व्याकरण समास - Test Papers 1
CBSE Test Paper 01
Ch-2 व्याकरण समास
Ch-2 व्याकरण समास
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- हवन सामग्री
- पुस्तकालय
- घनश्याम
- हथकड़ी
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- यथाक्रम
- राजपुत्र
- दोपहर
- पीताम्बर
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- यथानियम
- शराहत
- प्रियसखा
- त्रिवेणी
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- धडाधड
- ग्रामगत
- सतसई
- मुखचन्द्र
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- चरणकमल
- चिड़ीमार
- आजन्म
- परलोकगमन
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- रातों रात
- त्रिभुज
- वनगमन
- पंचवटी
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- पाप-पुण्य
- नीलकंठ
- तुलसीकृत
- यथाविधि
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- ईश्वरदत्त
- यथाशक्ति
- अपना-पराया
- त्रिनेत्र
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- प्रतिदिन
- पंचतन्त्र
- राहखर्च
- कुमारश्रमण
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए- (किन्हीं तीन)
- प्रतिवर्ष
- तुलसीदासकृत
- विद्युचंचला
- त्रिलोक
CBSE Test Paper 01
Ch-2 व्याकरण समास
Ch-2 व्याकरण समास
Answer
- हवन सामग्री - हवन के लिए सामग्री - (तत्पुरुष समास)
- पुस्तकालय - पुस्तक का आलय - (तत्पुरुष समास)
- घनश्याम - घन के समान श्याम है (कृष्ण) - (बहुव्रीहि समास)
- हथकड़ी - हाथ के लिए कड़ी - (तत्पुरुष समास)
- यथाक्रम = क्रम के अनुसार (अव्ययीभाव समास)
- राजपुत्र = राजा का पुत्र (तत्पुरुष समास)
- दोपहर = दो पहरों का समाहार (द्विगु समास)
- पीताम्बर = पीत है जो अम्बर (कर्मधारय समास)
- यथानियम = नियम के अनुसार (अव्ययीभाव समास)
- शराहत = शर से आहत (तत्पुरुष समास)
- प्रियसखा = प्रिय सखा (कर्मधारय समास)
- त्रिवेणी = तीन वेणियों का समूह (द्विगु समास)
- धडाधड = धड-धड की आवाज के साथ (अव्ययीभाव समास)
- ग्रामगत = ग्राम को गया हुआ (तत्पुरुष समास)
- सतसई = सात सौ पदों का समूह (द्विगु समास)
- मुखचन्द्र = मुख ही है चन्द्रमा (कर्मधारय समास)
- चरणकमल - कमल के समान चरण (तत्पुरुष समास)
- चिड़ीमार - चिड़ियों को मारने वाला (तत्पुरुष समास)
- आजन्म - जन्म से लेकर (अव्ययीभाव समास)
- परलोकगमन - परलोक को गमन (तत्पुरुष समास)
- रातों रात = रात ही रात में (अव्ययीभाव समास)
- त्रिभुज = तीन भुजाओं का समाहार (द्विगु समास)
- वनगमन = वन का गमन (तत्पुरुष समास)
- पंचवटी = पाँच वटों का समाहार (द्विगु समास)
- पाप-पुण्य = पाप और पुण्य (द्वंद्व समास)
- नीलकंठ = नीला है कंठ जिसका (शिव) (बहुब्रीहि समास)
- तुलसीकृत = तुलसी द्वारा कृत (तत्पुरुष समास)
- यथाविधि = विधि के अनुसार (अव्ययीभाव समास)
- ईश्वरदत्त = ईश्वर द्वारा दत्त (तत्पुरुष समास)
- यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार (अव्ययीभाव समास)
- अपना-पराया = अपना या पराया (द्वंद्व समास)
- त्रिनेत्र = तीन नेत्र हैं जिसके (शिव) (बहुब्रीहि समास)
- प्रतिदिन = प्रत्येक दिन (अव्ययीभाव समास)
- पंचतन्त्र = पाँच तंत्रों का समूह (द्विगु समास)
- राहखर्च = राह के लिए खर्च (तत्पुरुष समास)
- कुमारश्रमण = कुमार श्रमण (कर्मधारय समास)
- प्रतिवर्ष =हर वर्ष (अव्ययीभाव समास)
- तुलसीदासकृत = तुलसी द्वारा कृत (तत्पुरुष समास)
- विद्युचंचला = विद्युत् जैसी चंचला (कर्मधारय समास)
- त्रिलोक = तीन लोकों का समाहार (द्विगु समास)