अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले - एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर

CBSE Class 10 Hindi Course B
NCERT Solutions
स्पर्श पाठ-6 निदा फ़ाज़ली

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (2530 शब्दों में) लिखिए-
1. अरब में लशकर को नूह के नाम से क्यों याद करते हैं?

उत्तर: 
अरब में लशकर को नूह नाम से याद करने का कारण यह है कि एक बार उन्होंने एक जख्मी कुत्ते को दुत्कार दिया था और इसी कारण वे उम्रभर रोते रहे थे।

2. लेखक की माँ किस समय पेड़ों के पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थीं और क्यों?
उत्तर: 
लेखक की माँ शाम के समय पेड़ों से पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थी क्योंकि उनका मानना था कि ऐसा करने से पेड़ रोते हैं और हमें बददुआ देते हैं।

3. प्रकृति में आए असंतुलन का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर: 
प्रकृति में आए असंतुलन का दुष्परिणाम यह हुआ कि मौसम अनिश्चित हो गया ।अब गर्मी में ज्यादा गर्मी, बेवक्त की बरसातें, जलजले, सैलाब, तूफ़ान और नित नए रोग, ये सारे प्रकृति में आए असंतुलन का परिणाम हैं।

4. लेखक की माँ ने पूरे दिन का रोज़ा क्यों रखा?
उत्तर: 
लेखक के घर में कबूतरों ने दो अंडे दिए हुएथे। एक अंडा तो बिल्ली द्वारा तोड़ दिया गया था और दूसरा अंडा लेखक की माँ द्वारा उसे बचाने के प्रयास में टूट गया था जिसके कारण वे दुखी हो गईं और उसी का प्रायश्चित करने के लिए लेखक की माँ ने पूरे दिन का रोज़ा रखा।

5. लेखक ने ग्वालियर से बंबई तक किन बदलावों को महसूस किया? पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: 
लेखक ने ग्वालियर से बम्बई तक अनेक बदलावों को महसूस किया जैसे पहले बड़े बड़े घर, आँगन और दालान होते थे। अब डिब्बे जैसे घरों में लोगों को गुज़ारा करना पड़ता है। चारों ओर इमारतें और केवल इमारतें ही पाई जाती हैं । खुले स्थानों, पशु पक्षियों के रहने के स्थानों का अभाव दिखाई देता है। पहले पशु -पक्षियों को घरों में स्थान मिलता था, आज उनके घर आने के रास्तों को ही बंद कर दिया जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि मानव स्वार्थी हो गया है और भावनाएँ समाप्त होती जा रही हैं।

6 . 'डेरा डालने' से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: 
'डेरा डालने' का आशय है अस्थाई रूप से बसना। आजकल पक्षियों को अपने घोसलें बनाने के लिए उपयुक्त जगह नहीं मिल पाती हैं इसलिए वे इमारतों में ही अपना डेरा जमा लेते हैं।

7. शेख अयाज़ के पिता अपने बाजू पर काला च्योंटा रेंगता देख भोजन छोड़ कर क्यों उठ खड़े हुए?
उत्तर: 
शेख अयाज़ के पिता अपने बाजू पर काला च्योंटा रेंगता देख भोजन छोड़कर, उस च्योंटे को कुएँ पर छोड़ने के लिए उठ खड़े हुए क्योंकि उनके अनुसार उन्होंने उस च्योंटे को घर से बेघर कर दिया था अत: बिना समय गवाँए वे उस च्योंटे को उसके घर अर्थात् कुएँ पर छोड़ आते हैं। इससे पता चलता है कि वे शीघ्र ही अपनी भूल का प्रायश्चित कर लेना चाहते हैं।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (5060 शब्दों में) लिखिए
8. बढ़ती हुई आबादी का पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर: 
पर्यावरण असंतुलित होने का सबसे बड़ा कारण आबादी का बढ़ना है। बढ़ती आवास की समस्या से निपटने के लिए मानव ने समुद्र की लहरों तक को सीमित कर दिया है। समुद्र के रेतीले तटों को भी मानवों ने नहीं छोड़ा है, वहाँ पर भी इंसानों ने बस्ती बसा लीहै। आसपास के जंगल काट-काटकर नष्ट कर डाले हैं। पेड़ों को रास्तों से हटा दिया। परिणामस्वरूप पशुपक्षी के लिए आवास ही नहीं बचे हैं। प्राकृतिक आपदाएँ दिन- प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। कहीं भूकंप, कहीं बाढ़, कहीं तूफान, कभी गर्मी, कभी तेज़ वर्षा इन के कारण कई बीमारियाँहो रही हैं। इस तरह पर्यावरण के असंतुलन का जनजीवन तथा पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ा है।

9. लेखक की पत्नी को खिड़की में जाली क्यों लगवानी पड़ी?
उत्तर: 
लेखक के घर में कबूतरों ने घोंसला बना रखा था। कबूतर अपने बच्चों की रखवाली के लिए बारबार लेखक के घर में चले आते थे जिससे लेखक का घर और पुस्तकालय गंदा होते थे इसलिए कबूतरों से अपने घर के बचाव के लिए लेखक की पत्नी को खिड़की में जाली लगवानी पड़ी।

