व्याकरण मुहावरे - CBSE Test Papers
CBSE Test Paper 01
Ch-4 व्याकरण मुहावरे
- बदन में आग लगना
- बहुत क्रोध आना
- किसी को आग लगना
- गुस्से से शरीर में आग लगना
- आग जलाना
- अपने प्राणों की परवाह न करना
- कोई विकल्प सही नहीं है |
- सिर पर कपड़ा बाँधना
- सिर पर रुमाल बाँधना
- सिर पर कफ़न बाँधना
- हाथ से जाने न देना
- अवसर का लाभ उठाना
- किसी के हाथ बाँधना
- कसकर पकड़े रखना
- हाथ में पकड़ना
- रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित मुहावरों द्वारा कीजिए-
- सरदार भगतसिंह में साहस और देशभक्ति की भावना _________ थी।
- मालकिन कई दिन से उसके बहाने सुन रही थी, आज उसके आते ही _________ हो उठी।
- गज्जू दादा ने शत्रु का ________ का वायदा तो किया, पर उसे निभा न पाए।
- रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित मुहावरों द्वारा कीजिए-
- अन्याय के विरुद्ध __________ हमारा कर्तव्य है।
- लॉटरी निकल आने पर पूरे गाँव में रामू की __________ लगी।
- राजेश को चकमा देना सरल काम नहीं है, उसने तो __________ पी रखा है।
- रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित मुहावरों द्वारा कीजिए-
- राजू के घर में _________ है क्योंकि उसका पिता उसी के निर्देश पर काम करता है।
- जिस किसी भी संस्था में ________ है, वह संस्था हमेशा आगे रहती है।
- सुरेश तो पहले से ही दुखी था अब ऐसा अपमानजनक शब्द उसके लिए ________ जैसा है।
- रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित मुहावरों द्वारा कीजिए-
- रोशन इतना निर्लज्ज है कि अपने पिताजी की मृत्यु के समय भी अपना __________ लगा रहा।
- रोहन मेरा पैसा काफ़ी समय से नहीं दे रहा है, लगता है। __________ पड़ेगा।
- एक तो वह पुलिस से पिटा और ऊपर से तुम्हारे पिताजी ने उसे खरी-खोटी सुनाकर उसके __________ दिया।
- रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित मुहावरों द्वारा कीजिए-
- परीक्षा सिर पर आ गई है और विद्यार्थी ________ हैं, कैसे पास होंगे!
- कुछ काम करना तो आता नहीं, बस बैठे-बैठे ________ रहते हो।
- मनुष्य अगर दृढ़ संकल्प कर ले तो ________।
CBSE Test Paper 01
Ch-4 व्याकरण मुहावरे
Answer
- बहुत क्रोध आना, Explanation: बहुत क्रोध आना- युद्ध के मैदान में कौरवों को देखकर पांडवों के बदन में आग लग गई।
- सिर पर कफ़न बाँधना, Explanation: सिर पर कफ़न बाँधना-सीमा पर फौजी सिर पर कफन बाँध कर शत्रुओं का सामना करते हैं।
- अवसर का लाभ उठाना, Explanation: अवसर का लाभ उठाना -उसने सरकारी नौकरी के बुलावे को हाथ से जाने नहीं दिया।
- कूट-कूटकर भरी
- आग-बबूला
- काम तमाम कर देने
- आवाज़ उठाना
- तूती बोलने
- घाट-घाट का पानी
- उल्टी गंगा बहती
- एक राय होती है
- जले पर नमक छिड़कने
- उल्लू सीधा करने में
- टेड़ी अंगुली से घी निकालना
- जले पर नमक छिड़क
- हाथ पर हाथ धरकर बैठे
- हवाई किले बनाते
- आसमान से तारे तोड़ सकता है।