नाभिकीय शक्ति सयंत्र-2

नाभिकीय शक्ति सयंत्र (Nuclear Power Plant)

किसी नाभिक का दो द्र्व्यमानो में बंट जाना नाभिकीय विखण्डन कहलाता है ।
जब दो हल्के नाभिक आपस में जुडकर एक भारी नाभिक का निर्माण करते है उसे नाभिकीय संलयन अभिक्रिया कहते  है ।
यूरेनियम-233, युरेनियम-235, व् प्लूटोनियम विशिष्ट प्रकार के नाभिकीय पदार्थ होते है ।
न्यूक्लीयर शक्ति सयंत्र के लिए स्थान का चयन करते समय निम्न बांतो पर विशेष ध्यान दिया जाता है –
1.स्थान
2.जल की उपलब्धता
3.यातायात
4.संचारण हानिया
5.उत्सर्जन का निस्तारण