10. समुद्र के गुस्से की क्या वजह थी? उसने अपना गुस्सा कैसे निकाला?
उत्तर: 
समुद्र का लगातार सिमटना समुद्र के गुस्से की वजह थी। कई वर्षों से बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे धकेलकर उसकी जमीन पर कब्ज़ा कर रहे थे और बेचारा समुद्र लगातार अपना स्वरुप छोटा बनाते हुए सिमटता चला जा रहा था। पहले तो उसने अपनी टाँगों को समेटा, फिर उकडूँ बैठ गया ,फिर वह खड़ा हो गया। यह प्रकिया निरंतर चलती ही रही तो समुद्र को गुस्सा आ गया। जब उसे गुस्सा आया तो उसने गुस्से में अपनी लहरों पर दौड़ते तीन जहाज़ों को उठाकर तीन दिशाओं में फेंक दिया। एक वर्ली के समुद्र किनारे, दूसरा बांद्रा में कार्टर रोड़ के सामने और तीसरा गेटवे ऑफ़ इंडिया पर गिरा। जहाजों में सवार लोग बुरी तरह घायल हो गए।

11. 'मट्टी से मट्टी मिले,
खो के सभी निशान,
किसमें कितना कौन है
कैसे हो पहचान'
इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: 
इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक यह कहना चाहता है कि सभी प्राणियों का निर्माण मिट्टी से हुआ है और अंत में इसी मिट्टी में हमें मिल जाना है अर्थात् सभी मनुष्य समान हैं। उनमें भेदभाव करना उचित नहीं हैं। हमें मिल जुलकर आपसी सौहार्द से रहना चाहिए। पशु- पक्षियों को भी वही ईश्वर बनाता है ,जो इंसानों को बनाता है। जब सभी मनुष्यों में एक ही तत्त्व समाया हुआ है तो उन्हें अलग -अलग कर बताना उचित नहीं है। इसे पहचानने की कोशिश भी व्यर्थ है।

निम्नलिखित वाक्यों के आशय स्पष्टकीजिए
12.नेचर की सहनशक्ति की एक सीमा होती है। नेचर के गुस्से का एक नमूना कुछ साल पहले बंबई में देखने को मिला था।

उत्तर: 
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि हर एक की अपनी सहनशक्ति की सीमा होती है फिर चाहे वह प्रकृति हो या इंसान। उससे छेड़छाड़ का खामियाजा सबको भुगतना पड़ता है। इसका उदाहरण हमें कुछ वर्षों पहले समुद्र द्वारा फेकें गए तीन जहाजों के ज़रिए मिलता है जो अलग-अलग स्थानों पर जा गिरे और इनमे सवार लोग बुरी तरह घायल हो गए।

13. जो जितना बड़ा होता है उसे उतना ही कम गुस्सा आता है।
उत्तर: 
उपर्युक्त पंक्ति का आशय यह है कि उदार और महान होने के कारण बड़े लोगों में अपनी इन्द्रियों को काबू करने की क्षमता होती है। वे क्षमाशील होते हैं, वैसे भी महानता क्रोध करने और दंड देने में न होकर क्षमा करने में होती है लेकिन उन्हें अत्यधिक परेशान किया जाए तो वे शांत नहीं रहते। यह पंक्ति समुद्र के लिए कही गई है। मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए समुद्र को समेट दिया लेकिन जब वह क्रोधित हुआ तो उसने अपनी ही लहरों पर चलते जहाज़ों को गेंद की तरह उछालकर दूर फेंक दिया।

14. इस बस्ती ने न जाने कितने परिंदों-चरिंदों से उनका घर छीन लिया है। इनमें से कुछ शहर छोड़कर चले गए हैं जो नहीं जा सके हैं उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा डाल लिया है।
उत्तर: 
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि बढ़ते शहरीकरण ने पक्षियों से उनके घर छीन लिए हैं इसलिए कुछ पक्षियों ने अपने ठिकाने बदल दिए हैं या शहर की इमारतों में अपने नए ठिकाने बना लिए हैं।इन पंक्तियों का अर्थ यह है कि आज मानव इतना स्वार्थी हो गया है कि अपनी स्वार्थपूर्ति के लिए दूसरों को कष्ट देने से भी नहीं हिचकता।

15 . शेख अयाज के पिता बोले, 'नहीं, यह बात नहीं है। मैंने एक घरवाले को बेघर कर दिया है। उस बेघर को कुएँ पर उसके घर छोड़ने जा रहा हूँ।' इन पंक्तियों में छिपी हुई उनकी भावना को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: 
उपर्युक्त पंक्तियों का आशय यह है कि इंसान हो या पशु-पक्षी सभी समान होते हैं। हमें कोई हक़ नहीं बनता कि हम किसी को भी उसके घर से बेघर करें। शेख अयाज़ के पिता दयालु और परोपकारी व्यक्ति थे। वे किसी के साथ अन्याय नहीं कर सकते थे।जब च्योंटा उनकी बाँह पर चढ़कर उनके घर तक आ जाता है तो खाना छोड़कर उसे कुएँ तक ले जाते हैं कि इससे उनके पाप का प्रायश्चित हो सकेगा।इन पंक्तियों में उनकी उदारता और स्पष्टवादिता की भावना छिपी हुई थी।

• प्रश्नअभ्यास (मौखिक)निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
16. बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे क्यों धकेल रहे थे?

