निर्धनता - नोट्स
CBSE कक्षा 11 अर्थशास्त्र
पाठ - 4 निर्धनता
पुनरावृत्ति नोट्स
पाठ - 4 निर्धनता
पुनरावृत्ति नोट्स
स्मरणीय बिन्दु-
- निर्धनता वह स्थिति है जिसमें एक व्यक्ति जीवन की न्यूनतम आवश्यकता को पूरा करने में असमर्थ रहता है।
- निर्धनता को प्रकार
- सापेक्ष निर्धनता- इसका अभिप्राय अन्य व्यक्तियों, क्षेत्रों या राष्ट्रों की तुलना में लोगों की गरीबी से होता है।
- निरपेक्ष निर्धनता- इसका अभिप्राय गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या से होता है।
- निर्धनता की श्रेणी
- चिरकालिक निर्धन- वे व्यक्ति जो सदैव निर्धन होते हैं।
- अल्पकालिक निर्धन- वे व्यक्ति जो कभी निर्धनता रेखा के ऊपर कभी नीचे रहते हैं।
- गैर निर्धन- वे कभी निर्धन नहीं होते हैं।
- निर्धनता रेखा का निर्धारण
- न्यूनतम कैलोरी- शहरी क्षेत्र में 2100 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 2400 कैलोरी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपयोग कने वाले लोगगीरेवा के उपार माने जाते हैं।
- न्यूनतम कैलोरी का मौद्रिक मूल्य- इसके अनुसार शहरी क्षेत्र में ₹ 1000 तथा ग्रामीण क्षेत्र में ₹ 816 प्रति व्यक्ति मासिक व्यय करने वाला गरीबी रेखा के ऊपर है।
- निर्धनता को कारण
- बेरोजगारी
- विकास की धीमी गति
- कीमतों में वृद्धि
- जनसंख्या वृद्धि
- निर्धनता निवारण हेत उपाय एवं नीतियाँ
- काम के बदले अनाज योजना
- प्रधानमंत्री रोजगार योजना
- मनोरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम)
- स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना