कनवर्टर-2

कनवर्टर

इनवर्टर मुख्यता दो प्रकार के होते है -
(1) रोटरी इनवर्टर                        (2) इलेक्ट्रोनिक्स इनवर्टर
  •            रोटर इनवर्टर में ए.सी. साइड, तुल्यकालिक मोटर की तरह कार्य करती हैं तथा डी.सी. साइड, एक डी.सी. शंट या कम्पाउण्ड मोटर की तरह कार्य करती है।
  •            इलेक्ट्रोनिक्स इनवर्टर को स्थैतिज इनर्वटर भी कहा जाता है।
  •            इलेक्ट्रोनिक्स इनवर्टर के ब्लॉक आरेख को निम्न चित्र में दर्शाया गया है। 
इलेक्ट्रोनिक्स इनवर्टर दो प्रकार के होते हैं -
(1) बाई - पोलर ट्रांजिस्टर टाइप इनवर्टर
(2) डिजीटल MOSFETटेक्नोलोजी टाइप इनवर्टर
मोटर-जनरेटर सेट में एक ए.सी. मोटर, डी.सी. जनरेटर से यांत्रिक रूप से जुड़ी होती है। यह मोटर-जनरेटर सेट एककलीय या त्रिकलीय हो सकता है। ए.सी. मोटर, तुल्यकालिक मोटर या प्रेरण मोटर हो सकती है। बड़ी यूनिटों में ए.सी. मोटर को तुल्यकालिक तथा डी.सी. जनरेटर का कम्पाउड प्रकार का लेते हैं।
मोटर-जनरेटर सेट में मोटर को ए.सी. सप्लाई दी जाती है। इसके कारण मोटर का शाफ्ट, जनरेटर के रोटर को घुमाता है।
मोटर-जनरेटर सेट में हन्टिंग से बचाव के लिए तुल्यकालिक मोटर के पोल फेस पर स्लिप रिंग लगाते हैं।