पत्र लेखन - प्रश्नोत्तर
CBSE class-09 Hindi-A
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर पत्र - लेखन
खण्ड ‘घ’ व्याकरण
महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर पत्र - लेखन
खण्ड ‘घ’ व्याकरण
पत्र लेखन एक महत्वपूर्ण कला है आज के अति व्यस्त युग में इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है आज मानव के सरोकार बहुत अधिक बढ़ गए है उसे प्रति दिन कितने ही व्यक्तियों संबंधियों कार्यालयों से संपर्क साधना पड़ता है हर स्थान पर वह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हो सकता ! उसे पत्र का सहारा लेना पड़ता है अतः छात्र के लिए पत्र का सहारा लेना पड़ता है
पत्र के प्रकार:- पत्र अनेक प्रकार के होते है उन्हें दो भागों में विभाजित किया जा सकता है
1. औपचारिक पत्र:- इसे कार्यालयी पत्र भी कहते है ये पत्र हम किसी अधिकारी विजेता को लिखते है
2. अनौपचारिक पत्र:- इसे व्यक्तिगत पत्र भी कहा जाता है ये पत्र हम किसी अपने परिचितों को लिखते है
1. औपचारिक पत्र:- इसे कार्यालयी पत्र भी कहते है ये पत्र हम किसी अधिकारी विजेता को लिखते है
2. अनौपचारिक पत्र:- इसे व्यक्तिगत पत्र भी कहा जाता है ये पत्र हम किसी अपने परिचितों को लिखते है
आप चेन्नई के रामचंद्र है आपका अनुक्रमांक 837 तथा कक्षा दसवीं बी है गत वर्ष आपका मासिक शुल्क कम था इस बार भी प्रधानाचार्य को मासिक शुल्क कम करने के लिए प्रार्थना पत्र लिखिए-
सेवा में,
प्रधानाचार्य
केन्द्रीय विद्यालय
आवडी
चेन्नई
प्रधानाचार्य
केन्द्रीय विद्यालय
आवडी
चेन्नई
विषय:- मासिक शुल्क कम कराने हेतु
श्रीमान् जी,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा दसवीं बी छात्र हूं गत वर्ष मेरे पिता का देहांत हो गया था जिसके के कारण पिछले वर्ष मेरा मासिक शुल्क कम कर दिया गया था आपसे निवेदन है कि इस वर्ष भी मेरा शुल्क कम कर दें ताकि मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकूं।
श्रीमान् जी मैंने नवीं कक्षा में 85% अंक लेकर विद्यालय के अग्रणी दस छात्रों में स्थान प्राप्त किया हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ कि इस वर्ष भी लगन और परिश्रम से स्थान बनाए रखूँगा।
धन्यवाद !
प्रार्थी
रामचंद
कक्षा दसवीं बी
अनुक्रमाक 837
दिनांक 22 मार्च 2012
प्रार्थी
रामचंद
कक्षा दसवीं बी
अनुक्रमाक 837
दिनांक 22 मार्च 2012
आपके नगर के विद्युत अधिकारी को बिजली की कटौती के कारण पढ़ाई में आने वाली कठिनाइयों की चर्चा करते हुए इसमें सुधार के लिए पत्र लिखिए
प्रेषक:
केवल कृष्ण
22 माडल टाउन
डिब्रूगढ
दिनांक 13
केवल कृष्ण
22 माडल टाउन
डिब्रूगढ
दिनांक 13
सेवा मे,
विद्युत अधिकारी
डिब्रूगढ
महोदय,
मैं आपका ध्यान बिजली संकट की ओर दिलाना चाहता है। पिछले छ मास से नगर की विद्युत आपूर्ति खंडित हो गई हैं। जब चाहे बिजली चली जाती है और घंटों घंटों नहीं आती हैं।
महोदय मैं एक विद्यार्थी हूँ। मेरे जैसे अन्य विद्यार्थी भी बिजली गुल होने कारण बेहद तनाव में हैं। यदि ऐसा चलता रहा हमारा कैरियर चौपट हो जाएगा। कृपया आप कुछ कीजिए जिससे हमें नियमित बिजली मिलती रहे।
भवदीय
केवल कृष्ण
केवल कृष्ण
तुम 454 प्रेमनगर जोधपुर की निवासियों सुमेधा हो। तुम्हे तुम्हारी सखी रंजना नं पत्र द्वारा बधाई भेजी है। जिसमें तुम्हे और अधिक आगे बढ़ने की प्ररेणा दी गई। अपनी सखी को इस बधाई पत्र के प्रत्युत्तर में एक कृतज्ञता पत्र लिखिए।
सुमेधा
454 प्रेमनगर
जोधपुर
10 मार्च 2012
प्रिय रंजना
सस्नेह स्मरण !
