राष्ट्रीय आय तथा संबद्ध समाहार - प्रश्नोत्तर 3
CBSE कक्षा 12 राष्ट्रीय आय एवं सम्बद्ध समाहार
अर्थशास्त्र महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अर्थशास्त्र महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
6 अंक वाले प्रश्न
प्र. 1. भारत की राष्ट्रीय आय की गणना करते समय आप निम्न के साथ क्या व्यवहार करेंगे?
- एक भारतीय द्वारा विदेशी कम्पनी के शेयरों में निवेश से प्राप्त लाभांश।
- एक भारतीय परिवार द्वारा उनके विदेशों में कार्यरत सम्बन्धियों से प्राप्त धन।
- एक मित्र को कार खरीदने के लिए दिए गए ऋण पर प्राप्त ब्याज।
- एक विदेशी को एक भारतीय कम्पनी के अंशों में किए गए निवेश से प्राप्त लाभांश।
- कनाडा में एक भारतीय बैंक की शाखा द्वारा अर्जित लाभ।
- एक विदेशी कम्पनी द्वारा भारत में पढ़ रहे भारतीय विद्यार्थियों को दी गई छात्रवृत्ति।
- विद्यार्थियों से प्राप्त शुल्क।
- एक व्यक्ति द्वारा कार खरीदने के लिए गए ऋण पर ब्याज भुगतान।
- एक फर्म में मशीन की स्थापना पर व्यय।
- गलियों में प्रकाश व्यवस्था पर सरकारी व्यय।
- एक कम्पनी के शेयरों की कीमतों में वृद्धि।
- भारतीय निवासी द्वारा विदेश में कार्यरत फर्मों से ब्याज की प्राप्ति।
- भारत में स्थित विदेशी बैंक की शाखा में कार्यरत भारतीयों द्वारा प्राप्त वेतन।
- एक भारतीय बैंक की विदेश में स्थित शाखा द्वारा अर्जित लाभ।
- भारत में जापान दूतावास द्वारा निवासी भारतीयों को दिया गया किराया।
- स्वकाबिज मकान का आरोपित किराया।
- ऋण-पत्रों पर प्राप्त ब्याज।
- बाढ़ पीड़ितों को प्राप्त आर्थिक सहायता।
- देशी पर्यटकों द्वारा किया गया व्यय।
- नए मकान का निर्माण
उत्तर-
- यह विदेशों से अर्जित साधन आय है अतः राष्ट्रीय आय में शामिल होगा।
- यह धनराशि भारत की राष्ट्रीय आय में शामिल नहीं होगी क्योंकि यह मात्र अन्तरण आय है।
- शामिल नहीं होगा क्योंकि ऋण उपभोग कार्य के लिए दिया गया है उत्पादन में प्रयोग नहीं किया गया।
- यह लाभांश भारत की राष्ट्रीय आय में शामिल होगा। (एक ऋणात्मक घटक के रूप में), क्योंकि यह विदेशों को भारत से कारक आय है।
- शामिल होगा क्योंकि यह विदेशों से कारक आय है।
- शामिल नहीं होगी, क्योंकि यह मात्र अन्तरण भुगतान है।
- शामिल किया जाएगा, क्योंकि यह निजी उपभोग व्यय है।
- शामिल नहीं होगा क्योंकि लिया गया ऋण उपभोग के लिए है, उत्पादन के लिए नहीं।
- शामिल होगा, पूँजी निर्माण पर व्यय है।
- शामिल होगा, क्योंकि यह सरकार द्वारा मुफ्त सेवाएँ देने पर होने वाला व्यय है।
- शामिल नहीं होगा क्योंकि यह पूँजीगत लाभ है तथा इसका उत्पादन से कोई सम्बन्ध नहीं है।
- शामिल होगा, क्योंकि यह विदेशों से कारक आय है।
- शामिल किया जाएगा क्योंकि यह भारतीय घरेलू सीमा का भाग है।
- शामिल होगा क्योंकि यह विदेशों से कारक आय है।
- शामिल किया जाएगा, क्योंकि यह विदेशों से प्राप्त कारक आय है।
- शामिल किया जाएगा, क्योंकि यह कारक आय है।
- शामिल किया जाएगा, क्योंकि ऋणपत्रों पर ब्याज कारक आय है।
- शामिल नहीं किया जाएगा, क्योंकि यह अन्तरण आय है।
- शामिल किया जाएगा, क्योंकि यह देश का निर्यात है।
- शामिल किया जाएगा, क्योंकि यह एक चालू उत्पाद है।
प्र. 2. कारण बताते हुए समझाइए कि क्या निम्नलिखित भारत की घरेलू (देशीय) आय में शामिल होंगे?
- गैर निवासी भारतीयों द्वारा भारत में स्थित इनके परिवारों को भेजी गई धनराशि।
- रत में जापान के दूतावास द्वारा निवासी भारतीयों को दिया गया किराया।
- भारत में विदेशी बैंक की शाखा द्वारा अर्जित लाभ।
- भारत में स्थित दूतावास द्वारा अपने स्टॉफ को वेतन की अदायगी।
- भारतीय सरकार द्वारा विदेश में कार्यरत फर्मों से ब्याज की प्राप्ति।
- भारत सरकार द्वारा छात्रों को दी गई छात्रवृत्तियाँ।
उत्तर-
- भारत की घरेलू आय में शामिल नहीं होगी क्योंकि यह भारत की घरेलू सीमा में सृजित नहीं हुई है।
- शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि किराया जापानी दूतावास से प्राप्त हुआ है। जो जापान की घरेलू सीमा का भाग है।
- शामिल किया जाएगा क्योंकि यह लाभ भारत की घरेलू सीमा में सृजित किया गया है।
- नहीं, क्योंकि भारत में दूतावास भारत की घरेलू सीमा का भाग नहीं है।
- नहीं, क्योंकि ब्याज रूपी साधन आय विदेश में सृजित हुई है, भारत की घरेलू सीमा में नहीं।
- नहीं, क्योंकि यह हस्तांतरण भुगतान हैं।
प्र.3. कारण बताते हुए समझाइए कि बाजार कीमत पर सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान लगाते समय निम्नलिखित के साथ क्या व्यवहार करना चाहिए?
- फर्म द्वारा मैकोनिक को फीस का भुगतान।
- बैंक से लिए गए कार ऋण पर एक व्यक्ति द्वारा किया गया ब्याज का भुगतान।
- फर्म द्वारा अपने प्रयोग के लिए कार खरीदने पर व्यय।
उत्तर-
- फर्म द्वारा मैकेनिक को फीस का भुगतान सकल घरेलू उत्पाद में शामिल नहीं किया जाता है क्योंकि फर्म के लिए यह एक मध्यवर्ती लागत है।
- यह शामिल नहीं किया जाता क्योंकि यह ऋण उपभोग व्यय के लिए लिया गया है। इसलिए ऋण पर दिया गया ब्याज कारक भुगतान नहीं है।
- यह शामिल किया जाएगा, क्योंकि कार पर किया गया व्यय, एक निवेश व्यय है अतः एक अंतिम व्यय है और राष्ट्रीय आय में शामिल किया जाएगा।