यायावर साम्राज्य-महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

                                                             CBSE class 11 इतिहास

पाठ-5 यायावर साम्राज्य
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


अति लघु प्रश्न (2 अंक वाले)

  1. यायावर साम्राजय से क्या अभिप्राय है?
    उत्तर- 
    1. यायावर लोग मूलतः घुमक्कड़ होते हैं।
    2. ‘साम्राज्य’ भौतिक स्थिति का द्योतक।
  2. चंगेज खान को ‘समुद्री खान’ की उपाधि क्यों दी गई?
    उत्तर- 
    1. चंगेज खान ने जमूका और नेमन लोगों को निर्णायक रूप से पराजित किया।
    2. वह स्टेपी क्षेत्र की राजनीति में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में उभरा।
  3. विजित प्रदेशों के लोगों को यायावर शासकों से लगाव नहीं था। क्यों? कारण बताइए।
    उत्तर- लोगों को यायावर शासकों से लगाव न होने के कारणः
    1. युद्धों में नगरों को नष्ट करना।
    2. कृषि भूमि को हानि पहुंचाना।
    3. व्यापार का नष्ट होना।
    4. व्यापक स्तर पर नरसंहार।
  4. गजन खान द्वारा कृषकों का पक्ष लेने के क्या कारण थे?
    उत्तर- गजन खान के विचार से-
    1. कृषकों से बैल, आनाज छीनने से, फसलें नष्ट कर देने से भविष्य में अनाज नहीं मिलेगा।
    2. एक आज्ञाकारी कृषक वर्ग बेहतर है विद्रोही कृषक वर्ग से।
    3. कृषकों को सताने की बजाय उनकी रक्षा पर जोर दिया।
  5. स्टेपी निवासियों के इतिहास के विषय में हमें किन स्रोतों से जानकारी प्राप्त होती है?
    उत्तर-
    1. इतिवृत्त।
    2. यात्रा वृतान्त।
    3. नगरीय साहित्यकारों के दस्तावेज।
    4. कुछ निर्णायक स्रोत चीनी, मंगोली, फारसी और अरबी भाषा में उपलब्ध है।
  6. मंगोलों के लिए व्यापार क्यों महत्वपूर्ण था?
    उत्तर- 
    1. स्टेपी प्रदेश में संसाधनों का अभाव।
    2. चारण क्षेत्र में सीमित अवधि में कृषि करना असंभव।
    3. चीन से वस्तु-विनिमय में पशु, घोड़े तथा फर के बदले कृषि उत्पाद तथा लोहे के उपकरण प्राप्त करते थे।
  7. चीनी शासकों ने ‘महान दीवार’ का निर्माण क्यों करवाया?
    उत्तर- 
    1. यायावर कबीलों के चीन पर बार-बार आक्रमण व लूटमार।
    2. आक्रमणों से सुरक्षा के लिये महान दीवार का निर्माण 

लघु प्रश्न (4 अंक वाले)