454 प्रेमनगर
जोधपुर
10 मार्च 2012
प्रिय रंजना
सस्नेह स्मरण !
तुम्हारा बधाई पत्र मिला। पढ़कर अपार प्रसन्नता मिली। यूँ तो आजकल मैं बहुत खुश हूँ क्योकि ढेर सारे बधाई संदेश मिल रहे है विद्यालय से मित्रों अध्यापकों से परिचितों से अपरिचितं से। सभी मेरी पीठ थपथपा रहें हैं। परंतु तुम्हारे बधाई पत्र को पाकर मैं सचमुच बहुत प्रसन्न हूँ। क्योकि तुम्हारे शब्दों को मैं बहुत महत्व देती हूँ। तुम्हारी प्ररेणा से ही मैंने इस दिशा में इतनी उन्नति की है। तुमने सफ़लता में ही नही असफ़लता के क्षणो मे भी मुझे उत्साह दिया है। मेरी इस सफ़लता में तुम्हारे उत्साह बल न होता तो शायद आज मैं इस शिखर पर न पहुँच सकती।
तुम्हारे बधाई पत्र के लिए कैसें कृतज्ञता व्यक्त करूँ। शब्दों में सामर्थ्य नही वचन हो रहे बौने।
मम्मी पापा को सादर नमस्कार।
तुम्हारी
सुमेधा
तुम्हारी
सुमेधा
आपके छोटे भाई ने एक आवसीय विद्यालय मे प्रवेश लिया है उसे मित्रों के चुनाव में सावधानी बरतने के लिए समझाते हुए एक पत्र लिखिए।
नीरज
456 सेक्टर 14
करनाल
दिनाकं 14 मई 2012
प्रिय सोमेश
स्नेह!
456 सेक्टर 14
करनाल
दिनाकं 14 मई 2012
प्रिय सोमेश
स्नेह!
आशा है छात्रवास में बड़े आनंद सें होंगे तुमने पिछले पत्र में लिखा भी था कि तुम्हारा मन छात्रवास में लग गया है। तुम्हे जाते ही अच्छे मित्र मिल गए है। मैं तुम्हारी व्यवहार कुशलता को जानता हूँ। इसलिए कभी कभी डर भी लगता है कि कही तुम जरूरत से ज्यादा मित्र न बना लो। बाहर जाकर मित्रों की जरूरत तो होती है परंतु वे ही मित्र कभी कभी हमारी प्रगति में बाधा भी बन जाते है।
प्रिय सोमेश यह हमेशा याद रखना कि तुम छात्रवास मे पढ़ने के उद्देश्य से गए हों इसलिए जो मित्र पढ़ाई में साधक बने उसे ही अपना मित्र बनाना। ऐसा मित्र हमेशा पढ़ने लिखने की बाते करेगा
मुझे तुम पर पूरा विश्वास है कि तुमने अपने आप ही ऐसे मित्रों का चयन किया होगा। अगर कही कोई भूल चूक हो गई हो तो कुशलता से उसे यथाशीघ्र सँवार लेना।
तुम्हारा भाई
नीरज
नीरज
अनुच्छेद लेखन
अनुच्छेद लेखन ऐसी गद्य रचना है जिसमें किसी विषय पर सीमित आकार के भीतर सुंदर ढंग से क्रमबद्धा विचार प्रकट करने का प्रयत्य किया गया।उत्तर अनुच्छेद लेखन लेखन को अपने मौलिक व्यक्तित्व एवं गागर में सागर भरने की कला का परिचय देना होता है। अत:- अनुच्छेद लेखक को निम्नलिखित महत्वपूर्ण ध्यान रखनी चाहिए
अनुच्छेद लेखन ऐसी गद्य रचना है जिसमें किसी विषय पर सीमित आकार के भीतर सुंदर ढंग से क्रमबद्धा विचार प्रकट करने का प्रयत्य किया गया।उत्तर अनुच्छेद लेखन लेखन को अपने मौलिक व्यक्तित्व एवं गागर में सागर भरने की कला का परिचय देना होता है। अत:- अनुच्छेद लेखक को निम्नलिखित महत्वपूर्ण ध्यान रखनी चाहिए
- अनुच्छेद लेखन के लिए गए विषय का चयन करना चाहिए जिसे आप भली भांति समझते।
