पत्र लेखन - Test Papers

CBSE Test Paper 01
पत्र लेखन

  1. अपने निकट के डिपो-प्रबंधक को नई बस सेवा शुरू करने के लिए पत्र लिखिए।
  2. आपका छोटा भाई प्रतीक पढ़ाई में बहुत अच्छा है किंतु उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। उसे पुष्पक/पुष्पा की ओर से स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने एवं खेलों में भाग लेने की प्रेरणा देते हुए पत्र लिखिए।
  3. आपका मित्र वार्षिक परीक्षा में असफल हो गया है। उसे दुबारा मन लगाकर परिश्रम से पढ़ने के लिए उत्साहवर्धन करते हुए पत्र लिखिए।
  4. आपके बड़े भाई का चयन उच्च शिक्षा के लिए हो गया है, जिसके लिए उसे 2 वर्ष की अवधि हेतु अमेरिका जाना है। उसकी मंगलमय यात्रा एवं सुखद प्रवास की कामना करते हुए पत्र लिखिए।
CBSE Test Paper 01
पत्र लेखन

Answer
  1. श्रीमान प्रबंधक महोदय,
    बंदा बहादुर मार्ग डिपो,
    हकीकत नगर, दिल्ली।
    01 मार्च, 2019
    विषय- नई बस सेवा शुरू करने के संबंध में
    महोदय,
    विनम्र निवेदन यह है मैं पालम कॉलोनी निकट राज नगर का निवासी हूँ। यह क्षेत्र आउटर रोड से डेढ़-दो किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ से निकटतम बस स्टैंड भी इतनी ही दूर है। इस दूरी का नाजायज़ फायदा रिक्शावाले, फटफट सेवावाले तथा आटोवाले उठाते हैं। यहाँ प्रातःकाल तथा सायं सवारी के लिए विशेष परेशानी होती है। स्कूल जाने वाले बच्चों को तो बहुत कठिनाई होती है। हमें विशेष कठिनाई तब होती है जब आकस्मिक बीमारी की हालत में हमारी मज़बूरी का फायदा अन्य लोग उठाते हैं।
    आपसे प्रार्थना है कि आप हज़ारो व्यक्तियों के हित को ध्यान में रखते हुए पालम कॉलोनी से बस अड्डा होते हुए केंद्रीय सचिवालय तक के लिए नई बस सेवा आरंभ करने की कृपा करें ताकि यहाँ के निवासियों एवं कर्मचारियों का समय, श्रम तथा धन बच सके। हम क्षेत्रवाले आपके आभारी होंगे।
    धन्यवाद सहित।
    भवदीय अमरपाल,
    B-275/3,
    पालम कॉलोनी, दिल्ली।
  2. A-2/125,
    प्रीत विहार नई दिल्ली।
    02 मार्च, 2019
    प्रिय गोविन्द,
    शुभाशीष।
    कुशलोपरांत विदित हो कि इधर करीब एक महीने से तुम्हारा कोई पत्र नहीं आया। कल तुम्हारा सहपाठी मोहन मिल गया था। उसने बताया कि अर्धवार्षिक परीक्षा में तुम्हें अच्छे ग्रेड प्राप्त हुए हैं पर तुम्हारा स्वास्थ्य अकसर खराब रहता है। लगता है देर रात तक जागकर पढ़ना, प्रातः जल्दी उठकर किताबें उठा लेना, खाने-पीने में ध्यान न देना, छुट्टी के समय को भी पढ़ाई में लगा देना ही इसका मुख्य कारण होगा।
    प्रिय अनुज, पढ़ना-लिखना बहुत अच्छी बात है, परंतु अच्छा स्वास्थ्य इनसे कहीं बढ़कर है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि अपने स्वास्थ्य के लिए उचित एवं पौष्टिक भोजन लो। अपनी दिनचर्या में खेलों के लिए भी कुछ समय निश्चित करके उसमें विभिन्न प्रकार के खेल खेलना शुरू कर दो। प्रातःकाल खुली जगह में जाकर व्यायाम करो और खेलों को अपनी दिनचर्या का नियमित अंग बना लो। इससे तुम्हारा स्वास्थ्य उत्तम हो जाएगा।
