारत की जनसंख्या उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका और आस्ट्रेलिया को मिलाकर कुल जनसंख्या से भी अधिक है |
  • भारत  में पहली जनसंख्या 1872 ई. में हुई थी | किंतु यह पूर्ण जनगणना नहीं थी | भारत में पहली सम्पूर्ण जनगणना 1881 ई. में संपन्न हुई थी |
  • सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या 121.01 करोड़ है भारत के केवल 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक व गुजरात में भारत की कुल जनसंख्या का 76 प्रतिशत भाग निवास करता है |
  • भारत में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बंगलौर, पुणे, अहमदाबाद, चेन्नई, और जयपुर जैसे नगरीय क्षेत्र अपने औद्योगिक विकास और नगरीकरण के कारण बड़ी संख्या में ग्रामीण व छोटे शहरों की जनसंख्या को अपनी और आकर्षित करते रहे है | इसलिए इन महानगरों में जनसंख्या का उच्च सांद्रण पाया जाता है |
  • भारत विश्व के उच्च जनसंख्या घनत्व वाले देशों में गिना जाता है सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व 324 व्यक्ति प्रतिवर्ग कि.मी. है |
  • भारत में सन् 2001 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि दर 2.4 प्रतिशत है | 2011 की जनगणना के अनुसार यह दर 1.76% है |
  • भारत में जनसंख्या वृद्धि उच्च जन्मदर, निम्न मृत्युदर और प्रवास के कारण हुई है |
  • सन् 1901 से 1921 तक की अवधि को भारत की जनसंख्या को स्थिर प्रावस्था कहा जाता है |
  • सन् 1921 से 1951 तक de दशकों में भारत की जनसंख्या की वृद्धि स्थिर वृद्धि की अवधि के रूप में माना जाता है |
  • सन् 1981 से अब तक के दशकों में यद्यपि जनसंख्या की दर ऊँची बनी रही परन्तु इसमें धीरे-धीरे घटने की प्रवृत्ति पाई गई है |
  • भारत में दक्षिण भारत के राज्यों विशेषकर केरल, कर्नाटका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पाण्डिचेरी और गोवा में जनसंख्या की निम्न वृद्धि दर पाई जाति है |
  • देश के उत्तर पश्चिमी, उत्तरी, मध्य के राज्यों विशेषकर, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, में जनसंख्या वृद्धि दर उच्च पाई जाति है |
  • भारत की जनसंख्या में किशोर जनसंख्या (10-19 वर्ष) के आयु वर्ग की जनसंख्या का अंश 22 प्रतिशत है |
  • वर्ष 2003 में भारत सरकार द्वारा प्रायोजित युवा नीति युवाओं के चौमुखी विकास पर बल देती है |
  • आर्थिक दृष्टि से भारत की जनसंख्या को तीन वर्गों में बाँटा गया है जिनके नाम मुख्य श्रमिक, सीमांत श्रमिक और अश्रमिक है |
  • भारत की जनसंख्या में 61 प्रतिशत भात अश्रमिक का है जबकि मुख्य और सीमांत श्रमिक दोनों का प्रतिशत 39 प्रतिशत है |
  • भारत की जनसंख्या का 58.2 प्रतिशत भाग कृषक और कृषि मजदूरों के रूप में कृषिकार्य से जुड़ा हुआ है |
  • जहाँ तक भारत में पुरुष और स्त्री जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना का संबंध है, तीनों सेक्टरों में पुरुषों की संख्या स्त्रियों से अधिक है |
  • 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत 68.83 एवं नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 31.17 है |


 

अवधारणा मानचित्र-