व्याकरण अलंकार - Test Papers
CBSE Test Paper 01
Ch-4 व्याकरण अलंकार
Ch-4 व्याकरण अलंकार
- निम्नलिखित काव्यांशों के अलंकार भेद पहचान कर लिखिए- (किन्हीं चार)
- डाल-डाल अलि-पिक के गायन का बंधा समां।
- जन रंजन मंजन दनुज मनुज रूप सुर भूप।
- कनक कनक ते सौगुनी, मादकता अधिकाय।
- मोहि-मोहि मोहन को मन भयो राधामय।
- मैं सुकुमारि नाथ बन जोगू।
- निम्नलिखित काव्यांशों के अलंकार भेद पहचान कर लिखिए- (किन्हीं चार)
- रीझि रीझि रहसि रहसि हँसि हँसि उठै।
- को तुम हौ इत आये कहाँ घनस्याम हौ तौ कितहूँ बरसो।
- रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून।
पानी गए न उबरै मोती मानस चून।। - सागर-सा गंभीर ह्रदय हो, गिरी-सा ऊँचा हो जिसका मन।
- "उदित उदय गिरी मंच पर, रघुवर बाल पतंग।
विगसे संत-सरोज सब, हरषे लोचन भ्रंग।।"
- निम्नलिखित काव्यांशों के अलंकार भेद पहचान कर लिखिए- (किन्हीं चार)
- खड़-खड़ करताल बजा
- तुम मांस-हीन, तुम रक्तहीन हे अस्थि-शेष तुम अस्थिहीन
- सूरज है जग का बुझा-बुझा
- हनुमान के पूँछ में लग न सकी आग लंका सिगरी जल गई, गए निशाचर भाग।
- फूल-फूल चुन लिए काल्हे हमारी बार।
- निम्नलिखित काव्यांशों के अलंकार भेद पहचान कर लिखिए- (किन्हीं चार)
- चारू चंद की चंचल किरणें
- तीन बेर खाती थी वह तीन बेर खाती थी
- जा तन की झाई परे, श्याम हरित दुति होय
- बीती विभावरी जाग री अम्बर पनघट में डुबो रही तारा घट उषा नागरी।
- माली आवत देख के, कलियाँ करे पूकार।
- निम्नलिखित काव्यांशों के अलंकार भेद पहचान कर लिखिए- (किन्हीं चार)
- "लगा दी किसने आकर आग। कहाँ था तू संशय के नाग?"
- खंजरीर नहीं लखि परत कुछ दिन साँची बात।
बाल द्रगन सम हीन को करन मनो तप जात।। - यह काया है या शेष उसी की छाया, क्षण भर उनकी कुछ नहीं समझ में आया।
- हनुमान की पूंछ में लगन न पायी आगि।
सगरी लंका जल गई, गये निसाचर भागि। - कनक कनक ते सौगुनी मादकता अधिकाय।
या खाए बौरात नर या पा बौराय।।
CBSE Test Paper 01
Ch-4 व्याकरण अलंकार
Ch-4 व्याकरण अलंकार
Answer
- पुनरुक्ति अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- यमक अलंकार
- विप्सा अलंकार
- वक्रोक्ति अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- वक्रोक्ति अलंकार
- श्लेष अलंकार
- उपमा अलंकार
- रूपक अलंकार
- पुनरुक्ति अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- पुनरुक्ति अलंकार
- अतिश्योक्ति अलंकार
- अन्योक्ति अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- यमक अलंकार
- श्लेष अलंकार
- मानवीकरण अलंकार
- अन्योक्ति अलंकार
- अनुप्रास अलंकार
- उत्प्रेक्षा अलंकार
- संदेह अलंकार
- अतिश्योक्ति अलंकार
- यमक अलंकार