  1. मंगोलों के इतिहास पर विश्वास न करने के क्या कारण हैं?
    उत्तर- इसके निम्नलिखित कारण हैः-
    1. मंगोलों का स्वयं रचित इतिहास नहीं है।
    2. जानकारी के स्रोत मुख्यतः इतिवृत, यात्रा वृतांत और नगरीय साहित्यकारों के दस्तावेज।
    3. लेखकों की यायावरी जीवन की जानकारी पक्षपातपूर्ण।
    4. अनेक लेखक मंगोल आश्रय पर निर्भर इसलिए वर्णन सहानुभूति पूर्ण रहा।
    5. अन्य ने उन्हें लुटेरा और नरसंहार करने वाला कहा।
  2. मंगोलों की सामाजिक स्थिति का उल्लेख कीजिए।
    उत्तर- 
    1. मंगोलों के विविध सामाजिक समुदाय थे।
    2. वह पशुपालक और शिकारी संग्राहक थे।
    3. वह घोड़ों, भेड़ों, ऊँटों को पालते थे।
    4. पशुपालक मध्य एशिया की घास के मैदानों में रहते थे। यहां छोटे-छोटे शिकार उपलब्ध थे।
    5. शिकारी संग्राहक साईबेरियाई वनों में रहते थे तथा पशुपालकों की तुलना में गरीब होते थे।
    6. चारण क्षेत्र में साल की कुछ अवधि में कृषि करना संभव, परंतु मंगोलों ने कृषि को नहीं अपनाया।
    7. वह आत्मरक्षा और आक्रमण के लिए परिवारों तथा कुलों के परिसंघ बना लेते थे।
    8. वह पशुधन के लिए लूटमार करते थे।
  3. मंगोलों के सैनिक प्रबंधन का वर्णन कीजिए।
    उत्तर- 
    1. प्रत्येक स्वस्थ, व्यस्क सदस्य हथियारबंद होता था।
    2. सेना में भिन्न-भिन्न जातियों के सदस्य संगठित थे।
    3. सेना में तुर्की मूल के और केराइट भी शामिल थे।
    4. सेना स्टेपी क्षेत्र की पुरानी दशमलव प्रणाली के अनुसार गठित की गई।
    5. जनजातीय समूहों को विभाजित करके नवीन सैनिक इकाइयों में विभक्त किया गया।
    6. सबसे बड़ी इकाई लगभग 10,000 सैनिकों की थी।
  4. चंगेज खान और मंगोलों का विश्व इतिहास में क्या स्थान है? मूल्यांकन कीजिए।
    उत्तर- यद्यपि चंगेज खान को एक विजेता, नगरों को ध्वस्त करने वाला, हजारों लोगों की मृत्यु के लिए उत्तरदायी माना जाता है। यह सब उसकी छवि धूमिल करती है। पर मंगोलों के लिए वह सबसे महान शासक था। उसकी सफलताएँः-
    1. मंगोलों को संगठित करना।
    2. कबीलाई लड़ाइयां समाप्त करना।
    3. चीनियों द्वारा शोषण से मुक्ति दिलाना।
    4. एक पारमहाद्वीपीय साम्राज्य की स्थापना।
    5. व्यापार और बाजारों को पुनः स्थापित करना।
    6. मंगोल शासन बहुजातीय, बहुभाषी और बहु-धार्मिक था।

दीर्घ प्रश्न (8 अंक वाले)

  1. चंगेज खान की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए। उसकी सफलता के क्या कारण थे?
    उत्तर- 
    1. सैनिक उपलब्धियाँ विस्मित कर देने वाली।
    2. स्टेपी क्षेत्र की युद्ध शैली को सुधारा व आवश्यकतानुसार परिवर्तित किया।
    3. उसे प्रभावशाली रणनीति में बदला।
    4. कुशल घुड़सवारी से उसकी सेना को गति मिली।
    5. सैनिकों केा घोड़े पर सवार होकर तीरंदाजी का कौशल सिखाया।
    6. घुड़सवारी तीरंदाजी के अनुभव ने सैनिक गति बहुत तेज कर दी।
    7. स्टेपी व आसपास के भूभागों की व मौसम की जानकारी।
    8. घोर शीत ऋतु में आक्रमण के लिये बर्फ से जमी नदियों का राजमार्गो की तरह प्रयोग।
    9. घेराबंदी यंत्र व नेफ्रथा बमबारी का प्रयोग।
    10. अभियानों के दौरान हल्के चल-उपस्करों का प्रयोग सफलता के कारण।
    11. सशक्त अनुशासित सैन्य शक्ति।
    12. चंगेज खान का सशक्त नेतृत्व।
    13. द्रुत गति की हरकारा पद्धति
  2. ‘यास’ क्या था? इसके अर्थ में परिवर्तन आने के क्या कारण थे? यास के महत्व की विवेचना कीजिए।
    उत्तर- 
    1. ‘यास’ प्रारंभिक स्वरूप में यासाक वह नियम संहिता-जिसे चंगेज खान में 1206 में किुरिलताई में लागू किया।
    2. आज्ञप्ति, आदेश
    3. सैन्य व डाक प्रणाली के संगठन के विनियम
      अर्थ में परिवर्तन के कारण:-
      (i) वीं शताब्दी के मध्य तक मंगोलो द्वारा एकीकृत विशाल साम्राज्य का गठन।
      (ii) उनके द्वारा जटिल शहरी समाजों पर शासन पर संख्यात्मक रूप में अल्प संख्यक।
      (iii) अपनी पहचान व विशिष्टता की रक्षा के लिये दास के पवित्र नियम के अधिकार का दावा।
      (iv) यास को अपने पूर्वज चंगेज खान की विधि संहिता कहकर प्रजा पर लागू करवाया।
      (v) यास बे समान आस्था रखने वाले मंगोलो में संयुक्त किया।
      (vi) चंगेज व उसके वंशजो की मंगोलो से निकटता स्वीकृत
      (vii) यास से वंशजों की कबीलाई पहचाना बरकरार।
      (viii) पराजित लोगों पर नियम लागू करने का आत्मविश्वास।
      (ix) यास चंगेज खान की कल्पना शक्ति से प्रेरित था व विश्व व्यापी मंगोल राज्य की संरचना में सहायक था।
  3. चंगेज खान की सैनिक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए। उसकी सफलता के क्या कारण थे?
    उत्तर- 
    चंगेज खान की सैनिक उपलब्धियाँ
    1. कुशल घुड़सवार सेना
    2. तीरंदाजी का अद्भुत कौशल
    3. मौसम की जानकारी
    4. घेरा बंदी की नीति
    5. नेफ्था बमबारी की शुरूआत
    6. हल्के चल उपरस्करों का निर्माण
    7. अन्य उपयुक्त बिन्दु
  4. 'यास' क्या था? इसके अर्थ में परिवर्तन आने के क्या कारण थे? यास के महत्व की विवेचना कीजिए ।
    उत्तर-
     
