वीरेन डंगवाल - तोप - महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 2

CBSE कक्षा 10 हिंदी 'ब' स्पर्श (काव्य खंड)
पाठ - 4 तोप
महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

कविता के विषय, अर्थबोध एवं सराहना पर आधारित पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
  1. विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
    उत्तर-
     विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल इसलिए होती क्योंकि ये चीज़े हमें हमारे पूर्वजों की, पूर्व अनुभवों की और पुरानी परंपराओं कि याद दिलाती हैं। नई पीढ़ी उनके बारे में जाने, उनके अनुभवों से कुछ सीखे और उनकी बनाई हुई श्रेष्ठ परंपराओं का पालन करे - इसी उद्देश्य से विरासत में मिली चीज़ों को सँवार-सँभाल कर रखा जाता है। यही कारण है कि इनकी बड़ी सँभाल की जाती है ताकि ये लंबे समय तक बनी रहें, नष्ट हो जाएँ।
  2. कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात की गई है। ये दो अवसर कौन-से होंगे?
    उत्तर-
     ये दो अवसर होने 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) और 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस)। इन अवसरों पर शक्ति-प्रदर्शन की वस्तुएँ चमकाई जाती हैं।
  3. निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए।
    "उड़ा दिए थे मैंने
    अच्छे-अच्छे सूरमाओं के धज्जे
    अपने जमाने में"
    उत्तर- यह लोगों को बताती है कि अपने समय में यह बहुत शक्तिशाली थी। यह अपने सामने आने वाले बड़े-बड़े वीरों कि धज्जियों उड़ा देती थी। इसने अपने समय में देश को आजाद कराने का सपना साकार करने वाले अनेक जाँबाजो को मौत के घाट उतार दिया था।
  4. कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?
    उत्तर-
     कंपनी बाग में रखी तोप यह संदेश देती है कि हमें भविष्य में कभी किसी विदेशी कंपनी को अपने देश में पाँव जमाने नहीं देना चाहिए। विशेष रूप से ऐसी कंपनी जिसकी नियत ठीक न हो। यदि ऐसा हो गया तो हमारा देश फिर से गुलाम हो सकता है और फिर से वही तांडव शुरू हो सकता है जिसके घाव अभी तक नहीं भरे हैं। यह तो हमें अपनी पुरानी गलतियों से शिक्षा लेने की सीख देती है।
  5. निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए।
    वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
    एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।
    उत्तर- वे चिड़ियाँ मानों संदेश देती हिं कि कोई व्यक्ति इस तोप के समान चाहे कितना शक्तिशाली क्यों न हो, एक न एक दिन उसका भी मुँह स तोप की तरह ही बंद हो जाता है अर्थात् वह शक्तिहीन हो जाता है।
  6. ‘तोप’ शीर्षक कविता का भाव समझते हुए इसका गद्य में रूपांतरण कीजिए।
    उत्तर-
     इस कविता में कवि ब्रिटिश सरकार द्वारा बनाए गए कंपनी बाग के मुहाने पर रखी तोप का संक्षिप्त परिचय देता है। इस तोप का संबंध 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से है। अब यह तोप प्रदर्शन की वस्तु बनकर रह गई है। यह तोप बड़ी महत्त्वपूर्ण है। अतः इसकी बड़ी देखभाल की जाती है। साल में दो बार (15 अगस्त और 26 जनवरी को) इसे चमकाया जाता है। इस तोप को देखने बहुत से सैलानी आते हैं। यह तोप अपने परिचय में स्वयं को शक्तिशाली बताती है। उसने अनेक ताकतवर लोगों के परखच्चे उड़ा दिए थे, पर अब यह बच्चों की सवारी के काम आती है। अब इस पर चिड़ियाँ बैठकर गपशप करती है और कभी-कभी इसके मुँह में भी घुस जाती है अर्थात् उनके उनके लिए कोई डर की वस्तु नहीं है। इस तोप की शिक्षा यह भी ही कि कोई भले ही कितना ताकतवर क्यों न हो, एक दिन उसे चुप होकर रह जाना पड़ता है।
  7. ‘तोप’ कविता में दो प्रतीकों का चित्रण है। कैसे?
    उत्तर-
     कविता ‘तोप’ में दो प्रतीकों का चित्रण है। यह कविता हमें याद दिलाती है कि कभी ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में व्यापार करें के इरादे से आई थी। भारत ने ही उसका स्वागत किया था, लेकिन देखते-देखते वह हमारी शासक बन बैठी। उसने कुछ बाग बनवाए तो कुछ तोपें भी तैयार कीं। उन तोपों ने इस देश को फिर से आजाद कराने का सपना साकार करने निकले जाँबाजों को मौत के घाट उतारा। पर एक दिन ऐसा भी आया जब हमारे पूर्वजों ने उस सत्ता को उखाड़ फेंका। तोप को निस्तेज कर दिया। फिर भी हमें इन प्रतीकों के बहाने यह याद रखना होगा कि भविष्य में कोई और ऐसी कंपनी यहाँ पाँव ने जमाने पाए जिसके इरादे नेक नहीं हो और यहाँ फिर वहीं तांडव मचे जिसके घाव अभी तक हमारे दिलों में हरे हैं। भलें ही अंत में उनकी तोप भी उसी काम क्यों न आए जिस काम में इस पाठ की तोप आ रही है।