उत्तर: 
बड़े-बड़े बिल्डर लगातार बढ़ती आबादी के आवास की समस्या से निपटने के लिए समुद्र को पीछे धकेल रहे थे। वे समुद्र की ज़मीन हथिया रहे थे ताकि उस पर इमारतें बनाकर धन कमा सकें।

17. लेखक का घर किस शहर में था?
उत्तर: 
लेखक का घर पहले ग्वालियर में था और बाद में वे मुंबई में वर्सोवा नामक स्थान में रहने लगे।

18. जीवन कैसे घरों में सिमटने लगा है?
उत्तर: पहले लोग बड़े बड़े घरों में सयुंक्त परिवार के रूप में रहते थे लेकिन अब सब लोग व्यक्तिवादी भावना से अभिभूत हैं इसलिए
 लेखक के अनुसार अब जीवन छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में सिमटने लगा है।

19. कबूतर परेशानी में इधरउधर क्यों फड़फड़ा रहे थे?
उत्तर: 
कबूतर परेशानी में इसलिए फड़फड़ा रहे थे क्योंकि उनके दोनों अंडे फूट गए थे।एक को बिल्ली ने खा लिया था तो दूसरा लेखक की माँ के हाथ से टूट गया था।

• भाषाअध्ययन
20. उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित वाक्यों में कारक चिहनो को पहचानकर रेखांकित कीजिए और उनके नाम रिक्त स्थानों में लिखिए; जैसे
(क) माँ ने भोजन परोसा
 कर्ता
(ख) मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ।
(ग) मैंने एक घर वाले को बेघर कर दिया।
(घ) कबूतर परेशानी में इधरउधर फड़फड़ा रहे थे।
(ङ) दरिया पर जाओ तो उसे सलाम किया करो।


उत्तर:
माँ ने भोजन परोसा।
कर्ता कारक
मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हूँ।
संप्रदान कारक
मैंने एक घर वाले को बेघर कर दिया।
सम्बन्ध कारक
कबूतर परेशानी में इधरउधर फड़फड़ा रहे थे।
अधिकरण कारक
दरिया पर जाओ तो उसे सलाम किया करो।
अधिकरण कारक

20. नीचे दिए गए शब्दों के बहुवचन रूप लिखिए
चींटी, घोड़ा, आवाज, बिल, फौज, रोटी, बिंदु, दीवार, टुकड़ा।

उत्तर:
एकवचन
बहुवचन
चींटी
चींटियाँ
घोड़ा
घोड़े
आवाज
आवाज़ें
बिल
बिलों
फौज
फौजें
रोटी
रोटियाँ
बिंदु
बिंदुओं
दीवार
दीवारें
टुकड़ा
टुकड़े

21. ध्यान दीजिए नुक्ता लगाने से शब्द के अर्थ में परिवर्तन हो जाता है। पाठ में 'दफा' शब्द का प्रयोग हुआ है जिसका अर्थ होता हैबार (गणना संबंधी), कानून संबंधी। यदि इस शब्द में नुक्ता लगा दिया जाए तो शब्द बनेगा ' दफ़ा ' जिसका अर्थ होता हैदूर करना, हटाना। यहाँ नीचे कुछ नुक्तायुक्त और नुक्तारहित शब्द दिए जा रहे हैं उन्हें ध्यान से देखिए और अर्थगत अंतर को समझिए।
सजा सज़ा नाज नाज़
जरा ज़रा तेज तेज़
निम्नलिखित वाक्यों में उचित शब्द भरकर वाक्य पूरे कीजिए
(क) आजकल.... बहुत खराब है। (जमाना/ज़माना)
(ख) पूरे कमरे को...... दो। (सजा/सज़ा)
(ग) ...... चीनी तो देना। (जरा/ज़रा)
(घ) माँ दही.......भूल गई। (जमाना/ज़माना)
(ङ) दोषी को.......दी गई। (सजा/सज़ा)
(च) महात्मा के चेहरे पर...... था। (तेज/तेज़)

उत्तर: 
(क)आजकल ज़माना बहुत खराब है।(जमाना/ज़माना)
(ख) पूरे कमरे को सजा दो। (सजा/सज़ा)  (ग)ज़रा चीनी तो देना। (जरा/ज़रा)   (घ) माँ दही जमाना भूल गई। (जमाना/ज़माना)   (ङ) दोषी को सज़ा दी गई। (सजा/सज़ा)   (च) महात्मा के चेहरे पर तेज था। (तेज/तेज़)