अक्षम व्यक्तियों के लिए शारीरिक शिक्षा एवं खेल - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 2

 CBSE कक्षा 11 शारीरिक शिक्षा

पाठ - 4 अक्षम व्यक्तियों के लिए शारीरिक शिक्षा एवं खेल
महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक, 60 शब्द)

प्रश्न 1. पैरालिम्पिक खेलों के प्रारंभ, उद्भव के बारे में संक्षेप में लिखें।
उत्तर- 
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लाखों को काफी भीषण पीड़ा से गुजरना पड़ा काफी लोग युद्ध की भीषणता को याद कर काँप उठते थे। इस युद्ध का दर्द समझते हुए सर लुडविंग गल्टमैन ने सन् 1948 में लंदन के विभिन्न अस्पतालों में शारीरिक रूप से विकलांग हुए लोगों की प्रतियागिता का आयोजन किया जो काफी सफल रहा तथा काफी सराहा गया। इसी से प्रेरित होकर 1960 के रोम ओलम्पिक के दौरान लूडींग गटमा (Luding Gutma) करीब 400 विकलांग खिलाड़ियों को एकत्रित किया और खेलों का आयोजन किया और इन खेलों को पैरालिम्पिकस का नाम दिया गया। अंतर्राष्ट्रीय पैरालिम्पिक संस्था जो कि समर और विंटर ओलम्पिक खेलों का आयोजन करती है। इसका मुख्यालय बान जर्मनी में है। अंतर्राष्ट्रीय पैरालिम्पिक का Symbol तीन रंगो लाल, नीला, और हरा शामिल है तथा इसका मोटो Sprit in Motion है।
प्रश्न 2. एकीकृत व समग्र शारीरिक शिक्षा के सिद्धान्तों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर- सिद्धांत-

1. यह शारीरिक शिक्षा के विभिन्न उपविषयों के पारस्परिक सम्बन्धों पर आधारित होनी चाहिए।
2. यह सभी व्यक्तियों की आवश्यकतानुसार होनी चाहिए।
3. इसे वर्तमान व भावी समाज की आवश्यकताओं से निपटने में सक्षम होना चाहिए।
4. इसे शारीरिक शिक्षा की व्यापक एवं गहरी जानकारी उपलब्ध कराने में सक्षम होना चाहिए
5. इसे पुष्टि, सुयोग्यता को विकसित करने योग्य होना चाहिए।
6. इसे व्यक्तियों का सामाजिक व भावनात्मक विकास को सीखने योग्य होना चाहिए।
प्रश्न 3. स्पेशल ओलम्पिक भारत पर टिप्पणी लिखिए-
उत्तर- 
इस संस्थान का गठन सन् 2001 में शारीरिक तथा मानसिक रूप से दिव्यांग लोगों की खेलों में भागीदारी बढ़ाने के लिए किया गया। इसका उद्देश्य ऐसे विद्यार्थियों में नेतृत्व के सामाजिक गुणों तथा स्वास्थ्य को विकसित करना है।
यह संगठन राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर पर खेलों का आयोजन करती है। अच्छे खिलाड़ियों का चुनाव करके अन्तर्राष्ट्रीय खेलों के लिए उन्हें प्रशिक्षण देती है।
भारत में सन् 2002 के पश्चात् लगभग 23,750 प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया है।
सन् 1987-2013 तक कुल 671 स्पेशल ओलम्पिक भारत एथलीटो (Athletes) ने सात ग्रीष्मकालीन व पाँच शीतकालीन विश्व खेलों में भाग लिया इन्होंने 246 स्वर्ण पदक, 265 रजतपदक तथा 27 कास्य पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है। आज देश में लगभग 1 मिलियन एथलीट इस संस्था के सदस्य है तथा लगभग 84,950 प्रशिक्षक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देते हैं।
यह संस्था खेलों के माध्यम से खिलाड़ियों का सर्वांगीण विकास करती है।