कैदी और कोकिला - पुनरावृति नोट्स

CBSE कक्षा 9 हिंदी-A क्षितिज
पाठ-12 कैदी और कोकिला
पुनरावृत्ति नोट्स

महत्त्वपूर्ण बिन्दु-
  1. “कैदी और कोकिला” कविता भारतीय स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के साथ जेल में होने वाले दुर्व्यवहारों और मार्मिक यातनाओं का मार्मिक चित्रण प्रस्तुत करती है।  
  2. कवि जेल में एकाकी और उदास है। कोकिल से अपने मन का दुख और असंतोष व्यक्त करते हुए वह कहता है कि यह समय मधुर गीत गाने का नहीं बल्कि मुक्ति का गीत सुनाने का है। कवि को लगता है कोयल भी पूरे देश को एक कारागार के रूप में देखने लगी है इसलिए वह अर्धरात्रि में चीख रही है।
  3. कोयल के इसप्रकार चीखने का कारण जानने के लिए कवि कई तरह की आशंका व्यक्त करता है,जैसे वह अपने गीत के माध्यम से कुछ कहना चाहती है,वह किसी का संदेश लाई है अथवा उसे कोई दुख है तभी वह बोलते-बोलते रुक जाती है।  
  4. कवि को कैदी बनाकर ऊँची,काली दीवारों वाली जेल में चोर,डाकू,जेबकतरों के साथ रखा गया है,जहाँ उसे पेट भर खाने को नहीं मिलता है। उसके जीवन पर ब्रिटिश सरकार का कडा पहरा है। अंग्रेजों का शासन पूर्ण रूप से निराशा से युक्त है। ऐसे निराशा भरे वातावरण में गूँजती कोयल की आवाज कवि को वेदना युक्त लगती है,उसे लगता है कि मानो कोयल का कुछ लूट गया है तभी वह चीत्कार कर रही है।
  5. कवि को लगता है कि जरूर कोयल बावली हो गयी है अथवा उसने जंगल में लगी आग देख ली है तभी वह चीख रही है अर्थात देश में चारों ओर ब्रिटिश सरकार कि विरुद्ध विद्रोह की आग फैल चुकी है और हो सकता कि कोयल उसे यही बताने के लिए असमय चीख रही है।
  6. कवि सरकार द्वारा दी गयी यातनाओं को स्वीकार करते हुए कहता है कि उन्होंने जो हथकड़ियाँ उसे पहनाई है वे उसे गहने के समान प्रतीत होती है,कोल्हू के बैल के समान काम करते हुए उसकी चरक चूँ जीवन के संगीत का संदेश देती है,गिट्टी तोड़ते हुए मानो वह मधुर गान लिखता है। पेट पर जुआ बांध कर जब वह कुएं से पानी खींचता है तब उसे लगता कि अपनी इस क्रिया से वह ब्रिटिश अकड़ का कुआँ खाली कर रहा है। कोयल को अपनी सखी के समान मानते हुए कवि उसके रोने का कारण जानना चाहता है।
  7. कवि को समस्त वातावरण निराशा से युक्त लगता है। उसकी कालकोठरी,वेषभूषा,लोहे की जंजीरे सभी कुछ कालिमा से युक्त होने के कारण उसकी निराशा को और ज्यादा बढ़ा रहे हैं । वह कोयल से जानना चाहता है कि इस संकट के समय में वह क्यों अपने चमकीले गीतों को व्यर्थ कर रही है।
  8. अंत में कवि अपनी और कोयल की स्थिति में अंतर बताते हुए कहता है कि वह नसीब वाली है कि उसे पेड़ की हरी-भरी डाली मिली है,वह खुले आसमान में विचरण कर सकती है,लोग उसकी मधुर आवाज सुन कर वाह-वाह करते हैं इसके विपरीत कवि दस फुट की काली कोठरी में रहता है,उसके रोने को लोग गुनाह मानते हैं ।
  9. कवि ऐसी विषम परिस्थिति में कोयल से जानना चाहता है कि उसके आहवाहन पर अपनी इस कृति के अलावा वह क्या योगदान दे सकता है अर्थात महात्मा गांधी के आहवाहन पर वह किस प्रकार स्वयं को देश के लिए समर्पित कर सकता है।