उत्पादक व्यवहार तथा पूर्ति - प्रश्नोत्तर 3
CBSE कक्षा 12 उत्पादन का व्यवहार और पूर्ति
अर्थशास्त्र महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अर्थशास्त्र महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
6 अंक वाले प्रश्न
प्र. 1. परिवर्ती अनुपातों के नियम की व्याख्या रेखाचित्र / अनुसूची की सहायता से कीजिए।
अथवा
उत्पादन में वृद्धि हेतु जब किसी एक कारक की इकाइयों को लगातार बढ़ाया जाता है उस स्थिति में कुल उत्पाद के व्यवहार की व्याख्या कीजिए। रेखाचित्र व अनुसूची का प्रयोग कीजिए।
उत्तर- परिवर्ती अनुपातों का नियम यह स्पष्ट करता है कि किसी परिवर्ती कारक की इकाईयों में लगातार वृद्धि का भौतिक उत्पादन पर क्या प्रभाव पड़ता है। अल्पकाल में जब उत्पाद वृद्धि हेतु स्थिर कारकों के साथ किसी एक परिवर्ती कारक की इकाइयों को लगातार बढ़ाया जाता है तब भौतिक उत्पाद में निम्न परिवर्तन आते हैं-
- कुल भौतिक उत्पाद बढ़ती दर से बढ़ता है तथा सीमांत उत्पाद में भी वृद्धि होती है और यह अधिकतम हो जाता है।
- कुल भौतिक उत्पाद घटती दर से बढ़ता है तथा सीमान्त उत्पाद घटने लगता है और घटते-घटते शून्य हो जाता है।
- कुल भौतिक उत्पाद घटने लगता है और सीमान्त उत्पाद ऋणात्मक हो जाता है।
मशीन
|
श्रम की इकाईयाँ
|
कुल भौतिक उत्पाद (इकाई में)
|
सीमान्त उत्पाद (इकाई में)
|
1
|
1
|
3
|
3
|
1
|
2
|
7
|
4
|
1
|
3
|
12
|
5
|
1
|
4
|
16
|
4
|
1
|
5
|
19
|
3
|
1
|
6
|
21
|
2
|
1
|
7
|
22
|
1
|
1
|
8
|
22
|
0
|
1
|
9
|
21
|
-1
|
- पहला चरण: कुल भौतिक उत्पाद A बिन्दु तक बढ़ती दर से बढ़ता है। सीमान्त उत्पाद बढ़ते हुए बिन्दु C पर अधिकतम हो जाता है।
- दूसरा चरण : कुल भौतिक उत्पाद B बिन्दु तक घटती दर से बढ़ते हुए अधिकतम हो जाता है। सीमान्त उत्पाद घटकर D बिन्दु पर शून्य हो जाता है।
- तीसरा चरण : B बिन्दु के पश्चात् कुल भौतिक उत्पाद घटने लगता है। सीमान्त उत्पाद ऋणात्मक हो जाता है।
प्र.2. सीमान्त सम्प्राप्ति व सीमान्त लागत विचारधारा का प्रयोग करते हुए उत्पादक सन्तुलन की शर्तों की व्याख्या कीजिए। रेखाचित्र, तालिका का प्रयोग कीजिए।
उत्तर- उत्पादक सन्तुलन से अभिप्राय ऐसी अवस्था से है जब उत्पादक अपने दिए गए साधनों की सहायता से उत्पादन के उस स्तर को प्राप्त करता है जहाँ उसे प्राप्त होने वाले लाभ अधिकतम होते हैं। सीमान्त सम्प्राप्ति व सीमान्त लागत विचारधारा के अनुसार उत्पादक सन्तुलन निर्धारण की प्रमुख शर्तें निम्नलिखित हैं-
- सीमान्त सम्प्राप्ति व सीमान्त लागत बराबर हो।
- सीमान्त लागत बढ़ती हुई हो।
- सन्तुलन स्तर के पश्चात उत्पाद वृद्धि से सीमान्त लागत सम्प्राप्ति से अधिक हो जाए।
उत्पादक संतुलन निर्धारण का रेखाचित्र व तालिका द्वारा स्पष्टीकरण
उत्पादन की इकाईयाँ
|
सीमान्त सम्प्राप्ति (रु.)
|
सीमान्त लागत (रु.)