    1. 'यास' प्रारंभिक स्वरूप में यसाक वह नियम संहिता थी जिसे चंगेज खान ने 1206 में कुरिलताई में लागू किया।
    2. अर्थ-विधि, आज्ञापित, आदेश ।
    3. आखेट सैन्य व डाक प्रणाली के संगठन के विनियम। अर्थ में परिवर्तन के कारण
    4. 13वीं शताब्दी के मध्य तक मंगोलों द्वारा एकीकृत विशाल साम्राज्य का गठन |
    5. उनक द्वारा जटिल शहर्र सामाज पर शासन पर संख्यात्मक रूप में अल्पसंख्यक |
    6. अपनी पहचान व विशिष्टता को रक्षा के लिए मास के पवित्र नियम के अविष्कार का दावा |
    7. यास को अपने पूर्वज चंगेज खान की विधि संहिता कहकर प्रजा पर लागू करवाया |
    8. यास में समान आस्था रखने वाले मंगोलों को नियुक्त किया।
    9. चंगेज व उसके वंशजों की मंगोलों से निकटता स्वीकृत।
    10. यास से वंशजों की कबीलाई पहचान बरकरार।
    11. पराजित लोगों पर नियम लागू करने का आत्मविश्वास।
    12. यास चंगेज खान की कल्पना शक्ति से प्रेरित था व विश्व व्यापी मंगोल राज्य की संरचना में सहायक था।
  5. मंगोल साम्राज्य के पतन के कारणों का वर्णन कीजिए।
    उत्तर-
     मंगोल साम्राज्य का पतन :
    मंगोलों के पतन के मौलिक कारण थे :
    1. उनकी संख्या बहुत कम थी वह अपनी प्रजा की अपेक्षा कम सभ्य थे
    2. आपसी विरोध व अपनी सभ्यता को विजित देशों की सभ्यता में मिलाना।
    3. मंगोलों द्वारा अन्य धर्मों का अपनाया जाना। अन्य उपयुक्त बिन्दु।
  6. चंगेज खान कौन था? चंगेज खान और मंगोलों का विश्व इतिहास में क्या स्थान है, मूल्यांकन कीजिए।
    उत्तर-
     चंगेज खान का जन्म 1162 ई. मंगोलिया, प्रारंभिक नाम तेमुजिन। 1206 ई. में शक्तिशाली जमूका और नेमन लोगों को निर्णायक रूप से पराजित करने के बाद तेमुजिन स्पेपी क्षेत्र की राजनीति में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में उभरा। उसने चंगेज खान, समुद्रि खान या सार्वभौम शासक को उपाधि-धारण की और मंगोलों का महानायक घोषित किया गया।
    चंगेज खान और मंगोलों का विश्व का इतिहास में स्थान -
    1. मंगोलों के लिए चंगेज खान एक महान शासक था।
    2. उसने मंगोलों को संगठित किया |
    3. चीनियों द्वारा शोषण से मुक्ति दिलाई।
    4. पार महाद्वीपीय साम्राज्य बनाया ।
    5. व्यापार के रास्ते तथा बाजारें को पुनस्र्थापित किया।
    6. इसका शासन बहुजातीय, बहुभाषी, बहुधार्मिक था।
    7. अब मंगोलिया एक स्वतंत्र राष्ट्र है और चंगेज खान एक महान राष्ट्रनायक के रूप में तथा अराध्य व्यक्ति के रूप में मान्य है।