गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोत -2

गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोत (Non-Conventional Energy Sources)

सौर ऊर्जा में तीन प्रकार के पदार्थो का उपयोग किया जाता है –
  1. पारदर्शी पदार्थ
2.  विधुत रोधी पदार्थ
  1. अवशोषक पदार्थ
मनुष्य तथा जानवरों के अपशिष्ट तथा वनस्पतियों को वायु तथा सूर्य की रोशनी की अनुपस्थिति में सड़ाकर बायोगैस का उत्पादन किया जाता है, इसे गोबर गैस भी कहते है।
पवन उर्जा शक्ति सयंत्र के पांच मुख्य भाग होते है –
1.रोटर
2.पवन मिल हेड
3.जनरेटर
4.सपोर्टिंग संरचना
5.नियंत्रक
पवन ऊर्जा को पवन चक्की के घुमने से प्राप्त किया जाता है । जब पवन चक्की घुमती है तो जनित्र ऊर्जा उत्पादन  करता है।
पवन चक्की के विभिन्न प्रकार निम्नानुसार है-
1.क्षेतिज अक्षीय पवन चक्की
  (A) मल्टी ब्लेड्स की पवन चक्की
  (B) सेल प्रकार की पवन चक्की
  (C) डच (Propeller) पवन चक्की
  (D) एकल ब्लेड प्रकार की पवन चक्की
2.लम्बवत अक्षीय पवन चक्की
  (A) सेवोनियस पवन चक्की
  (B) डेरियस पवन चक्की