गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोत -1

गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोत (Non-Conventional Energy Sources)

गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोतों को नवीनकरणीय ऊर्जा स्त्रोत भी कहते है क्योंकि इनका उपयोग पुनः किया जा सकता है । इन ऊर्जा स्त्रोतों के उदाहरण है – सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, ज्वार ऊर्जा, बायोगैस ऊर्जा आदि ।
सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा ही सौर ऊर्जा कहलाती है । सूर्य प्रति वर्ग मीटर लगभग 63.11MW ऊर्जा का उत्सर्जन करता है जो की पृथ्वी की कुल प्राथमिक ऊर्जा की आवश्यकता के बराबर है ।
सूर्य से ऊर्जा मुख्य तरीको से प्राप्त कर सकते है जो निम्न है –
1.प्रकाशीय रसायन विधि
2.तापीय प्रभाव
3.प्रकाश वोल्टीय तकनीक