|
1
|
4
|
5
|
2
|
4
|
4
|
3
|
4
|
3
|
4
|
4
|
4
|
5
|
4
|
5
|
OR
उत्पादन की इकाईयाँ
|
सीमान्त सम्प्राप्ति (रु.)
|
सीमान्त लागत (रु.)
|
1
|
10
|
5
|
2
|
8
|
4
|
3
|
6
|
3
|
4
|
4
|
4
|
5
|
2
|
5
|
दोनों तालिका व रेखाचित्रों में से किसी एक प्रयोग करें।
सन्तुलन शर्तों की व्याख्या-
- सीमान्त लागत जब सीमान्त सम्प्राप्ति से कम होती है उस अवस्था में उत्पादक को प्राप्त होने वाले लाभ बढ़ते हैं। लाभ में होने वाली वृद्धि उत्पादक को अधिक उत्पादन करने के लिए प्रेरित करती है और उत्पादक उत्तरोत्तर संतुलन की अवस्था को प्राप्त कर लेता है।
- जब सीमान्त लागत सीमान्त सम्प्राप्ति से अधिक हो जाती है उस स्थिति में उत्पादक को प्राप्त होने वाले लाभ कम होने लगते हैं।
उत्पादक सन्तुलन -रेखाचित्र
संख्यात्मक प्रश्न
1. निम्नलिखित तालिका को पूरा करो–
उत्पादन की इकाईयाँ
|
AVC
|
ΤC
|
MR
|
1.
|
-
|
60
|
20
|
2.
|
18
|
-
|
-
|
3.
|
-
|
-
|
18
|
4.
|
20
|
120
|
-
|
5.
|
22
|
-
|
-
|
उत्तर-
उत्पादन की इकाईयाँ
|
AVC
|
ΤC
|
MC
|
TVC
|
TFC
|
1
|
20
|
60
|
20
|
20
|
40
|
2
|
18
|
76
|
16
|
36
|
40
|
3
|
18
|
94
|
18
|
54
|
40
|
4
|
20
|
120
|
26
|
80
|
40
|
5
|
22
|
150
|
30
|
110
|
40
|
2. एक फर्म की लागत अनुसूची नीचे दी गई है। 3 इकाईयों का उत्पादन करने पर इसकी औसत बंधी लागत 20 रूपये है।
उत्पाद (इकाईयाँ)
|
1
|
2
|
3
|
औसत परिवर्ती लागत (रु.)
|
30
|
28
|
32
|
उत्पाद के दिए हुए प्रत्येक स्तर पर सीमंत लागत और औसत कुल लागत का परिकलन कीजिए।
उत्तर-
उत्पाद (इकाईयाँ)
|
AVC (रु.)
|
TVC (रु.)
|
AFC (रु.)
|
TFC (रु.)
|
TC (रु.)
|
ATC (रु.)
|
MC (रु.)
|
1.
|
30
|
30
|
60
|
60
|
90
|
90
|
30
|
2.
|
28
|
56
|
30
|
60
|
116
|
58
|
26
|
3.
|
32
|
96
|
20
|
60
|
156
|
52
|
40
|
3. निम्नलिखित तालिका को पूरा करो।
उत्पादन की इकाईयाँ
|
कीमत (रु.)
|
सीमांत आगम (रु.)
|
कुल आगम (रु.)
|
1.
|
-
|
-
|
10
|
2.
|
-
|
4
|
-
|
3.
|
-
|
-
|
-
|
4.
|
-
|
(-)3
|
-
|
उत्तर-
उत्पादन की इकाईयाँ
|
कीमत (रु.)
|
सीमांत आगम (रु.)
|
कुल आगम (रु.)
|
1
|
10
|
10
|
10
|
2
|
7
|
4
|
14
|
3
|
5
|
1
|
15
|
4
|
3
|
(-)3
|
12
|
4. दो वस्तुओं X तथा Y की कीमत लोच एक समान है। यदि वस्तु X की कीमत में 20% की वृद्धि होती है तो उसकी पूर्ति मात्रा 400 से बढ़कर 500 इकाईयाँ हो जाती है। यदि वस्तु Y की कीमत 8% घट जाए तो उसकी पूर्ति मात्रा में कितनी प्रतिशत की कमी आयेगी।
उत्तर-
वस्तु X की पूर्ति लोच =

= 1.25
वस्तु X की पूर्ति लोच = वस्तु Y की पूति लोच
वस्तु Y की पूर्ति मात्रा में प्रतिशत कमी
= 1.25% × 8% = 10%.