    मेरी राय पर तुमने कितना ध्यान दिया इसे पत्रोत्तर में अवश्य लिखना तथा अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना।
    तुम्हारा अग्रज,
    पुष्पक
  3. परीक्षा भवन,
    नई दिल्ली,
    27 फरवरी, 2019
    प्रिय मित्र गौतम,
    कल ही तुम्हारा पत्र मिला। पत्र पढ़कर बहुत दुख हुआ कि तुम कुछ ही अंकों के कारण वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हो।
    मित्र, हम मित्रों, रिश्तेदारों तथा तुम्हारे सभी सहपाठियों को पता है कि तुम परीक्षा से लगभग डेढ़ माह पूर्व से ही स्कूल नहीं आ सके। तुम अपने पिता के इलाज के लिए जगह-जगह भटकते रहे और अंत में वे अपोलो अस्पताल में दस दिन तक भर्ती रहे। उनकी सेवा करते हुए तुमने आज के युवाओं के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है। ऐसे में तुम अपनी पढ़ाई कैसे कर पाते।
    मित्र! जीवन में सुख-दुख, सफलता-असफलता, हानि-लाभ तो आते-जाते रहते हैं। तुम एक बार फिर से अपने कोर्स को दोहराना शुरू कर दो। पूरा कोर्स तुमने पढ़ ही रखा है, उसे मन लगाकर तथा परिश्रम करते हुए दोहराने की आवश्यकता है। मुझे आशा ही नहीं वरन् विश्वास है कि तुम अपने परिश्रम और लगन से सिद्ध कर दोगे कि परिश्रम से हर सफलता प्राप्त की जा सकती है।
    अंत में मेरा एक सुझाव है कि तुम असफल होने जैसी बातें भूल कर नए उत्साह, उमंग, लगन एवं परिश्रम से पढ़ाई में जुट जाओ। सफलता तुम्हारे कदम चूमेगी। अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना। पत्रोत्तर शीघ्र देना।
    तुम्हारा अभिन्न मित्र,
    प्रीत सिंह
  4. डी-760/12,
    देवी अपार्टमेंट,
    पालम, दिल्ली।
    27 फरवरी 2019
    आदरणीय अग्रज,
    सादर प्रणाम।
    मैं यहाँ सकुशल रहकर आशा करता हूँ कि आप भी सकुशल होंगे और मैं ईश्वर से यही कामना भी करता हूँ। आपका पत्र पढ़कर मैं खुशी से उछल पड़ा, क्योंकि आपका चयन अमेरिका में अध्ययन करने के लिए हो गया है। यह बात सुनकर मुझे गर्व की अनुभूति भी हो रही है। यह अनुभूति क्यों हो भी न क्योंकि इससे एक पंथ दो काज वाली कहावत चरितार्थ होगी। शिक्षा के साथ-साथ विदेश भ्रमण की स्वाभाविक लालसा भी पूरी हो जाएगी। सौभाग्य से मिले इस अवसर के लिए मैं आपको अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ भी दे रहा हूँ।
    मेरी कामना है कि आप दो वर्ष की अवधि वाली इस उच्चशिक्षा को क पूरा करो। आपकी अमेरिका की शैक्षणिक यात्रा मंगलमय हो तथा प्रवास सुखद हो, यह मेरी हार्दिक मनोकामना है। ईश्वर करे कि अमेरिका प्रवास आपके लिए नित नए एवं रोमांचक अनुभव प्रदान करे।
    पूज्या माता जी को चरण स्पर्श तथा शालू को स्नेह। अमेरिका पहुँचते ही पत्रोत्तर देना।
    तुम्हारा अनुज,
    गोविन्द