शब्दकोश परिचय - पुनरावृति नोट्स 3
CBSE कक्षा 11 हिंदी (ऐच्छिक)
अभिव्यक्ति और माध्यम
डायरी लिखने की कला
पुनरावृत्ति नोट्स
स्मरणीय बिन्दु-
- डायरी क्या है?- डायरी एक मोटी जिल्दवाली नोटबुक होती है जिसके पन्नों पर साल के 365 दिनों की तिथियाँ क्रम से सजी होती हैं और हर पृष्ठ पर खाली जगह छूटी होती है। जिसे हम सूचनाओं या निजी बातों को दर्ज करने के लिए करते हैं।
- कुछ प्रसिद्ध डायरियाँ और उनके लेखक
- द डायरी ऑफ अ यंग गर्ल- एनी फ़्रैंक
- एक साहित्यकार की डायरी- गजानन माधव मुक्तिबोध
- पैरों में पंख बाँध कर- राम वृक्ष बेनीपुरी
- रुस में पच्चीस मास- राहुल सांकृत्यायन
- सुदूर दक्षिण पूर्व- सेठ गोविंद दास
- हरी घाटी- डॉ. रघुवंश
- डायरी-लेखन नितांत निजी स्तर पर घटित घटनाओं और उससे संबंधित बौद्धिक -भावनात्मक समस्त प्रतिक्रियाओं का लेखा-जोखा है। जिस बात को हम दुनिया में किसी और व्यक्ति के सामने नहीं कह सकते उन्हें डायरी में लिखते हैं।
- डायरी-लेखन में हम खुद को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं तथा अपने अंदर अनजाने में जमा हो रहे भार से मुक्त होते हैं इससे हमें अपने गुणों और अवगुणों का ज्ञान होता है जो हमारी कमियों को दूर करने में सहायक होता है।
- डायरी-लेखन हमें अपने अंतरंग के साथ साक्षात्कार करने का अवसर प्रदान करता है। डायरी के माध्यम से हम अपने अतीत को स्मरण कर सकते हैं।
- डायरी एक व्यक्तिगत दस्तावेज है जिसमें हम अपने जीवन के कुछ विशेष क्षणों में घटित अनुभवों, विचारों, घटनाओं, मुलाकातों आदि का विवरण लिखते हैं।
- डायरी लिखते समय कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है-डायरी लिखना अपने साथ एक अच्छी दोस्ती कायम करने का बेहतरीन ज़रिया है। डायरी या तो किसी नोटबुक में या पुराने साल की डायरी में लिखी जानी चाहिए। पुराने साल की डायरी में पहले की छपी हुई तिथियों की जगह अपने हाथ से तिथि डालनी चाहिए।