- अनुच्छेद लेखन से पूर्व यह आवश्यक है कि विषय संबंधित संपूंर्ण सामग्री जुटा ली जाए तथा उसका गंभीर मनन किया जाए।
- सामग्री एकत्र कर लेने के उपरांत अनुच्छेद लेखन की रूपरेखा तैयार करनाी चाहिए।
- अनुच्छेद लेखन की भाषा शुद्ध साहित्यिक सरल सुबोध प्रभावपूर्ण एवं परिमार्जित होनी चाहिए।
- विचारो मे सुसंबद्धता अनुच्छेद लेखन का अत्यावश्यक गुण है।
नीचे कुछ अनुच्छेद लेखन के कथन उनसे निर्मित विचार बिंदु दिए जा रहें हैं
1. देश प्रेम
देश प्रेम त्यागमयी भावना है।
देश प्रेमी देश के लिए समर्पित होता हैं।
विचार बिंदु:- देश प्रेम मे त्याग;
एक पवित्र भावना;
देश प्रेमी का जीवन देश के लिए;
देश प्रेमियों की गौरव शाली परंपरा;
देश प्रेम सर्वोच्च भावना।
1. देश प्रेम
देश प्रेम त्यागमयी भावना है।
देश प्रेमी देश के लिए समर्पित होता हैं।
विचार बिंदु:- देश प्रेम मे त्याग;
एक पवित्र भावना;
देश प्रेमी का जीवन देश के लिए;
देश प्रेमियों की गौरव शाली परंपरा;
देश प्रेम सर्वोच्च भावना।
2. बाल श्रमिक
विचार बिंदु:- बाल श्रमिक कौन;
श्रमिक के रूप में उनकी दिनचर्या;
छोटे बड़े व्यवसायियों द्वारा शोषण;
प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के प्रयास।
विचार बिंदु:- बाल श्रमिक कौन;
श्रमिक के रूप में उनकी दिनचर्या;
छोटे बड़े व्यवसायियों द्वारा शोषण;
प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के प्रयास।
3. प्रदूषण एक समस्या
विचार बिंदु:- पर्यावरण का अर्थ;
प्रदूषण के कारण;
प्रदूषण का निवारण।
विचार बिंदु:- पर्यावरण का अर्थ;
प्रदूषण के कारण;
प्रदूषण का निवारण।
4. सांप्रदायिता एक अभिशाप
विचार बिंदु:- सांप्रदायिता का अर्थ;
भारन में सांप्रदायिता;
सांप्रदायिक घटनाएँ;
समाधान।
विचार बिंदु:- सांप्रदायिता का अर्थ;
भारन में सांप्रदायिता;
सांप्रदायिक घटनाएँ;
समाधान।
5. बेरोजगारी समस्या और समाधान
विचार बिंदु:- बेरोजगारी की समस्या और अभिप्राय;
बेरोजगारी के कारण;
समाधान।
विचार बिंदु:- बेरोजगारी की समस्या और अभिप्राय;
बेरोजगारी के कारण;
समाधान।
6. भ्रष्टाचार
विचार बिंदु:- भ्रष्टाचार का बढ़ता स्वरूप;
भ्रष्टाचार एक नियमित व्यवस्था;
भ्रष्टाचार क्यों और कैसे?
विचार बिंदु:- भ्रष्टाचार का बढ़ता स्वरूप;
भ्रष्टाचार एक नियमित व्यवस्था;
भ्रष्टाचार क्यों और कैसे?
7. कम्प्यूटर का महत्व
विचार बिंदु:- कम्प्यूटर आज की आवश्यकता;
कम्प्यूटर का बढ़ता प्रयोग;
दैनिक जरूरत
विचार बिंदु:- कम्प्यूटर आज की आवश्यकता;
कम्प्यूटर का बढ़ता प्रयोग;
दैनिक जरूरत
8. दूरदर्शन का प्रभाव
विचार बिंदु :- विवाद का विषय;
ज्ञान वृद्धि;
पाठ्यक्रम संबंधित कार्यक्रम;
हानियाँ।
विचार बिंदु :- विवाद का विषय;
ज्ञान वृद्धि;
पाठ्यक्रम संबंधित कार्यक्रम;
हानियाँ।